US President Donald Trump : अमेरिका की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने हमास का समर्थन करने वाले छात्रों के विरुद्ध कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. इस बीच अमेरिका की कोलंबिया विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली एक भारतीय मूल की छात्रा रंजनी श्रीनिवासन का ट्रंप प्रशासन की ओर से पिछले हफ्ते वीजा रद्द कर दिया गया था. इस कार्रवाई के बाद से ही रंजनी चर्चा की विषय बनी हुई है. लेकिन अमेरिका का वीजा रद्द होते ही रंजनी तुरंत कनाडा जा पहुंची. यह फैसला उन्होंने जल्दबाजी में लिया.
दरअसल, रंजनी को अपने दोस्त की गिरफ्तारी के बाद यह डर सताने लगा था कि उसका भी हाल ऐसा ही हो सकता है. इसी डर के कारण रंजनी ने तुरंत अपने बैग पैक किया और अपनी पालतू बिल्ली को दोस्त के पास छोड़कर वह तुरंत ही कनाडा के लिए रवाना हो गई. अमेरिकी सरकार ने रंजनी पर हमास का समर्थन कर हिंसा और आतंकवाद के समर्थन का आरोप लगाया है.
इमिग्रेशन एजेंट के घर पहुंचने से पहले कनाडा भाग चुकी था रंजनी
मीडिया से बात करते हुए रंजनी ने कहा कि उन्होंने अपनी सुरक्षा के डर से संयुक्त राज्य अमेरिका को छोड़ने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि उन्होंने जल्दबाजी में एक सूटकेस पैक किया, अपनी बिल्ली को दोस्त के हवाले कर लागार्डिया से कनाडा के लिए फ्लाइट पकड़ ली. उन्होंने आगे कहा कि उनका अमेरिका छोड़ने का फैसला काफी जल्दबाजी में लिया हुआ था. यही कारण है कि जब तक इमिग्रेशन एजेंट वारंट लेकर उनके घर पहुंचे तब तक वे कनाडा पहुंच चुकी थी.
रंजनी श्रीनिवासन के साथ कब क्या हुआ?
अमेरिकी विदेश विभाग ने 5 मार्च को रंजनी का स्टूडेंट वीजा रद्द कर दिया था. 7 मार्च को इमिग्रेशन एजेंट पहली बार न्यूयॉर्क में उसके ऑफ-कैंपस अपार्टमेंट में पहुंचे, लेकिन रंजनी ने इस दौरान अपना दरवाजा नहीं खोला. इसके बाद एजेंट दोबारा अगली रात को वापस आए, तब रंजनी अपने घर पर मौजूद नहीं थी. जबकि तीसरी बार जब एजेंट कैंपस में पहुंचे तब तक रंजनी वहां से भाग चुकी थी. रंजनी ने बताया कि उसके स्टूडेंट वीजा के रद्द होने के तुरंत बाद ही विश्वविद्यालय ने उसका रजिस्ट्रेशन वापस ले लिया था.
यह भी पढ़ेंः BLA Noshki Attack: जहां मारे 90 पाकिस्तानी सैनिक, उसका वीडियो आ गया सामने; BLA ने जारी किया नोशकी अटैक का पहला फुटेज