Iran Israel Conflict: ईरान के नागरिक उड्डयन संगठन के प्रवक्ता के हवाले से सरकारी मीडिया ने बताया कि सोमवार सुबह 6 बजे तक ईरान के हवाई अड्डों से सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. प्रवक्ता ने बिना कोई पूरी जानकारी दिए कहा कि उड़ानें "परिचालन प्रतिबंधों" के कारण रोकी गई हैं.


इरना स्टेट न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इन प्रतिबंधों के कारण, "देश के कुछ हवाई अड्डों पर उड़ानें आज रात 21:00 बजे (1730 GMT), रविवार, 6 अक्टूबर से लेकर कल, 7 अक्टूबर को सुबह 6:00 बजे तक रद्द रहेंगी." ये फैसला पिछले सप्ताह तेहरान की ओर से इजरायल पर मिसाइल हमलों के बाद ईरान और इजरायल के बीच बढ़े तनाव के बीच हुई है.


क्या इजरायल से डर गया ईरान?


ईरान ने मंगलवार को करीब 200 मिसाइलें दागीं, जो इस साल इजरायल पर उसका दूसरा सीधा हमला है. इसे ईरान के साथ गठबंधन करने वाले उग्रवादी नेताओं और ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के एक वरिष्ठ कमांडर की हत्या का बदला बताया गया है. इजराइल ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है, हालांकि उसने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह कब और कैसे जवाब देगा.


मिसाइल हमले के बाद मंगलवार रात को ईरानी हवाई क्षेत्र को करीब दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया था, लेकिन गुरुवार सुबह उड़ानें फिर से शुरू हो गईं. सुरक्षा चिंताओं को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानों के अस्थायी बंद होने का कारण बताया गया.


इजरायल से क्यों डर गया ईरान?


यूरोपीय संघ विमानन सुरक्षा एजेंसी ने अस्थिर स्थिति के कारण एयरलाइनों को 31 अक्टूबर तक ईरानी हवाई क्षेत्र से बचने की सलाह दी है, तथा इस परामर्श की समीक्षा जारी है. ईरान के ऊर्जा ढांचे पर संभावित इजरायली हमलों की चिंताओं के बीच, तेल मंत्री मोहसेन पकनेजाद ने रविवार को देश के सबसे बड़े तेल निर्यात टर्मिनल के घर, खरग द्वीप का दौरा किया.


तेल मंत्रालय की समाचार एजेंसी शाना के अनुसार, पकनेजाद ने देश की प्रमुख तेल और गैस सुविधाओं की सुरक्षा पर चर्चा करने के लिए रिवोल्यूशनरी गार्ड्स नेवी के एक वरिष्ठ कमांडर से मुलाकात की. इजराइल ने जवाबी कार्रवाई के तौर पर ईरान की तेल सुविधाओं को निशाना बनाने की संभावना से इनकार नहीं किया है.


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