Iran Currency Fall Down: पश्चिमी देशों के साथ बढ़ते तनाव और देश में फैली अशांति के बीच ईरान की करेंसी अब तक के रिकॉर्ड निचले लेवल पर पहुंच गई है. ईरान में रविवार (22 जनवरी) को बाजार खुलते ही अमेरिकी डॉलर पहली बार 450,000 रियाल के लेवल के पार चला गया. पूर्व सेंट्रल बैंक ऑफ ईरान के गवर्नर, अली सालेहाबादी को दिसंबर के अंत में रियाल के पिछले तेजी से करेंसी के वैल्यू गिरने के बाद बर्खास्त कर दिया गया था, जिसने ओपेन मार्केट में ग्रीनबैक के मुकाबले 440,000 से अधिक की गिरावट देखी थी .


ईरान के गवर्नर के हटने के बाद मोहम्मद रजा फरज़िन ने 40 फीसदी मुद्रास्फीति दर के दौरान कीमतों को स्थिर रखने के कोशिश में जरूरी समानों को इम्पोर्ट करने के लिए डॉलर के मुकाबले करेंसी की दर 285,000 रियाल पर सीमित करने का वादा किया था.


नए गवर्नर ने वादा किया था


ईरान के नए गवर्नर फरज़िन ने शनिवार (21 जनवरी) को कहा, "आज केंद्रीय बैंक मुद्रा और सोने के भंडार के मामले में कोई सीमा नहीं रखता है और करेंसी में उतार-चढ़ाव का मुख्य कारण मीडिया प्रचार और समाज में मनोवैज्ञानिक संचालन है." जैसे ही शनिवार (21 जनवरी) को रियाल एक बार फिर से फ्रीफाल में चला गया. इसके बाद केंद्रीय बैंक ने दावा किया कि इराक में ईरान का 300 मिलियन यूरो (326 मिलियन डॉलर) का पैसा अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद प्राप्त हुआ था और बाजार में निवेश किया गया था.


सेंट्रल बैंक एक्सचेंज लिमिट बढ़ाएगा


रविवार को, केंद्रीय बैंक ने कहा कि यह जल्द ही करेंसी की अधिकतम राशि को 2,000 यूरो ($ 2,176) से 5,000 यूरो ($ 5,439) तक सालाना बेच सकता है, यह दिखाने के लिए कि उसके पास मुद्रा की कोई कमी नहीं है. अमेरिका के ओर से 2018 में वर्ल्ड पावर के साथ 2015 के ईरान परमाणु समझौते को एकतरफा रूप से त्यागने और कठोर बैन लगाने के बाद ईरान में नए करेंसी संकट को ट्रिगर करने के बाद केप पेश की गई थी. वहीं दूसरी ओर करेंसी अवमूल्यन का मुकाबला करने के लिए ईरान की पुलिस बल ने समय-समय पर हाल के महीनों में दर्जनों करेंसी सट्टेबाजों की गिरफ्तारी की घोषणा की है.


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