US Associate Attorney General: भारतीय मूल की अमेरिकी वनिता गुप्ता ने अमेरिका की एसोसिएट अटॉर्नी जनरल पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है. वनिता की गिनती बाइडेन सरकार में पावरफुल महिलाओं में होती है. उन्हें अप्रैल 2021 में अमेरिका की एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के रूप में चुना गया था. बाइडेन सरकार के न्याय विभाग में एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के रूप में काम करने वाली वनिता अगले साल फरवरी में आधिकारिक तौर पर अपना पद छोड़ देंगी.
अमेरिकी सरकार के न्याय विभाग में तीसरे नंबर के पद पर पहुंचने वाली वनिता गुप्ता भारतीय मूल की पहली महिला हैं. इसके साथ ही वह इस पद पर तैनात रहने वाली पहली अश्वेत महिला हैं. माना जा रहा है कि वनिता ने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है.वनिता के न्याय विभाग छोड़ने की रिपोर्ट्स पर अटॉर्नी जनरल मेरिक बी. गारलैंड ने कहा कि वह बेहतरीन सेवा के लिए वनिता के आभारी हैं. गुप्ता ने हिंसक अपराध और बंदूक हिंसा से निपटने और अपराध के पीड़ितों का समर्थन करने के लिए विभाग के प्रयासों में एक अभिन्न भूमिका निभाई.
बाइडन ने भी की थी तारीफ
वनिता गुप्ता को जब एसोसिएट अटॉर्नी जनरल पद के लिए चुना गया था तब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि मैंने न्याय विभाग में दो अहम पदों के लिए वनिता गुप्ता और क्रिस्टेन क्लॉर्क को नामित किया, जो बहुत ही दक्ष और सम्मानित वकील हैं और जिन्होंने अपना पूरा करियर नस्लीय समानता और न्याय की लड़ाई में लगाया है.
वनिता गुप्ता के बारे में
वनिता भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हैं. वह मूल रूप से यूपी के अलीगढ़ की रहने वाली हैं. हालांकि उनके पूर्वज चार दशक पहले अमेरिका में जाकर बस गए थे. उन्होंने येल यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएशन किया था. उसके बाद न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ से कानून की डिग्री प्राप्त की. पढ़ाई पूरी करने के बाद वनिता ने न्यूयॉर्क स्थित एक नागरिक अधिकार संगठन और लॉ फर्म एलडीएफ के साथ वकालत के अपने करियर की शुरुआत की थी.