रूस और यूक्रेन के बीच पिछले आठ दिनों से भीषण युद्ध जारी है. रूस ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर हमला बोल दिया है और वहां फंसे लोगों में शहर छोड़ने की होड़ मची है. इस बीच एक तस्वीर खारकीव से सामने आ रही है जिसमें भारतीय छात्रों/नागरिकों को ट्रेन में चढ़ने से रोका जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, ये ट्रेनें लोगों को पड़ोसी राज्यों में ले जा रही हैं.
सामने आयी तस्वीर खारकीव के एक स्टेशन की है जहां ट्रेन में चढ़ने के लिए लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है. लोग धक्का-मुक्की कर किसी तरह ट्रेन में चढ़ना चाहते हैं. वहीं, ट्रेन के दरवाजे पर खड़ा एक शख्स जब चढ़ने की कोशिश करता है तो उसे रोक दिया जाता है. उसे पीछे धकेल कर ट्रेन के दरवाजे से दूर हटा दिया जाता है. जानकारी के मुताबिक, ये शख्स भारतीय छात्र है जो खुद की जान बचाने के लिए ट्रेन में चढ़कर सुरक्षित स्थान पहुंचना चाहता है. ये पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया जो यूक्रेन से भारत लौटे उन छात्रों के दावों को सही ठहराता है जिनका कहना है कि वहां के नागरिक भारतीय लोगों के साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे.
तुरंत खारकीव छोड़ दें- एडवाइजरी
बता दें, खारकीव के हाल बहुत खराब है. शहर में लगातार खतरे का सायरन बज रहा है. लोगों के पास खाने-पीने की व्यवस्था नहीं है. जनता इधर से उधर अपनी जान बचाने के लिए भाग रही है. भारतीय दूतावास ने बीते दिन एडवाइजरी जारी करते हुए कहा था कि तुरंत खारकीव छोड़ दें. जिन छात्रों को गाड़ियां और बसें नहीं मिल रही है और रेलवे स्टेशन पर हैं, वे सभी पैदल ही पेसोचिन, बाबाये और बेजलीयुदोव्का पहुंचें. खारकीव से पेसोचिन की दूरी 11 किलोमीटर, बाबाये की दूरी 12 किलोमीटर और बेजलीयुदोव्का की दूरी 16 किलोमीटर है.
यह भी पढ़ें.