इंडोनेशिया में ड्रोन चलाने में माहिर लोगों की टीम बनीं लाइफलाइन, कोरोना मरीजों तक पहुंचा रही है मदद
Innovation at the Time of Corona: इंडोनेशिया के मकस्सर में ये टीम जुलाई की शुरुआत से ही लगातार जरुरतमंद मरीजों तक सामान की डिलिवरी कर रही है. इस टीम का नाम ‘Makassar Recover Drone Medic’ है.
Innovation at the Time of Corona: कोरोना महामारी के चलते मकस्सर (Makassar) समेत इंडोनेशिया के कई शहरों में आवाजाही को लेकर प्रतिबंध जारी हैं. ऐसे में ड्रोन चलाने की कला में माहिर लोगों की एक टीम घर में आईसोलेटेड कोरोना मरीजो तक दवाई और खाना पहुंचाने के लिए अपनी इस खास स्किल का इस्तेमाल कर रहे हैं. सात लोगों की ये टीम इसके लिए पांच ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है.
साउथ सुलावेसी (South Sulawesi) प्रांत की राजधानी मकस्सर में ये टीम जुलाई की शुरुआत से ही लगातार जरुरतमंद मरीजों तक सामान की डिलिवरी कर रही है. साथ ही ये ड्रोन ट्रैफ़िक के हालात को मॉनिटर करने के भी काम आ रहे हैं. इसके अलावा शहर में लोगों के मूवमेंट और कोविड-19 टेस्ट के लिए किसी एरिया को टारगेट करने में मदद के लिए भी ये बेहद कारगर साबित हो रहे हैं.
‘Makassar Recover Drone Medic’ के नाम से जानी जाने वाली ये टीम लोकल कोरोना वायरस टास्क फोर्स के साथ मिलकर काम कर रही हैं. टीम के फाउंडर मोहम्मद देसिसयारा दहयार ने बताया, "हम रोजाना दिन में पांच बार दवाइयों की डिलिवरी करते हैं. जुलाई में जब यहां कोरोना पीक पर था तब हमनें रोजाना एक दिन में 25 बार कोरोना मरीजों तक दवाई पहुंचाई है." उन्होंने साथ ही बताया, "हमारे लिए हमारा ये मिशन गर्व की बात है. ऐसा मौका बार बार नहीं मिलता कि आप जरुरतमंद लोगों तक मदद पहुंचा सकें और डिसास्टर मैनजमेंट का हिस्सा बन सकें."
ड्रोन के और ज्यादा इस्तेमाल का है प्लान- मेयर
वहीं मकस्सर के मेयर मोहम्मद रमधान पोमाटो (Mohammad Ramdhan Pomato) ने बताया कि, स्थानीय अधिकारी इन ड्रोन के और ज्यादा इस्तेमाल पर विचार कर रही है. आस पास के द्वीपों और मकस्सर के बाहर एक शिप में आईसोलेटेड लगभग 800 लोगों तक जरूरी सामान पहुंचाने के लिए भी इनका इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने बताया, "इनमें से हर एक ड्रोन की रेंज लगभग सात किलोमीटर है. इसलिए हम आस पास के द्वीपों तक भी सामान पहुंचा सकते हैं."
ड्रोन से दवाई पहुंचाने की ये तकनीक बेहद सुरक्षित
यहां के एक स्थानीय व्यक्ति हरताती कोविड पॉज़िटिव आने के बाद अगस्त से ही अपने परिवार संग सेल्फ आईसोलेटेड हैं. उन्होंने बताया, "मेरे ख्याल से ये एक बहुत अच्छी फल है. ड्रोन से जो दवाई या भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है वो बेहद सुरक्षित है. इसके चलते हमें किसी भी व्यक्ति के संपर्क में आने की जरुरत नहीं पड़ रही है. जो कि महामारी के इस दौर में सबसे ज्यादा जरूरी है."
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