(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Iran Protest: ईरान के एथलीट की विरोध प्रदर्शन में चोट के कारण चली गई एक आंख की रौशनी, अब आया बयान
नॉर्वे में स्थित एनजीओ ईरान ह्यूमन राइट्स ने कहा ईरानी में अधिकारियों की कार्रवाई में कम से कम 481 प्रदर्शनकारी मारे गए हैं.
Iran athlete Kosar Khoshnoudikia: एक ईरानी तीरंदाज जिसे प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों ने गोली मार दी थी और इसमें उसकी एक आंख की रौशनी चली गई थी, उसने अब इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है. अपनी बाईं आंख की रौशनी खोने वाली एथलीट ने कहा कि उसे कोई पछतावा नहीं है. लंदन में स्थित ईरान इंटरनेशल TV ने सोमवार को एक वीडियो पोस्ट किया. उस वीडियो में कोसर खोशनौदिकिया ने कहा, देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने का कोई पछतावा नहीं है.
बता दें कि महसा अमिनी को ईरानी महिलाओं के लिए सख्त पोशाक नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में ईरानी अधिकारियों ने गिरफ्तार किया गया था. महसा अमिनी की 16 सितंबर को पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी. जिसके के विरोध में ईरान में चार महीने से प्रर्दशन चला रहा है. प्रदर्शनकारियों पर शासन विरोधी कार्रवाई की गई है. नॉर्वे में स्थित अधिकार समूह हेंगाव ने कहा, कि ईरान की राष्ट्रीय तीरंदाजी टीम की सदस्य कोसर खोशनौदिकिया को पिछले साल कुर्द-आबादी वाले पश्चिम में उनके गृहनगर केरमानशाह में एक रैली में गोली मार दी गई थी.
खोशनौदिकिया के पिता के हाथ में गोली लगी थी
खोशनौदिकिया वीडियो में कहा, कि दिसंबर के शुरूआत महीने में वो अपने पिता के साथ एक मार्च में हिस्सा लेने गए थी. जिस दौरान उन को शूट कर दिया गया था. इसमें उनके दाहिने हाथ में तीन शॉट लगे, एक शॉट उनकी बाईं आंख में लगी और इस दौरान उनके पिता के हाथ में भी गोली लगी थी.
कोसर खोशनौदिकिया ने 2021 में तीरंदाजी में रजत पदक जीता था
खोशनौदिकिया ने 2021 एशियाई तीरंदाजी चैंपियनशिप में कंपाउंड धनुष महिला टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता था. वह दोबारा अपने खेल करियर की शुरूवात कर सकती हैं कि नहीं अब खोशनौदिकिया को इस पर विश्वास नहीं है. हेंगाव के मुताबिक, उनकी आंख के कई ऑपरेशन किए गए हैं लेकिन बाईं आंख की रौशनी हमेशा के लिए चली गई है.
ईरानी प्रदर्शन में 481 लोग मारे गए हैं
खोशनौदिकिया ने कहा,'' जो हुआ उससे मैं कभी दुखी नहीं हूं. मैंने कुछ चीजें खोईं लेकिन मैंने बहुत कुछ पाया." खोशनौदिकिया किस जगह से अपनी बात रख रही थी. यह पता नहीं चल सका. नॉर्वे में स्थित एनजीओ ईरान ह्यूमन राइट्स के अनुसार, ईरानी में अधिकारियों की कार्रवाई में कम से कम 481 प्रदर्शनकारी मारे गए हैं.
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