29 जून को हर साल 'इंटरनेशनल डे ऑफ ट्रॉपिक्स' के रूप में मनाया जाता है. यह आयोजन संयुक्त राष्ट्र की एक पहल है, जिसका उद्देश्य पृथ्वी पर ट्रॉपिक्स क्षेत्रों को बढ़ावा देना, संरक्षण रणनीतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसकी उल्लेखनीय विविधता के बारे में विस्तार से समझना है.


साल 2014 में 29 जून को नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की ने 'स्टेट ऑफ द ट्रॉपिक्स रिपोर्ट' पेश की थी, जिसने ट्रॉपिक्स क्षेत्रों पर एक बहुत ही अलग दृष्टिकोण से सुझाव दिया था. रिपोर्ट शीर्ष 12 ट्रॉपिक्स अनुसंधान संस्थानों के प्रयासों का परिणाम थी. रिपोर्ट के लॉन्च के ठीक 2 साल बाद, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 2016 में 29 जून को हर साल 'इंटरनेशनल डे ऑफ ट्रॉपिक्स' के रूप में मनाने की घोषणा की थी. इस अवसर पर दुनियाभर में सेमिनार और कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. साथ ही साथ लोगों को जागरूक भी किया जाता है.


जानिए क्या है इस साल का थीम


'स्टेट ऑफ द ट्रॉपिक्स रिपोर्ट 2021' के अनुसार इस साल का थीम ट्रॉपिक्स में डिजिटल डिवाइड है.


जानिए क्या है इस दिन का उद्देश्य 


इस खास दिवस को मनाने का उद्देश्य प्रमुख चुनौतियों पर जोर देने, ट्रॉपिक्स क्षेत्रों में विकास के दायरे की पहचान करना होता है. दुनियाभर में इस दिन इस विषयों पर बातचीत की जाती है. इस क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिक और जानकार लोगों को इस विषय में जानकारी देते हैं. साथ ही साथ उन्हें ऐसी जगहों के बारे में भी बताते हैं. हर साल लोग इस दिन को अपने अंदाज में सेलिब्रेट करते हैं.


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