Budget 2024: आगामी लोकसभा चुनावों से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार (1 फरवरी) को अंतरिम बजट पेश करेंगी. बजट में टैक्सपेयर्स, किसानों और सरकारी कर्मचारियों को लुभाने के लिए लोकलुभावन घोषणाएं की जा सकती हैं. मौजूदा वर्ष 2023-24 में मोदी सरकार ने आधारभूत ढांचे की मजबूती के लिए पूंजीगत खर्च के लिए 10 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए थे, जिससे देश में वर्ल्डक्लास आधारभूत ढांचा तैयार किया जा सके.


वहीं, बजट से पहले वित्त मंत्रालय ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर एक रिपोर्ट जारी की. इसमें कहा गया है कि अगले तीन वर्ष में भारत की इकोनॉमी 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी और इसी के साथ भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी. फिलहाल चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था है, जबकि अमेरिका इस मामले में शीर्ष पर है.


पिछले साल 3.4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर था चीन का बजट
2023 में चीन का आम बजट अनुमानित 3.4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर था और खर्च 27.5 ट्रिलियन निर्धारित किया गया था. चीन अपने बजट का एक बड़ा हिस्सा डिफेंस के लिए खर्च करता है. 2023 में चीन का रक्षा बजट 227.8 बिलियन डॉलर  निर्धारित किया गया था, जो कि 2022 के मुकाबले 7.2 प्रतिशत अधिक था. हालांकि, चीन अभी भी रक्षा क्षेत्र में अमेरिका से काफी कम पैसा खर्च करता है. 2023 में अमेरिका रक्षा बजट  797.7 बिलियन डॉलर था.


105.9 बिलियन डॉलर कर्जा चुकाया
इसके अलावा चीन ने 2023 में 105.9 बिलियन डॉलर कर्जा चुकाया, जो पिछले साल से 10.8 फीसदी ज्यादा था. इस दौरान साइंस एंड टेक्नोलॉजी के लिए चीन का बजट 48.1 बिलियन डॉलर था. इसमें 2 प्रतिशत का इजाफा किया गया था.


पब्लिक सर्विस बजट में कटौती
पब्लिक सिक्योरिटी के लिए चीन का बजट 30.6 बिलियन डॉलर था, जो 2022 के बजट से 6.4 प्रतिशत ज्यादा था. वहीं, पिछले साल चीन पब्लिक सर्विस के बजट में 0.7 प्रतिशत की कटौती की. 2023 में पब्लिक सर्विस बजट 23 बिलियन डॉलर था.


एजुकेशन पर कितना खर्च करता है ड्रैगन?
इतना ही नहीं पड़ोसी देश का एजुकेशन बजट 2023 में 22.8 बिलियन था, जो 2022 के बजट के मुकाबले 2 फीसदी ज्यादा था. वहीं, डिप्लोमेसी के लिए चीन का बजट 8 बिलियन डॉलर था, जो पिछले बजट के मुकाबले 12.2 प्रतिशत अधिक था. 


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