Iran-Pak Relation: ईरानी विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन पाकिस्तानी समकक्ष जलील अब्बास जिलानी के निमंत्रण पर सोमवार (29 दिसंबर, 2024) को इस्लामाबाद पहुंचे. नूर खान एयरबेस पहुंचने पर ईरानी विदेश मंत्री का अफगानिस्तान और पश्चिम एशिया के लिए पाकिस्तान के अतिरिक्त विदेश सचिव रहीम हयात कुरेशी ने स्वागत किया.


यात्रा के दौरान अब्दुल्लाहियन दोनों देशों के बिगड़े संबंधों को पटरी पर लाने का प्रयास करेंगे. पाकिस्तानी समकक्ष जिलानी और पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर के साथ गंभीर मुद्दों पर चर्चा होगी. यह जानकारी पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा की ओर से एक्स (पूर्व में टि्वटर) हैंडल पर साझा की गई. 


कब और कैसे बिगड़े थे हालात?
16 जनवरी, 2024 को तेहरान ने दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे. जवाब में 18 जनवरी को पाकिस्तान ने जवाबी हमले में ईरान के अंदर हमले किए थे. एक बयान में पाकिस्तानी सेना की ओर से बताया गया था कि 'आतंकवादी संगठन', बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) को एक इंटेलिजेंस बेस्ड ऑपरेशन के तहत निशाना बनाया गया था.


विदेश मंत्री के आने से पहले टेलीफोन पर हो चुकी चर्चा
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया, हाल ही में पाकिस्तान और ईरान स्थिति को सुधारने और आतंकवाद के खिलाफ काम करने के लिए सहमत हुए हैं. पाकिस्तानी मंत्री ने ईरानी समकक्ष अब्दुल्लाहियन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और दोनों देशों की अखंडता और संप्रभुता पर जोर दिया.


मंत्रालय के मुताबिक, विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से बात की. पाकिस्तान और ईरान के बीच घनिष्ठ भाईचारे के साथ संबंधों को बनाए रखने पर चर्चा हुई. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने आपसी विश्वास और सहयोग की भावना के आधार पर ईरान के साथ काम करने की इच्छा व्यक्त की. इस बीच, एक रिपोर्ट में बताया गया कि दोनों के बीच बन रही तनातनी की स्थिति को देखते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने ईरानी विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन को पाकिस्तान आने का न्योता दिया था.


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