कभी हमले कभी लापता, अमेरिका में इंडियंस की सुरक्षा को लेकर बढ़ी भारत की चिंता, अब शिकागो में भारतीय छात्र मिसिंग
भारतीय छात्र से जुड़े इस मामले ने अमेरिका में भारतीय छात्रों की सुरक्षा और रक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है. हाल के दिनों में देश में भारत से जुड़े छात्रों पर हमले तेजी से बढ़े हैं.
अमेरिका के शिकागो में दो मई से एक भारतीय छात्र के लापता होने की खबर है. शिकागो स्थित महावाणिज्य दूतावास ने यह जानकारी दी. भारतीय छात्र से जुड़े इस मामले ने अमेरिका में भारतीय छात्रों की सुरक्षा और रक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है. इससे पहले भारतीय नागरिकों पर हमले की कई दिल दहलाने वाली घटनाएं सामने आई हैं.
शिकागो पुलिस ने एक बयान में कहा कि रूपेश चंद्र चिंताकिंडी (26) एन शेरिडन रोड के 4300 ब्लॉक से लापता हो गए हैं. शिकागो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने कहा कि वह रूपेश के बारे में पता लगाने के लिए पुलिस और भारतीय समुदाय के संपर्क में है.
महावाणिज्य दूतावास ने अमेरिका में भारतीय दूतावास तथा भारत के विदेश मंत्रालय को संबोधित करते हुए सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'वाणिज्य दूतावास यह जानकर बेहद चिंतित है कि भारतीय छात्र रूपेश चंद्र चिंताकिंडी दो मई से किसी के संपर्क में नहीं हैं. वाणिज्य दूतावास रूपेश का पता लगाने के लिए पुलिस और भारतीय समुदाय के संपर्क में है.'
शिकागो पुलिस ने छह मई को एक बयान जारी करके लोगों से कहा कि अगर उन्हें रूपेश के बारे में कुछ भी पता चले तो वह पुलिस को इसकी जानकारी दें. भारतीय छात्र से जुड़े इस मामले ने अमेरिका में भारतीय छात्रों की सुरक्षा और रक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है. हाल के दिनों में देश में भारत से जुड़े छात्रों पर हमले तेजी से बढ़े हैं.
इससे पहले 25 वर्षीय भारतीय छात्र मार्च से लापता था और अप्रैल में वह क्लीवलैंड में मृत पाया गया था. इस छात्र का नाम मोहम्मद अब्दुल अरफात था और वह हैदराबाद के नाचाराम का रहने वाला था. वह पिछले साल मई में क्लीवलैंड यूनिवर्सिटी से आईटी में मास्टर्स करने के लिए अमेरिका आया था.
मार्च में भारत के 34 वर्षीय प्रशिक्षित शास्त्रीय नर्तक अमरनाथ घोष की मिसौरी के सेंट लुइस में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पर्ड्यू विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रहे 23 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी छात्र समीर कामथ पांच फरवरी को इंडियाना में एक संरक्षित क्षेत्र में मृत पाए गए थे.
जनवरी में इलिनोइस विश्वविद्यालय के 18 वर्षीय छात्र अकुल धवन को परिसर की एक इमारत के बाहर बेसुध पाया गया था. जांच में पता चला कि ‘हाइपोथर्मिया’ से उनकी जान जा चुकी थी.