Iranian Chess Player: ईरानी शतरंज खिलाड़ी को स्पेन की नागरिकता मिली, खेल प्रतियोगिता में हिजाब न पहनने पर मिली थी धमकी
Iran: खादेम ने स्पेन जाने के बाद एल पेस न्यूज पेपर को इंटरव्यू में कहा था कि मैं पर्दे में नहीं रह सकती हूं. मुझे पर्दे में रहना अच्छा महसूस नहीं कराता है, इसलिए मैंने हिजाब न पहनने की फैसला किया है.
Iranian Chess Player: ईरानी महिला शतरंज खिलाड़ी सारा खादेम (Sara Khadem) के नाम से मशहूर सारा सादत खादेमलशरीह ने दिसंबर के अंत में में कजाकिस्तान में एक कंपटीशन में बिना हिजाब के हिस्सा लिया था. इसका ईरान की सत्ता ने विरोध किया. उस वक्त सारा खादेम विरोध से बचने के लिए जनवरी में स्पेन चली गई थी. ईरान में उसके घर पर उसके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था.
हाल ही में ईरानी शतरंज खिलाड़ी सारा खादेम को स्पेनिश नागरिकता प्रदान की गई है. इस बात की जानकारी स्पेन सरकार ने दी. सारा खादेम ने कजाकिस्तान में आयोजित फिडे वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप में हेडस्कार्फ के बिना हिस्सा लिया, जो ईरान के सख्त इस्लामिक ड्रेस कोड के तहत अनिवार्य है.
विशेष परिस्थितियों की वजह से मिली नागरिकता
स्पेन के आधिकारिक राज्य पत्रिका ने न्याय मंत्री पिलर लोप के हवाले से कहा कि कैबिनेट ने मंगलवार (25 जुलाई) को खादेम को उसके मामले की विशेष परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए नागरिकता देने को मंजूरी दे दी.
सारा खादेम उन कई एथलीटों में से एक थीं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान हिजाब नहीं पहनने का फैसला किया था, जब सितंबर में 22 वर्षीय महसा अमिनी की नैतिक पुलिस हिरासत में मौत के बाद ईरान में विरोध प्रदर्शन चल रहा था. 26 साल की खादेम ने रॉयटर्स को बताया कि उसे अपने देश के खिलाफ विरोध आंदोलन के समर्थन में किए गए काम पर कोई पछतावा नहीं है.
'मैं पर्दे में नहीं रह सकती हूं'
खादेम ने स्पेन जाने के बाद एल पेस न्यूज पेपर को इंटरव्यू में कहा था कि मैं पर्दे में नहीं रह सकती हूं. मुझे पर्दे में रहना अच्छा महसूस नहीं कराता है, इसलिए मैंने हिजाब न पहनने की फैसला किया है. वहीं जनवरी में स्पेन जाने पर खादेम ने प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ से मिलीं और उनके साथ शतरंज का खेल खेला.
एक रिटायर्ड शतरंज रेफरी शोहरेह बयारत ने जनवरी में द नेशनल को बताया कि ईरान विदेश में प्रतिस्पर्धा करने वाली महिलाओं पर हिजाब पहनने का दबाव बनाने के लिए बुरी रणनीति का इस्तेमाल करता है. पहले वे आपकी निंदा करते हैं. फिर साइबर सेना के साथ आप पर हमला करते हैं और आपके परिवार पर दबाव डालते हैं.
ये भी पढ़ें:Pakistan On Rajnath Singh: राजनाथ सिंह के एलओसी पार करने वाले बयान पर पाकिस्तान को लगी मिर्ची, कहा- युद्ध...