Iran In SCO: ईरान बना SCO का नया सदस्य, पीएम मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को दी बधाई
Iran: SCO की स्थापना 2001 में शंघाई में एक शिखर सम्मेलन में रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों की ओर से की गई थी.
Iran In SCO: ईरान मंगलवार (4 जुलाई) को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का नया स्थायी सदस्य बन गया. SCO के एक ऑनलाइन शिखर सम्मेलन में यह घटनाक्रम हुआ, जिसकी मेज़बानी भारत ने की. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने प्रभावशाली समूह का पूर्ण सदस्य बनने पर ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (Ebrahim Raisi) और वहां के लोगों को बधाई दी.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''मैं इस मौके पर राष्ट्रपति रईसी और ईरान के लोगों को बधाई देता हूं. हम बेलारूस की SCO सदस्यता के लिए मेमोरेंडम ऑफ ऑब्लिगेशन पर हस्ताक्षर करने का भी स्वागत करते हैं.'' उन्होंने कहा कि आज SCO में शामिल होने के लिए अन्य देशों की रुचि इस संगठन के महत्व का प्रमाण है.
PM मोदी ने की शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता
भारत के प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुए शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और समूह के अन्य नेता शामिल हुए. अपनी टिप्पणी में ईरान के राष्ट्रपति रईसी ने उम्मीद जताई की कि SCO में ईरान की उपस्थिति सामूहिक सुरक्षा और सतत विकास के साथ-साथ देशों के बीच एकता हासिल करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी.
ईरान के प्रवेश के ऐतिहासिक महत्व पर जोर
शिखर सम्मेलन के समापन पर जारी एक घोषणा पत्र में कहा गया कि सदस्य देशों ने एक पूर्ण सदस्य राष्ट्र के रूप में SCO में इस्लामी गणराज्य ईरान के प्रवेश के ऐतिहासिक महत्व पर जोर दिया. घोषणा में कहा गया है कि उन्होंने SCO के सदस्य का दर्जा प्राप्त करने के लिए बेलारूस गणराज्य की ओर से मेमोरेंडम ऑफ ऑब्लिगेशन पर हस्ताक्षर करने के महत्व को भी रेखांकित किया.
SCO की स्थापना 2001 में शंघाई में एक शिखर सम्मेलन में रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों के ओर से की गई थी. वहीं वर्ष 2017 में भारत के साथ पाकिस्तान इसका स्थायी सदस्य बना.
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