Girls Poisoned In Iran: ईरान का खौफनाक चेहरा एक बार फिर दुनिया के सामने आया है. हिजाब के खिलाफ महिलाओं के लगातार चल रहे आंदोलन के बीच ईरान में अब सैकड़ों लड़कियों को स्कूल जाने से रोकने की कोशिश की जा रही है. स्कूली छात्राओं को जहर देकर मारने का हथकंडा अपनाया जा रहा है. संदिग्ध रासायनिक हमलों (Chemical Attacks) के बाद सैकड़ों स्कूली छात्राओं को ईरान भर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. 


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ईरान (Iran) में सैकड़ों स्कूली छात्राओं में अज्ञात बीमारियों के लक्षण पाए गए हैं. पिछले साल नवंबर से ऐसे कई मामले सामने आए हैं.


ईरान में नहीं थम रहा बेटियों पर अत्याचार


ईरान के इमामत शहर में 250 स्कूली लड़कियां और टीचर अस्पताल में भर्ती हैं. बताया जा रहा है कि इन लोगों पर रासायनिक हमला हुआ है. ईरान के स्कूलों में एंबुलेंस की लाइन लगी हुई है. आरोप है कि इस शहर के स्कूली छात्राओं को स्कूल जाने से रोकने के लिए जानबूझकर जहर दिया जा रहा है. केमिकल अटैक के जरिए उन्हें मारने की साजिश की जा रही है.


बेटियों को जहर देकर मारने की साजिश


ईरान के उप स्वास्थ्य मंत्री यूनुस पनाही ने भी लड़कियों को जहर देने को लेकर पुष्टि की थी. उन्होंने कहा कि लड़कियों को स्कूल जाने से रोकने के लिए और उनकी शिक्षा बंद कराने के लिए उनको जानबूझकर जहर दिया गया है. स्थानीय मीडिया ने बताया कि उल्टी, थकान और चक्कर आने की शिकायत के बाद 120 से अधिक लड़कियों का हमीदान और कबुदराहंग में इलाज किया गया.


ईरान के कुम शहर में भी आया था मामला


ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक तेहरान के पास पांच शहरों में लड़कियों के स्कूलों में संदिग्ध जहर की सूचना मिली थी, जिसमें एस्लमशहर, शहरयार और रोबट करीम शामिल हैं. मेहर न्यूज एजेंसी के मुताबिक ज़हर देने की पहली घटना कुम में दर्ज की गई थी, जब 44 लड़कियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बताया गया कि कुम शहर में लड़कियों पर विषैला गैस छोड़ा गया था, जिसमें कई छात्राएं बीमार हो गई थीं. इसके अलावा उर्मिया के एक गर्ल्स हाई स्कूल की 30 छात्राओं के अलावा तीन स्टाफ सदस्यों को भी अस्पताल ले जाया गया था.


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