Frene Ginwala: दक्षिण अफ्रीकी भारतीय मूल के स्वतंत्रता संग्राम महिला और राष्ट्रीय आदेश पुरस्कार विजेता डॉ. फ्रेन नोशिर गिनवाला का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया. देश के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने एक बयान में पुष्टि की कि फ्रेन गिनवाला का गुरुवार शाम उनके घर पर निधन हो गया. इस दौरान उन्होंने गिनवाला के निधन पर दुःख व्यक्त किया.
डॉ. फ्रेन नोशिर गिनवाला 1994 में नेल्सन मंडेला देश के पहले लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति बनने के बाद दक्षिण अफ्रीका की पहली संसदीय अध्यक्ष थीं. राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि फ्रेन गिनवाला का निधन हमारे लिए बेहद दुखद है. उन्होंने हमारे नए संविधान को लोगों तक पहुंचाने और उसमें विश्वास जताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसके साथ ही देश के लिए उनके द्वारा किया गया काम सराहनीय है. हम उनके अभूतपूर्व योगदान के आभारी रहेंगे.
आज हम आपको फ्रेन गिनवाला के बारे में कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट बताते हैं
- फ्रेन गिनवाला उस पारसी परिवार का हिस्सा रही. जिन्होंने भारत से पलायन किया था. बता दें कि भारत से पलायन करने वाले पारसी परिवारों की तादाद बहुत कम रही है.
- फ्रेन गिनवाला के माता-पिता ने उन्हें यूके में पढ़ने के लिए भेजा था.
- फ्रेन गिनवाला ने तंजानिया में निर्वासन में ANC की स्थापना में मदद की.
- 1994 में नेल्सन मंडेला के देश के पहले निर्वाचित राष्ट्रपति बनने के बाद फ्रेन गिनवाला दक्षिण अफ्रीका की पहली संसदीय अध्यक्ष रहीं.
- उनके निधन पर देश के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि मैं डॉ गिनवाला के परिवार, उनके भतीजों साइरस, सोहराब, ज़वारेह और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.
- फ्रेन नौशिर गिनवाला का जन्म 25 अप्रैल, 1932 को हुआ था.
- 2005 में, उन्हें उनके योगदान के लिए ऑर्डर ऑफ लुथुली इन सिल्वर से सम्मानित किया गया था.
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