जकार्ता: इंडोनेशिया में प्राकृतिक आपदा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में सुनामी की तबाही झेलने वाले इस देश के जावा द्वीप में भूस्खलन की वजह से 30 घर धंस गए जिससे करीब 15 लोगों की मौत हो गई और 20 लोग अभी भी लापता हैं. लापता लोगों की तलाश जारी है.


राष्ट्रीराष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी (बीएनपीबी) के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुग्रोहो ने ट्वीट कर कहा कि सुकाबुमी शहर में बचाव अभियान जारी है. यहां सोमवार की रात को भूस्खलन हुआ था. बारिश और कीचड़ से राहत और बचाव के हालात मुश्किल हो गए हैं. हालांकि, आपातकालीन दल पहाड़ी इलाके में भूस्खलन के कारण मलबों के नीचे दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं.






एक बयान में ये भी कहा गया कि राहत कार्य में उन लोगों की वजह से भी बाधा आ रही है जो कि घटना स्थल पर पहुंच गए हैं. आगे कहा गया, "सड़कें सकरी हैं जिनकी वजह से बचाव टीम, एंबुलेंस और बचाव के अन्य संसाधनों को वहां तक पहुंचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है." भूस्खलन की मार झेलने वाले इस देश में प्राकृतिक आपदाएं बेहद आम हैं. अभी हाल ही में आई सुनामी की वजह से यहां 400 से अधिक लोगों की जानें चली गईं.


इंडोनेशिया में निरंतर भूकंप और सुनामी इस वजह से आते रहते हैं क्योंकि ये भूकंपीय दृष्टि से सक्रिय फायर ऑफ रिंग पर विराजमान है. ये प्रशांत महासागर के बेसिन में ज्वालामुखियों और फॉल्ट लाइनों का एक आर्क है. आपको बता दें कि प्रशांत महासागर में एक तरफ ये जहां जपाना से इंडोनेशिया तक फैला हुआ है तो वहीं दूसरा तरफ इसका विस्तार कैलिफोर्निया से नॉर्थ अमेरिका तक है.


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