Air Canada: उड़ान के दौरान फ्लाइट में हुई पिता की मौत, भारतीय मूल की महिला ने कनाडाई एयरलाइन्स कंपनी को ठहराया जिम्मेदार
Canada Airlines News: भारतीय मूल की एक कनाडाई महिला ने अपने पिता की मौत के लिए एयर कनाडा को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने दावा किया है कि एयरलाइन के कर्मचारियों ने उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया .
Canada: भारतीय मूल की एक कनाडाई महिला ने अपने पिता के मौत के लिए एयर कनाडा पर लापरवाही का आरोप लगाया है. सोमवार को एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ने कहा कि एयर कनाडा की लापरवाही की वजह से दिल्ली से मॉन्ट्रियल के विमान में सवार उनके 83 वर्षीय पिता की मृत्यु हो गयी.
दरअसल, पूरा मामला बीते सितंबर का है, जब ओंटारियो की रहने वाली शानू पांडे अपने पिता हरीश पंत के साथ एयर कनाडा की फ्लाइट से दिल्ली से कनाडा के लिए रवाना हुईं. कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (सीबीसी) ने बताया कि सात घंटे बाद, जब विमान यूरोप के ऊपर था तो पंत को छाती में दर्द, कमर में दर्द, उल्टी आना और खड़े होने में असमर्थ होने जैसी समस्याएं शुरू हो गईं.
केबिन क्रू ने अनुरोध को किया अनसुना
अपने पिता की तबीयत बिगड़ते देख शानू ने तत्काल इलाज के लिए केबिन क्रू से विमान का मार्ग बदलने और उतरने का अनुरोध किया. लेकिन उनके अनुरोध को अनसुना कर दिया गया और जब नौ घंटे बाद विमान मॉन्ट्रियल में उतरा, तब तक उनके पिता की मृत्यु हो चुकी थी.
एयरलाइन्स कर्मचारियों को बताया अमानवीय और संवेदनहीन
पीटीआई की रिपोर्ट में पांडे के हवाले से कहा गया कि मेरी आंखों के सामने उनकी (पिता) हालत बिगड़ रही थी. लेकिन एयर कनाडा ने उनकी बिगड़ती तबीयत को गंभीरता से नहीं लिया. पांडे ने कहा कि उनके पिता पायलट और एयर कनाडा के कर्मचारियों पर निर्भर थे. लेकिन उनकी तरफ से मदद नहीं मिल सकी. उन्होंने आरोप लगाया कि वे अमानवीय और संवेदनहीन थे.
एयर कनाडा ने किया ख़ारिज
पांडे ने आगे कहा कि वह वर्षों से उस यात्रा का इंतजार कर रही थीं. दरअसल, वह अपने पिता को कनाडा में स्थायी निवास का दर्जा दिलाने के बाद भारत से कनाडा ले जा रही थी. इस बीच एयर कनाडा ने स्पष्ट रूप से किसी भी दावे को खारिज कर दिया कि वह यात्री की मौत के लिए जिम्मेदार था. रिपोर्ट मेंएयरलाइन के प्रवक्ता पीटर फिट्ज़पैट्रिक के हवाले से कहा गया कि चालक दल ने जहाज पर चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रक्रियाओं का ठीक से पालन किया. हालांकि चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने वाली प्रक्रिया के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कुछ भी नहीं बोला.
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