पुतिन का 'डर्टी बम' का दावा कितना सही? UN की परमाणु एजेंसी करेगी जांच
Dirty Bomb: रूस ने यूक्रेन पर 'डर्टी बम' का इस्तेमाल करने का दावा किया था. इसी मद्देनजर अब UN की परमाणु निगरानी संस्था ने यूक्रेन में निरीक्षण करने का फैसला लिया है.
Russia Ukraine War: संयुक्त राष्ट्र (UN) की परमाणु निगरानी संस्था इस हफ्ते यूक्रेन में दो स्थानों पर तथाकथित 'डर्टी बम' के उत्पादन से संबंधित रूसी आरोपों का "इंडिपेंडेंट वेरिफिकेशन" करेगी. रूस ने यूक्रेन पर मॉस्को के सैनिकों के खिलाफ इस तरह के हथियार का इस्तेमाल करने की तैयारी करने का आरोप लगाया है, लेकिन कीव को संदेह है कि रूस खुद ही डर्टी बम का इस्तेमाल कर सकता है.
अंतरराष्ट्री परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने कहा, "IAEA निरीक्षक इन स्थानों पर इंडिपेंडेंट वेरिफिकेशन करेंगे. वे सुरक्षा उपायों के तहत परमाणु सामग्री के किसी भी अघोषित उत्पादन या परमाणु सामग्री के प्रसंस्करण का पता लगाने के लिए काम करेंगे और आश्वस्त करेंगे कि कोई अघोषित परमाणु सामग्री और गतिविधियां नहीं हैं." एजेंसी ने कहा कि उसने "एक महीने पहले दो स्थानों में से एक का निरीक्षण किया था और वहां कोई अघोषित परमाणु गतिविधियां या सामग्री नहीं मिली थी."
रूस ने क्या आरोप लगाए?
बीबीसी के मुताबिक, रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने ब्रिटेन के रक्षा सचिव, बेन वालेस को एक फोन कॉल में बताया कि वह "कीव के संभावित उकसावे के बारे में चिंतित हैं, जिसमें एक डर्टी बम का उपयोग शामिल है." वहीं गुरुवार (27 अक्टूबर) को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने IAEA से यूक्रेन के परमाणु स्थलों का "जितनी जल्दी हो सके" निरीक्षण करने का आह्वान किया था. इसी के साथ रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी अपने दावे किए हैं और कहा है कि डर्टी बम का इस्तेमाल परमाणु आतंकवाद की कार्रवाई होगी. हालांकि, यूक्रेन ने फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका के साथ रूस के आरोपों को खारिज कर दिया है.
क्या होता है डर्टी बम?
यह एक बम है जिसमें रेडियोएक्टिव पदार्थ होता है, जैसे कि यूरेनियम, जो अपने पारंपरिक विस्फोटक के विस्फोट होने पर हवा में बिखर जाता है. इसमें अत्यधिक परिष्कृत रेडियोएक्टिव सामग्री शामिल करने की आवश्यकता नहीं है, जैसा कि परमाणु बम में उपयोग किया जाता है. इसके बजाय, यह अस्पतालों, परमाणु ऊर्जा स्टेशनों या अनुसंधान प्रयोगशालाओं से रेडियोएक्टिव सामग्री का उपयोग कर सकता है. यह परमाणु हथियारों की तुलना में बहुत सस्ता और तेज होता है. उदाहरण के लिए, डर्टी बम को वाहन के पीछे भी ले जाया जा सकता है. डर्टी बम कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं. यही कारण है कि डर्टी बम को एक घातक हथियार माना जाता है.
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