Aircraft Struck Iranian Militia Trucks: ईरान पर 24 घंटे के अंदर दूसरा बड़ा हमला हुआ है. ईरान के ट्रकों के काफिले पर एयर स्ट्राइक किया गया है. सीरिया-इराक बॉर्डर (Syria Iraq Border) पर ट्रकों पर बमबारी की खबर है. जानकारी के मुताबिक ईरान (Iran) के 6 ट्रकों पर प्लेन से बम गिराए गए हैं. इससे पहले रविवार को ईरान के इस्फहान शहर में सैन्य ठिकाने पर ड्रोन अटैक हुआ था.
सीरिया और दूसरे अरब मीडिया ने रविवार (29 जनवरी) की रात को कहा कि अज्ञात प्लेन ने सीरिया-इराक बॉर्डर पर अल-काइम क्रॉसिंग के पास ईरानी ट्रकों के एक काफिले पर हमला किया.
ट्रकों के काफिले पर बमबारी
सऊदी के अल-अरबिया नेटवर्क ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए कहा कि हमले से पहले 25 ट्रक इराक से सीरिया की सीमा पार कर चुके थे. सीरिया के Sham एफएम रेडियो स्टेशन और अन्य स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार छह रेफ्रिजरेटर ट्रकों को निशाना बनाया गया है. अल-अरबिया ने कहा कि अज्ञात विमान ने ट्रक चालकों पर बम गिराने से पहले पहले चेतावनी दी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अल-काइम क्रॉसिंग ईरानी मिलिशिया की ओर से नियंत्रित किया जाता है.
ईरानी कमांडरों को भी निशाना
यूरोप स्थित सीरियाई एक्सपर्ट उमर अबू लैला ने बताया कि ट्रक ईरानी मिलिशिया के थे और हमलों ने अबू कमल क्षेत्र में ईरानी कमांडरों को भी निशाना बनाया. ऑनलाइन प्रसारित एक फ़ुटेज में क्षेत्र में एक बड़ी आग जलती हुई दिखाई जा रही है. हालांकि वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की गई है.
ईरान के इस्फहान में हुआ था हमला
ईरान के सेंट्रल शहर इस्फहान (Isfahan) में शनिवार (28 जनवरी) को मिलिट्री साइट पर ड्रोन से हमला (Drone Attack) किया गया था. हालांकि, ईरान के रक्षा मंत्रालय ने इसे एक नाकाम ड्रोन हमला बताया था. सुरक्षा अधिकारियों ने बताया था कि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ. ईरानी ने ड्रोन को मार गिराने का भी दावा किया था.
आतंकियों को हथियार भेजने का आरोप
ऐसा माना जाता है कि ईरान (Iran) अक्सर इराक से और सीरिया के रास्ते लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकवादी ग्रुप को हथियार भेजता है. इज़राइल की ओर से अक्सर हवाई हमलों के जरिए सीरियाई एयर डिफेंस सिस्टम को टारगेट किया जाता रहा है. पिछले साल नवंबर की शुरुआत में सीरिया-इराक बॉर्डर पर ईरानी हथियारों को ले जाने वाले एक काफिले पर इजरायली वायु सेना की ओर से हवाई हमला किया गया था. सीरिया के हवाई क्षेत्र में इजरायल के हमले काफी हद तक रूस से नियंत्रित बताए जाते हैं.
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