Russia Ukraine Conflict: रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के बीच यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को लेकर चिंता बढ़ गई है. इस बीच विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, "घबराने की जरूरत नहीं है, भारत सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है. सभी भारतीय, हमारे दूतावास के संपर्क में रहें."
बता दें यूक्रेन संकट के बीच वहां फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए मिशन शुरू कर दिया गया है. यूक्रेन और उसके सीमा के पास के इलाकों में करीब 20 हजार भारतीय रहते हैं. भारत सरकार अब वहां से सभी भारतीय नागरिकों को वापस लाने की कोशिश करती दिख रही है.
एअर इंडिया की विशेष फ्लाइट यूक्रेन रवाना
इस मिशन के लिए मंगलवार सुबह ही एअर इंडिया की विशेष फ्लाइट (Air India Special Flight) यूक्रेन के लिए रवाना की गई है. आज रात को यूक्रेन के खार्किव से 200 से अधिक भारतीय नागरिक स्वदेश लौटेंगे. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक एअर इंडिया की फ्लाइट ड्रीमलाइनर B- 787 (Dreamliner B 787 ) यूक्रेन के लिए रवाना की गई है. इसके अलावा यूक्रेन में अधिक तनाव को देखते हुए कीव से चार अन्य उड़ानें संचालित करने का फैसला लिया गया है. यूक्रेन में भारतीय दूतावास के मुताबिक कीव से दिल्ली (Kyiv To Delhi) के लिए चार उड़ानें 25 फरवरी, 27 फरवरी और 6 मार्च 2022 को संचालित की जाएंगी.
यूक्रेन में मौजूद भारतीय छात्रों को एडवाइजरी जारी
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को एक बार फिर भारतीय छात्रों से उस देश को अस्थायी तौर पर छोड़ने को कहा है. यूक्रेन में मेडिकल पढ़ाई कराने वाले विश्वविद्यालयों द्वारा आनलाइन पढ़ाई के संबंध में भारतीय छात्रों के सवालों पर दूतावास ने कहा कि वह इस मामले में संबंधित प्राधिकार के सम्पर्क में है. भारतीय दूतावास के अनुसार, ‘‘ दूतावास को मेडिकल पढ़ाई कराने वाले विश्वविद्यालयों द्वारा आनलाइन पढ़ाई कराने के संबंध में काफी कॉल प्राप्त हुए हैं. इस संबंध में, जैसा कि पूर्व में सूचित किया गया है, हम भारतीय छात्रों की शिक्षा प्रक्रिया को व्यवस्थित बनाने के लिये संबंधित प्राधिकार के सम्पर्क में हैं.’’ मिशन ने अपनी ताजा एडवाइजरी में कहा, ‘‘ छात्रों को सलाह दी जाती है कि अपनी सुरक्षा के हित वे विश्वविद्यालय की आधिकारिक बात का इंतजार करने की बजाए अस्थायी तौर यूक्रेन छोड़ दें.’’
रविवार को भी भारतीय दूतावास ने जारी की थी एडवाइजरी
रविवार को भारतीय दूतावास ने परामर्श जारी कर भारतीय नागरिकों से कहा था कि यदि उनका प्रवास जरूरी नहीं है तो वे अस्थायी रूप से देश छोड़ दें. साथ ही भारत ने यूक्रेन में दूतावास कर्मियों के परिवार के सदस्यों से वापस घर लौटने को कहा था.
इसलिए बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं हालात
बता दें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादी दो क्षेत्रों- ‘डोनेट्स्क और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक’’ को एक “स्वतंत्र” देश के तौर पर मान्यता दे दी है. रूस के इस कदम के बाद यूक्रेन और उसके बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. इतना ही नहीं पुतिन ने रूसी बलों को पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों में ‘‘शांति बनाए रखने’’ का आदेश दिया है. इस आदेश को दोनों क्षेत्रों में रूसी सेना की तैनाती के तौर पर देखा जा रहा है.
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