Indonesian President Son Get Married : इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के बेटे ने आज ( 9 दिसंबर) को एक भव्य समारोह में मंगेतर एरीना गुडोनो से शादी रचाई है. राष्ट्रपति जोकोवी अपने देश में काफी लोकप्रिय हैं. दोनों युवा जोड़े ने सिरामन समारोह में भी हिस्सा लिया, जो वहां का एक अनुष्ठान स्नान है और वहां का एक रिवाज भी है. सोशल मीडिया शेयर की गई तस्वीरों में राष्ट्रपति और उनकी पत्नी को अपने बेटे कैसंग पंगारेप और उनकी पत्नी को आशीर्वाद देते हुए दिखा रहे हैं.
राष्ट्रपति के बेटे पेशे से एक यूट्यूबर हैं. पंगारेप राष्ट्रपति के सबसे छोटे बेटे हैं और उनकी उम्र 27 साल है. उन्होंने सिंगापुर में एसीएस इंटरनेशनल कॉलेज से स्नातक डिग्री प्राप्त की है. वह इंडोनेशियाई व्यवसायी एरिक थोहिर के साथ लिगा 2 फुटबॉल क्लब पर्सिस सोलो के मालिक भी हैं.
राष्ट्रपति ने लिखा पोस्ट
इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट लिखा, "आज शुक्रवार 9 दिसंबर 2022, सुरकार्ता शहर में हमारे निवास से हम अपने बेटे कैसांग पंगारेप के साथ एरीना गुडोनो के साथ हो रही शादी में हिस्सा लेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि शादी काफी अच्छे तरीके से संपन्न हुई." उन्होंने अपनी बात को आगे बढाते हुए कहा कि "हमारा परिवार इस जोड़े को आशीर्वाद देने के लिए प्रार्थना कर रहा है, ताकि दोनों लोग अपने जीवन में खुश रहें."
वहां के लोगों से मांगी माफी
उन्होंने वहां के लोगों से शादी के कारण यातायात में आई रुकावटों के लिए माफी भी मांगी. शादी के कारण शहर के कई प्रमुख रोड बंद कर दिए गए थे. राष्ट्रपति ने छह घंटे पहले ही इस पोस्ट को साझा किया था. अब तक इस पोस्ट पर 13 लाख से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं.
2014 में पहली बार बने थे राष्ट्रपति
जोको विडोडो को अक्टूबर 2019 में दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ दिलाई गई थी. शपथ लेने के तुरंत बाद राष्ट्रपति ने कहा था कि उनका यह अंतिम कार्यकाल गरीबी को हटाने और दुनिया के सबसे बड़े पांच अर्थव्यवस्थाओं में से एक के साथ मिलकर 260 मिलियन लोगों के हित में काम करेंगे.
अब हो रही है आलोचना
विडोडो पहले एक बिजनेसमैन के रूप में अपना जीवन शुरू किया था. उन्हें मेटल की चीजों से काफी प्यार था. जोकोवी 2014 में पहली बार इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के रूप में चुने गए थे. उन्हें इंडोनेशिया का बराक ओबामा भी माना जाता है. उन्होंने वहां की खराब सड़कों से लेकर हवाई अड्डों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए भी कई काम किये है. हालांकि मुसीबतों की लहर आने के बाद उनके नेतृत्व की आलोचना काफी हो रही है, जो उनके अंतिम कार्यकाल में उनकी छवि पर नुकसान पहुंचा सकते हैं.