तेहरानः इराक में अमेरिकी ठिकानों पर हमले के बाद ईरान सरकार ने बयान जारी किया है. ईरान सरकार ने कहा है कि हमने अमेरिकी सैनिकों पर 22 मिसाइलों से हमला किया है और इस हमले में 80 लोग मारे गए हैं. ईरान ने यह भी कहा है कि इन हमलों में कोई इराकी नागरिक नहीं मारा गया है. अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरानी कुद्स फोर्स के कमांडर जनरल कासिम सुलमानी मारे गए थे, जिसके बाद से अमेरिका और ईरान के रिश्तों में तल्खी बढ़ गई है.


हम अपनी सुरक्षा टीम के संपर्क में हैं- व्हाउट हाउस


वहीं, अमेरिका ने ईरान की तरफ से किए गए इस हमले की पुष्टि तो की है, लेकिन यह घोषणा नहीं कि है कि मिसाइल हमले में कोई हताहत हुआ है या नहीं या अड्डे में किस तरह का नुकसान हुआ है. यह भी पक्के तौर पर जानकारी नहीं मिली है कि कितनी मिसाइलें दागी गईं या वह किस प्रकार की थीं. व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हमले के बारे में सूचित किया गया है और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के संपर्क में हैं, जबकि ईरान की सरकारी मीडिया ने कहा है कि रिवोल्यूशनरी गार्डस ने हमले को अंजाम दिया.


हमले को लेकर ईरान की समाचार एजेंसी आईएसएनए ने कहा है, "आज सुबह, (ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड) के साहसी लड़ाकों ने 'ओह जाहरा' कोड के साथ आतंकवादी अड्डे और आक्रामक अमेरिकी फोर्सेज 'एन अल असद' पर 22 मिसाइलें दाग कर ऑपरेशन शहीद सुलेमानी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया."


सुलेमानी की हत्या का बदला पूरा- ईरान


ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने अमेरिकी बलों पर किए हमले को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया और कहा कि इसके साथ ही अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला पूरा हो गया है. जरीफ ने कहा, ‘‘ ईरान ने आत्मरक्षा के तौर पर यह कदम उठाया और उसके साथ ही सुलेमानी की मौत का बदला पूरा हो गया.’’


उन्होंने बताया कि इस हमले में उस अड्डे को निशाना बनाया गया जहा से नागरिकों और वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कायरतापूर्ण सैन्य हमला (अमेरिका द्वारा) किया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘ हम तनाव बढ़ाना या युद्ध नहीं चाहते लेकिन किसी भी आक्रामकता से खुद की रक्षा करेंगे.’’


अमेरिका ने इराक-ईरान के ऊपर विमानों के गुजरने पर बैन


अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) ने कहा है कि उसने अमेरिका में पंजीकृत विमानों के इराक, ईरान और खाड़ी क्षेत्र के ऊपर से गुजरने पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह कदम इराक में अमेरिकी बलों पर रॉकेट हमलों के बाद उठाया गया है.


एफएए ने कहा, ‘‘आज रात नोटिस जारी कर अमेरिकी असैन्य उड़ान संचालकों के विमान संबंधी प्रतिबंधों के बारे में सूचित किया गया. इसमें इराक, ईरान के हवाई क्षेत्र पर और फारस की खाड़ी तथा ओमान की खाड़ी के जल क्षेत्र पर संचालन को प्रतिबंधित कर दिया गया है.’’ इसमें आगे कहा गया, ‘‘ एफएए पश्चिम एशिया में घटनाओं पर करीबी नजर बनाए रखेगा.’’


यह भी पढ़ें-

इराक में अमेरिकी ठिकानों पर ईरान ने दागी एक दर्जन मिसाइलें, ट्रंप बोले- 'ऑल इज वेल'

Iran Vs USA: 10 प्वाइंट्स में जानिए ईरान और अमेरिका के बीच कैसे बढ़ा तनाव

ट्रंप ने मारे गए ईरानी कमांडर सुलेमानी को बताया 'राक्षस', कहा-मारकर कई बेगुनाहों की जान बचाई