Canada-US Border: कनाडा के रास्ते अमेरिका में बढ़ी घुसपैठ की घटना, महज एक महीने में 5,152 भारतीय सीमा में किए प्रवेश, देखें पूरा आंकड़ा
Canada-US Border: कनाडा के रास्ते अमेरिका में घुसपैठ की घटनाएं अपने चरम पर पहुंच गई हैं. इस मसले को लेकर अमेरिका ने चिंता जताई है, साथ ही कनाडा से कठोर वीजा स्क्रीनिंग की मांग की है.
Canada-US Border: कनाडा से बड़ी संख्या में भारतीय पैदल चलकर अमेरिका की सीमा में घुस रहे हैं. मौजूदा समय में इस तरह से घुसपैठ करने वालों की संख्या अपने चरम पर पहुंच गई है, जिसके बाद अमेरिका की चिंता बढ़ गई है. अब कनाडा की वीजा स्क्रीनिंग प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं. इसके अलावा ऐसे भी मामले सामने आ रहे हैं जिसमें कनाडा की यात्रा करने वाले यात्री ऐसी यात्रा का चयन करते हैं, जिससे उन्हें यूके में रुकना पड़े, जिससे यूके में भी शरण लेने वालों की संख्या बढ़ रही है. अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (CBP) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, महज जून महीने में 5,152 भारतीय बगैर किसी दस्तावेज के कनाडा के रास्ते अमेरिका में घुसे हैं.
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2023 के बाद से मेक्सिको की सीमा से अधिक कनाडा के रास्ते भारतीय अमेरिका में प्रवेश कर रहे हैं. दरअसल, कनाडा और अमेरिका के बीच 9 हजार किलोमीटर की खुली सीमा है, जो मेक्सिको-अमेरिका की सीमा से दोगुना है. यह दुनिया की सबसे बड़ी खुली सीमा भी है. सीबीपी आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी से जून के बीच अमेरिकी सीमा पर 3733 भारतीय पकड़े गए हैं. यह आंकडा औसत 2548 से 47 फीसदी अधिक है. साल 2021 की बात करें तो उस समय यह आंकड़ा महज 282 था, इसमें अब 13 गुना वृद्धि हो गई है.
अमेरिका में भारतीयों का दबदबा
दरअसल, अमेरिकी में भारी संख्या में भारतीय नागरिक आधिकारिक तौर पर निवास करते हैं, इनका अमेरिका में आर्थिक तौर काफी दबदबा भी है. बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के हालिया अनुमान के मुताबिक, अमेरिका की कुल आबादी में 1.5 फीसदी भारतीयों का हिस्सा है. लेकिन भारतीय नागरिकों का आयकर में 5-6 फीसदी शेयर है. दूसरी तरफ यूके में बंदरगाह पर शरण लेने वाले भारतीयों की भी संख्या बढ़ रही है. साल 2021 में यह संख्या 495 थी, जो साल 2022 में 136 फीसदी बढ़ने के साथ 1170 हो गई है. 2023 की बात करें तो यह आंकड़ा 1391 पहुंच गया.
सुविधा के दुरुपयोग पर यूके सख्त
इन घुसपैठों को ध्यान में रखते हुए यूके और अमेरिका दोनों कनाडा को अपनी चिंताओं के बारे में बता दिया है. द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने अधिक कठोर वीजा स्क्रीनिंग की मांग की है. इस मसले पर आप्रवासन, शरणार्थी और नागरिकता कनाडा (IRCC) के एक प्रवक्ता ने कहा, 'मौजूदा समय में हम अमेरिका या यूके के साथ किसी भी बातचीत पर टिप्पणी नहीं कर सकते. कनाडा इन गतिविधियों को अंजाम दिलाने वाले नेटवर्क को समझने की कोशिश कर रहा है.' दूसरी तरफ यूके के गृह मंत्रालय ने कहा कि वे इस बाद को लेकर प्रतिबद्ध हैं कि किसी भी सुविधा का गलत इस्तेमाल न किया जाए.