International Gita Mahotsav in Canada: ‘अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव’  का आयोजन आज से 19 सितंबर तक कनाडा में होगा. हरियाणा सरकार की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान में इस कार्यक्रम को लेकर जानकारी दी गई. पिछले 6 साल से विदेशों में आयोजित हो रहा यह महोत्सव इस साल कनाडा के ‘लिविंग आर्ट सेंटर मिसिसॉगा’ में आयोजित किया जाएगा. बयान में कहा गया, ‘‘मिसिसॉगा में सुबह के सत्र में पहले ‘लिविंग आर्ट सेंटर’ में श्रीमद्भगवद गीता पर सेमिनार और शाम को श्री कृष्ण कथा कार्यक्रम होगा. 


18 सितंबर को निकाली जाएगी शोभायात्रा


बताया गया कि 18 सितंबर को टोरंटो के डुडास स्क्वॉयर में एक ‘शोभा यात्रा’ आयोजित की जाएगी और गीता की शिक्षाओं पर 19 सितंबर को ‘ओंटेरियो पार्लियामेंट’ में चर्चा की जाएगी. गीता पार्क भूमि पूजन ब्रैम्पटन सिटी, ओंटेरियो में होगा. आयोजकों की तरफ से बताया गया है कि तीन दिवसीय महोत्सव में भारत और विदेशों के 104 धार्मिक और सामाजिक संगठन भगवद गीता की शिक्षाओं पर विचार-मंथन करेंगे. हर साल नवंबर-दिसंबर में कुरुक्षेत्र में एक गीता महोत्सव का आयोजन किया जाता है.


क्यों होता है आयोजन


हरियाणा राज्य का जिला है कुरुक्षेत्र, जिसका पौराणिक इतिहास है. कुरुक्षेत्र ही हिंदुओं के सबसे पवित्र ग्रंथ गीता की रचना का केंद्र रहा है. गीता में जीव-जगत के लिए कोई भी पक्षपात, भेदभाव, संकीर्णता, जाति-वर्ण आदि का स्थान नहीं है, यह ग्रंथ पूरी तरह मानवता के लिए है. यह ग्रंथ उदारता की पहचान है और मन को मानसिक शांति का आभास कराता है. हर साल मार्गशीर्ष महीने के शुक्लपक्ष की एकादशी को गीता जयंती मनाई जाती है. इस बारे में महाभारत ग्रंथ में वर्णित है कि कौरव-पांडवों का युद्ध शुरू होने से पहले ही अर्जुन ने शस्त्र रख दिए थे और वह मन से इस संसार के जन्म-मरण व रिश्ते-बंधनों में बंध गए थे. तब भगवान श्रीकृष्ण ने इसी दिन अर्जुन को दिव्य ज्ञान दिया था. उस ज्ञान को श्रीमद्भागवत गीता में समेटा गया है. ऐसे में इसीलिए हर साल इस तिथि पर भगावन श्री कृष्ण को याद करके यह जयंती मनाई जाती है. 


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