Iran Helicopter Crash Highlights: इब्राहिम रईसी के गुजर जाने से ईरान पर कितना पड़ेगा प्रभाव और क्या हैं इसके मायने?
Iran Helicopter Crash Highlights: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में रविवार को जान चली गई. खराब मौसम के बीच चॉपर पूर्वी अजरबैजान प्रांत में वारजेघान वाले इलाके में क्रैश हुआ.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत ने सत्ता संघर्ष के लिए चीजों को खुला छोड़ दिया है. जो कोई भी अयातुल्ला खामेनेई का उत्तराधिकारी बनेगा, उसके लिए सर्वोच्च नेता के पास मौजूद व्यापक अधिकार का प्रयोग करना मुश्किल हो जाएगा.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई इब्राहिम रईसी को शिष्य के रूप में देखते थे. अगर वह जीवित भी होते तब भी इस बात की कोई निश्चितता नहीं थी कि रईसी ही सर्वोच्च नेता के रूप में उनके उत्तराधिकारी बनते. ऐसे में समझा जा सकता है कि पिछली बार की तरह इस बार भी सत्ता संघर्ष होगा. इस पद के लिए इब्राहिम रईसी की उम्मीदवारी का एक दोष धार्मिक व्यवस्था में उनकी स्थिति थी.
इब्राहिम रईसी की होजत-ओल-एस्लाम की लिपिक रैंक अयातुल्ला खामेनेई से नीचे थी, जिसका साफ मतलब है कि वैध सर्वोच्च नेता के रूप में देखे जाने के लिए उन्हें योग्यता में सुधार करना होता. हालांकि, इब्राहिम रईसी की मौत ने निश्चित रूप से स्थिति को बदल दिया है पर सर्वोच्च नेता बनने की लड़ाई कैसे आगे बढ़ सकती है, इसके बारे में भविष्यवाणी करना फिलहाल जल्दबाजी होगी. ऐसा इसलिए और भी अधिक है क्योंकि हाल के वर्षों में सर्वोच्च नेता की निर्विवाद सत्ता को चुनौतियों का सामना करना पड़ा है.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत के बाद ईरान सरकार राष्ट्रपति चुनाव का ऐलान कर चुकी है. देश का 14वां राष्ट्रपति चुनाव 28 जून को होगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, न्यायपालिका, सरकार और संसद के प्रमुखों की बैठक में राष्ट्रपति चुनाव की तारीख तय की गई. प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है.
ईरान के संविधान का अनुच्छेद 131 कहता है कि अगर पद पर रहते हुए किसी ईरानी राष्ट्रपति की मौत होती है तो सबसे पहले शासन चलाने के लिए उपराष्ट्रपति को कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में पद संभालना पड़ता है. उपराष्ट्रपति के पास मात्र 50 दिन तक ही सत्ता संभालने का अधिकार रहता है.
50 दिन के भीतर ईरान के लिए नए राष्ट्रपति का चुनाव कराना होता है. राष्ट्रपति चुनाव कार्यक्रम के आधार पर पंजीकरण 30 मई से तीन जून, 2024 तक किया जाएगा. इसके बाद उम्मीदवारों को 12 से 27 जून तक चुनाव प्रचार कर सकते हैं. आईआरएनए के अनुसार, संवैधानिक परिषद ने प्रारंभिक रूप से कार्यक्रम पर सहमति दे दी है.
धार्मिक गढ़ और तीर्थ शहर क़ोम के साथ राजधानी तेहरान में भी शोक समारोह की योजना बनाई गई है. रईसी को आज (23 मई, 2024) को उनके गृह नगर मशहद के शिया केंद्र में शिया इस्लाम के आठवें इमाम, इमाम रजा की दरगाह पर दफनाया जाएगा.
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बुधवार (22 मई) को ईरान की राजधानी तेहरान पहुंचे. इस दौरान एयरपोर्ट पर धनखड़ को ईरान के अधिकारियों ने रिसीव किया. जगदीप धनखड़ ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री एच आमिर अबदुल्लाहियान के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का आज बुधवार (22 मई, 2024) को राजधानी तेहरान में जनाजा निकाला जा रहा है. उनके अंतिम संस्कार से जुड़ी इस रस्म में हिस्सा लेने भारी संख्या में लोग पहुंचे हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर @richimedhurst नाम के हैंडल से बताया गया, "मैं इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार में हिस्सा ले रहा हूं. यहां सड़कों पर उन्हें श्रद्धांजलि देने वाले लाखों लोग हैं. रूस के राष्ट्रपति और इस्माइल हानियाह भी उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं.पश्चिमी देशों का मीडिया जो कुछ भी आपको इब्राहिम रईसी को लेकर बताए कि ईरान में वह 'नापंसद किए जाते थे', यह सरासर झूठ है. उनका निधन समूची दुनिया के लिए बहुत बड़ा नुकसान है."
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार से जुड़ी रस्म के दौरान बुधवार (22 मई, 2024) को वहां की राजधानी तेहरान में उन्हें याद करते हुए लोग.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ईरानी समकक्ष इब्राहिम रईसी की मौत के बाद कहा कि यह उनके लिए बड़ा नुकसान है. हालांकि, उन्होंने यह भी संकेत दिए कि वह दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत करने के प्रयास करते रहेंगे.
ईरान में नए चुनाव होने तक उप-राष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कदम रखा है. ऐसे में यह उम्मीद की जाती है कि सर्वोच्च नेता के करीबी रूढ़िवादी आंतरिक मंडल न्यूनतम चुनौतियों के साथ एक सुचारु परिवर्तन का लक्ष्य रखते हुए चुनाव के लिए पसंदीदा उम्मीदवार का चयन करेंगे. जैसा कि ईरान के सर्वोच्च नेता ने एक्स पर दावा किया था कि देश को चिंतित या परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि देश का प्रशासन बाधित नहीं होगा. हालांकि, इस्लामिक गणराज्य में नेतृत्व का एक ऐतिहासिक विश्लेषण रूढ़िवादियों और सुधारवादियों के बीच सत्ता परिवर्तन के आवर्ती रूख का सुझाव देता है, जो ईरानी राजनीति में संतुलन की भावना पैदा करता है और शासन की सार्वजनिक वैधता को बढ़ावा देता है. ऐसे में भले ही इब्राहिम रईसी के उत्तराधिकारी को रूढ़िवादी आंतरिक हलके की ओर से नामित और समर्थित किया जाएगा, वह कुछ हद तक उदारवादी रुख अपना सकता है. मौजूदा संसद अध्यक्ष, मोहम्मद बघेर ग़ालिबफ़ या पूर्व अध्यक्ष अली लारिजानी जैसे लोग (जो दोनों उदारवादी रूढ़िवादी हैं) इस खांचे में फिट बैठते हैं.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत (हेलीकॉप्टर हादसे में) इस्लामी गणतंत्र देश के सबसे चुनौतीपूर्ण समय में से एक के दौरान हुई है. राजनीतिक अभिजात वर्ग में एक खास मुकाम रखने वाले इब्राहिम रईसी का ईरान की घरेलू नीतियों पर गहरा प्रभाव था. वह क्षेत्र में प्रतिद्वंद्वियों के साथ संबंध सुधारने के ईरान के हालिया कदमों के केंद्र में भी थे.
यूएस के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर की ओर से साफ किया गया कि अमेरिका बहुत स्पष्ट है कि इब्राहिम रईसी चार दशक तक ईरानी लोगों का दमन करने में शामिल रहे पर वह (अमेरिका) हेलीकॉप्टर दुर्घटना जैसे हादसे में किसी की भी मौत पर अफसोस जताता है. ईरान में न्यायाधीश और राष्ट्रपति के तौर पर इब्राहिम रईसी का रिकॉर्ड नहीं बदला है और “यह तथ्य भी नहीं बदला है कि उनके हाथ खून से सने थे.”
ईरानी सरकार ने उस चॉपर हादसे की जांच के लिए यूएस से मदद मागी है, जिसमें राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी समेत नौ लोगों की जान चली गई थी. हालांकि, अमेरिका ‘लॉजिस्टिक’ (साजो-सामान) कारणों से सहायता नहीं करेगा. यह जानकारी अमेरिका के एक वरिष्ठ राजनयिक ने दी है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने सोमवार को प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि यूएस ऐसी स्थितियों में विदेशी सरकारों से आग्रह आने पर मदद करता है पर यूएस उसकी किसी भी तरह की मदद कर पाने में सक्षम नहीं है. काफी हद तक ‘लॉजिस्टिक’ कारणों के चलते ईरान की मदद नहीं की जा रही है.
केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने मंगलवार को दिल्ली में ईरानी दूतावास का दौरा किया. उन्होंने इस दौरान हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन आमिर-अब्दुल्लाहियन की मौत पर भारत की ओर से गहरी संवेदना जाहिर की. एस जयशंकर ने ‘एक्स’ पर कहा, "राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और मेरे सहयोगी विदेश मंत्री हुसैन आमिर-अब्दुल्लाहियन के दुखद निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करने के लिए आज दिल्ली में ईरान के दूतावास का दौरा किया." भारतीय विदेश मंत्री के मुताबिक, "उन्हें (रईसी और अब्दुल्लाहियन) हमेशा भारत के दोस्तों के रूप में याद किया जाएगा जिन्होंने भारत-ईरान संबंधों के विकास में बहुत योगदान दिया."
भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन की मृत्यु हो जाने पर शोक व्यक्त करने के लिए आयोजित एक आधिकारिक कार्यक्रम में शामिल होने बुधवार को ईरान जाएंगे.
विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक, ‘‘भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 19 मई को दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन और अन्य ईरानी अधिकारियों की मृत्यु पर शोक व्यक्त करने के लिए आधिकारिक कार्यक्रम में शामिल होने 22 मई को इस्लामी गणराज्य ईरान का दौरा करेंगे।’’
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ देश की ओर से ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार में शामिल हो सकते हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक जगदीप धनखड़ बुधवार (22 मई) को ईरान के लिए रवाना हो सकते हैं. गौरतलब है कि भारत में ईरानी राष्ट्रपति के निधन पर मंगलवार (21 मई) को एक दिन का राजकीय शोक मनाया गया.
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर भारत सरकार ने मंगलवार (21 मई) को एक दिन का राजकीय शोक मनाने का ऐलान किया. पूरे देश में आज राजकीय शोक मनाया जा रहा है. इस दौरान सरकारी इमारतों पर लगे तिरंगे आधे झुके हुए हैं.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत पर क्यूबा ने भी खेद प्रकट किया है. ईरान के लिए इस मुश्किल घड़ी में क्यूबा की ओर से समर्थन में एक दिन के शोक का ऐलान किया गया है.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी जिस हेलीकॉप्टर में थे, वह हादसे का शिकार क्यों और कैसे हुआ? फिलहाल इस बात की जांच-पड़ताल की जा रही है. वैसे, अभी तक क्रैश से जुड़ी कई थ्योरी सामने आईं (खराब मौसम, तकनीकी गड़बड़ी और ह्यूमन एरर आदि) पर असल वजह साफ नहीं हो सकी है.
63 साल के इब्राहिम रईसी समेत नौ लोग जब हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुए तब ईरान में उनके लिए दुआएं मांगी जा रही थीं. इस बीच, सोशल मीडिया पर कुछ ईरानी इस मसले पर मजाक बनाते और मीम्स शेयर करते भी दिखे. ऐसे लोगों में से कुछ ने इब्राहिम रईसी को तेहरान (ईरान की राजधानी) का कसाई तक करार दिया. मॉडरेट और मॉर्डर्न शिया मुस्लिम देश ईरान में इब्राहिम रईसी की पहचान कट्टरपंथी नेता की थी. ईरान में उन्हें असहमति और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचलने और महिलाओं की पोशाक को प्रतिबंधित करने के लिए जिम्मेदार माना जाता था. उन्होंने वहां कठोर "हिजाब और शुद्धता कानून" लागू किया था.
Carnegie Endowment for International Peace में सीनियर फेलो करीम सजदादपौर के मुताबिक, इब्राहिम रईसी की मौत की वजह से ‘ईरान में उत्तराधिकार संकट’ पैदा होगा. इस बीच, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह चुनाव ईरानी शासन के लिए हाशिए पर पड़े नरमपंथियों को वापस लाने का मौका दे सकता है.
ईरान में 28 जून को नए राष्ट्रपति के लिए चुनाव होंगे. इस पद के लिए उम्मीदवार 30 मई से तीन जून के बीच रजिस्टर कर सकेंगे, जबकि 12 जून से 27 जून की सुबह तक वे कैंपेनिंग कर सकेंगे. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये चुनाव जल्दबाजी में कराए जा सकते हैं और इनमें कम वोटिंग की आशंका है.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद मोहम्मद मोखबर को फिलहाल कार्यवाहक राष्ट्रपति बना दिया गया है. लंदन में थिंक टैंक Chatham House में मिडिल ईस्ट एंड नॉर्थ अफ्रीका प्रोग्राम के डायरेक्टर सनम वकील के हवाले से ‘सीएनएन’ को बताया गया, “मोहम्मद मोखबर आईआरजीसी के करीबी हैं. वह सत्ता के लीवर के नजदीक हैं. आने वाले दिनों में वह देश की ओर से बिजनेस मॉडल पेश कर सकते हैं.”
साजिश की पहली थ्योरी: एक अप्रैल, 2024 को सीरिया के दमिश्क में ईरानी कॉन्सुलेट पर इजरायल ने एयरस्ट्राइक की थी. ईरानी सेना के टॉप कमांडर इसमें मारे गए थे. हमले के बाद से ईरान बुरी तरह बौखला गया था. जवाब में ईरान ने 13-14 अप्रैल की रात इजरायल पर 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन दागे. हमले के बाद इजरायल ने ईरान को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी तक दे दी थी.
साजिश की दूसरी थ्योरीः ऐसा माना जाता है कि साल 1948 में कई देशों ने इजरायल को मान्यता देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद ईरान अकेला देश था जिसने इजरायल को मान्यता दी थी. 1979 तक दोनों मुल्क एक दूसरे के सहयोगी हुआ करते थे पर इसी साल जब ईरान में इस्लामिक क्रांति आई तो सबकुछ बदल गया.
साजिश की तीसरी थ्योरी: ईरानी मीडिया के हवाले से खबर सामने आई कि अजरबैजान में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद का बड़ा नेटवर्क है और ईरान पर नजर रखने के लिए मोसाद अजरबैजान की जमीन का इस्तेमाल कर रहा था. इब्राहिम रईसी की मौत के बाद हिजबुल्ला की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. कहा गया कि अगर इस घटना के पीछे इजरायल का हाथ है तो वे लोग दुनिया का नक्शा बदल देंगे. पूरे मिडिल ईस्ट में तबाही आ जाएगी.
ईरान के राष्ट्रपति की मौत के बाद मिडिल ईस्ट में माहौल तनाव वाला पैदा हो गया. मिडिल ईस्ट के कई देशों में इब्राहिम रईसी की मौत के बाद अलर्ट जारी किया गया. ऐसा बताया गया कि अगर हादसे में इजरायल की कोई भूमिका सामने आई तो हालात भयावह होने की आशंका है. इब्राहिम रईसी पहले ईरानी राष्ट्रपति थे, जिन पर पदभार संभालने के पहले ही अमेरिका ने प्रतिबंध लगा दिया था.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद ईरान फिलहाल सदमे में है. वहां पांच दिनों के शोक का ऐलान किया गया है. हालांकि, ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने उनके निधन के बाद उप-राष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को राष्ट्रपति पद का अंतरिम कार्यभार सौंप दिया. यह सारा घटनाक्रम ऐसे वक्त पर देखने को मिला है जब ईरान के पड़ोसी मुल्क बदलते परिदृश्य में तेजी से रणनीति भी बदल रहे हैं. ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय सियासी गलियारों में माना जा रहा है कि इब्राहिम रईसी की मौत से ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को भी बड़ा झटका लग सकता है.
ईरान में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत के बाद वहां पर नया राष्ट्रपति चुने जाने के लिए 28 जून, 2024 को चुनाव होगा. ईरानी सरकार की तीनों शाखाओं के मुखिया इस तारीख पर राजी हो गए हैं. आईआरएनए न्यूज एजेंसी के हवाले से प्रेस टीवी की रिपोर्ट में बताया गया कि नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 28 जून की तारीख तय की गई है.
ईरान के उत्तर-पश्चिम स्थित पर्वतीय क्षेत्र में रविवार (19 मई, 2024) को खराब मौसम के बीच हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में वहां के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन समेत नौ लोगों की मौत हो गई थी.
हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के लिए मंगलवार (21 मई, 2024) को पूरे भारत में एक दिन का राजकीय शोक रहेगा. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से इसका ऐलान किया गया है. पूरे भारत में इस दौरान उन सभी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, जहां इसे नियमित रूप से फहराया जाता है और राजकीय शोक की अवधि के दौरान मनोरंजन वाला कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं होगा.
63 साल के इब्राहिम रईसी की राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए मौत हुई है. इस्लामिक गणराज्य के कट्टरपंथी प्रतिष्ठान को फिलहाल अनिश्चित भविष्य का सामना करना पड़ रहा है. एक समय था जब उन्हें ईरान के सर्वोच्च नेता के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता था.
ईरानी न्यूज आउटलेट तसनीम के मुताबिक, मंगलवार (20 मई, 2024) को इब्राहिम रईसी का तबरेज में अंतिम संस्कार किया जाएगा.
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत पर शोक जताया है. उन्होंने सोमवार को कहा कि उनके देश ने एक अच्छा मित्र खो दिया, जिन्होंने दोनों देशों के बीच विस्तृत रणनीतिक साझेदारी को मजबूत और गहरा करने के लिए सकारात्मक कोशिश की थी.
हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का अंतिम संस्कार बुधवार को किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक उनको तेहरान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत को लेकर अमेरिका ने भी शोक व्यक्त किया है. अमेरिकी विदेश विभाग ने ईरान के राष्ट्रपति की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर क्रैश की जांच का आदेश अब ईरान के चीफ ऑफ स्टाफ ने दे दिया है. इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना में इब्राहिम रईसी का निधन हो गया है.
ईरान के विदेश मंत्री के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन के बाद कैबिनेट ने अली बघेरी को देश का नया कार्यवाहक विदेश मंत्री नियुक्त किया है.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद उनके सम्मान में भारत सरकार ने 21 मई को पूरे भारत में एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है. गृह मंत्रालय के आदेशानुसार शोक के दिन, पूरे भारत में उन इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा जहां राष्ट्रीय ध्वज नियमित रूप से फहराया जाता है.
हेलीकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति समेत नौ लोगों की मौत के बाद चीन की ओर से खेद प्रकट किया गया. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, "चीन के लोगों ने अच्छा दोस्त खो दिया है."
मिडिल ईस्ट में टेंशन के बीच ईरान के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री समेत नौ की रविवार को हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है. स्टेट मीडिया की रिपोर्ट्स में बताया गया कि अली बघेरी कानी को विदेश मंत्री बनाया गया है, जबकि मोहम्मद मोखबर देश के अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर काम करेंगे. अगले 50 दिनों के भीतर चुनाव के जरिए देश का नया राष्ट्रपति चुना जाएगा.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का चॉपर जिस जगह क्रैश हुआ था, अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन ने उस लोकेशन का पता लगाया है. ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत में उजी गांव के पास वारजेघान वाले पहाड़ी इलाके में उनका हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था. ईरान के रेड क्रीसेंट की ओर से लिए गए ड्रोन फोटोज में दुर्घटनास्थल पर हादसे के बाद चॉपर का मलबा नजर आया.
तेहरान के एनालिस्ट की ओर से न्यूज चैनल 'सीएनएन' को बताया गया, "इब्राहिम रईसी की मौत के बाद उनकी कमी को भरना कठिन नहीं होगा." मिडिल ईस्ट इकनॉमिक एंड पॉलिटिकल एनालिसिस कंपनी के डायरेक्टर मीर जावेदअनफर की ओर से बताया गया कि वह अर्थव्यवस्था के मामले में बहुत सफल राष्ट्रपति नहीं रहे.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी समेत नौ लोगों के हेलीकॉप्टर हादसे में मारे जाने के बाद सोमवार को ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई ने पांच दिनों के शोक का ऐलान किया.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत पर कट्टरपंथी समूह हमास, हूती विद्रोही और हिजबुल्लाह (सभी ईरान समर्थित) की ओर से दुख जताया गया है. हमास ने कहा, "हमें यकीन है कि अल्लाह की मदद से इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान इस बड़े नुकसान से जरूर उबरेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि ईरान के लोगों के पास मजबूत संगठन हैं, जो कि इस तरह के घटनाक्रमों से निपटने में सक्षम हैं." लेबनान आधारित हिजबुल्ला (मिडिल ईस्ट में सबसे ताकतवर पैरमिलिट्री फोर्स) ने इब्राहिम रईसी को बड़ा भाई बताया और कहा, "हमारी संवेदनाएं ईरान के साथ हैं."
इब्राहिम रईसी की मौत (हेलीकॉप्टर हादसे में) के बाद ईरान के राष्ट्रपति की गद्दी फिलहाल मोहम्मद मोखबर संभालेंगे. वह देश के अंतरिम अध्यक्ष बनाए गए हैं और वह इस पद पर अगले 50 दिनों तक रहेंगे. ईरान के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति की मौत के बाद उप-राष्ट्रपति को अंतरिम राष्ट्रपति बनाया जाता है, जो कि तब तक के लिए कामकाज संभालता है जब तक अगला राष्ट्रपति नहीं चुन लिया जाता है. देश में अगले राष्ट्रपति के लिए 50 दिन में चुनाव होंगे.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी समेत नौ लोगों की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत के बाद वहां की सरकार ने दुख जताया है. सोमवार सुबह जारी किए गए बयान में इब्राहिम रईसी को ऐसा मेहनती राष्ट्रपति करार दिया गया, जो कि ईरान की जनता की सेवा और देश की प्रगति में योगदान दे रहा था. स्टेंटमेंट के अनुसार, "वह वादे पर अडिग रहे और देश के लिए न्यौछावर हो गए." हालांकि, कैबिनेट की ओर से यह भी साफ किया गया कि हेलीकॉप्टर हादसे की वजह से ईरान के आंतरिक मामलों और सरकारी कामकाज में कोई बाधा नहीं आएगी.
ईरान में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद उनका पद अस्थाई तौर पर उप-राष्ट्रपति संभालेंगे. ईरानी संविधान के मुताबिक, उप-राष्ट्रपति (मौजूदा समय में मोहम्मद मोखबर) अंतरिम राष्ट्रपति बनेंगे और 50 दिनों के भीतर नए राष्ट्रपति के लिए वहां चुनाव कराए जाएंगे.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर हादसे में मारे जाने के बाद पाकिस्तान में एक दिन का शोक मनाया जाएगा. वहां के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ऐलान किया कि वे लोग एक दिन का शोक दिवस मनाएंगे और इस दौरान ईरानी राष्ट्रपति की शहादत में वहां का राष्ट्रीय झंडा आधा झुका रहेगा.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर हादसे में मारे जाने के बाद सभी मृतकों की लाशें तबरेज शहर भेजी जाएंगी. ईरान के रेड क्रीसेंट के मुखिया पीर होसैन कोलिवंद के हवाले से वहां के 'तसनीम न्यूज' की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. सोमवार सुबह पीर होसैन कोलिवंद ने यह भी बताया कि सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है.
ईरान के राष्ट्रपति की मौत ऐसे वक्त पर हुई है, जब मिडिल ईस्ट ढेर सारी चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिसमें गाजा पट्टी की जंग (इजरायल और हमास के बीच) भी शामिल है. यह भी ध्यान देने वाली बात है कि इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश तब हुआ है, जब कुछ हफ्तों पहले ईरान की ओर से इजरायल पर जवाबी कार्रवाई के तौर पर ड्रोन और मिसाइल अटैक किया गया था.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और वहां के विदेश मंत्री समेत नौ लोगों की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत के बाद देश के सरकारी ब्रॉडकास्टर्स ने प्रसारण के दौरान इस्लामिक प्रार्थनाओं को भी ऑन एयर किया. इस बीच, आईआरएनए की ओर एक फोटो शेयर किया गया, जिसमें वह कुर्सी खाली नजर आई जिस पर अक्सर इब्राहिम रईसी बैठा करते थे. ईरानी राष्ट्रपति की याद में उस पर काले रंग का एक कपड़ा भी नजर आया.
ईरानी राष्ट्रपति के नाते इब्राहिम रईसी इस्लामिक रिपब्लिक के राजनीतिक में वहां के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई के बाद दूसरे ताकतवर नेता के तौर पर देखे जाते थे. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी बेल्ल 212 हेलीकॉप्टर (अमेरिका का) में सवार थे. उनके साथ एयरक्राफ्ट में विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियान और सात अन्य लोग थे.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत के बाद सीएनएन के मिलिट्री एनालिस्ट ने आशंका जताई है कि दुर्घटना के पीछे गड़बड़ मौसम असल वजह हो सकता है. उनके मुताबिक, "हो सकता है कि इंजन फेल हो गया हो. ऐसे में ढेर सारी चीजें होने की आशंका है." उन्होंने इसके अलावा मेंटेनेंस को लेकर बताया कि यह भी हो सकता है कि मेंटेनेंस की वजह से यह हादसा हुआ है. अब देखना होगा कि क्या उस हेलीकॉप्टर का सही से रख-रखाव हुआ था या नहीं.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (63) की मौत हो गई है. पूर्वी अजरबैजान प्रांत के पहाड़ी इलाके में हुए हेलीकॉप्टर हादसे के दौरान उनके साथ विदेश मंत्री और सात अन्य लोगों के मारे जाने की भी पुष्टि हुई. यह जानकारी सोमवार (20 मई, 2024) सुबह ईरानी मीडिया ('प्रेस टीवी', 'तसनीम' और 'मेहर न्यूज') के हवाले से न्यूज एजेंसी 'सीएनएन' ने दी. समाचार एजेंसी 'रॉयटर्स' को इस बार में नाम न बताने की शर्त पर एक वरिष्ठ अफसर ने बताया, "ईरान के राष्ट्रपति, विदेश मंत्री और हेलीकॉप्टर में सवार सभी यात्री क्रैश में मारे गए हैं."
'दि एटलांटिक' में कंट्रीब्यूटर अरश अजीजी के अनुसार, ईरानी राष्ट्रपति के चॉपर हादसे में मारे जाने के बाद अब ईरान को बड़े 'उतार-चढ़ाव वाले दौर' का सामना करना होगा. इस्लामिक गणराज्य के विभिन्न धड़ों में अब सत्ता संघर्ष भी बढ़ेगा. अरश अजीजी आगे बोले, "50 दिनों के भीतर ईरान में चुनाव होंगे. ऐसे में मुझे नहीं लगता है कि वहां पर कोई बड़ा चौंकाने वाला घटनाक्रम देखने को मिलेगा. हां, फिर से बड़े प्रदर्शन जरूर देखने को मिल सकते हैं."
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और वहां के विदेश मंत्री की हेलीकॉप्टर हादसे में जान चली गई है. यह पुष्टि सोमवार को ईरान के एक अफसर की ओर से की गई. समाचार एजेंसी 'रॉयटर्स' को उन्होंने बताया, "राष्ट्रपति, विदेश मंत्री और चॉपर में सवार सभी यात्री क्रैश में मारे गए हैं."
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी समेत नौ लोगों को ले जा रहा चॉपर जहां क्रैश हुआ वहां पर मलबा मिलने के बाद इब्राहिम रईसी रायसी के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस चॉपर हादसे में कोई भी जिंदा नहीं बचा है. ईरान के सरकारी मीडिया आउटलेट्स ने ये जानकारी वहां के अफसरों के हवाले से तब दीं, जब दुर्घटना के बाद मौके से लोकेशन का पता चला और वहां मलबा मिला.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और वहां के विदेश मंत्री समेत नौ लोगों को ले जा रहे चॉपर के क्रैश होने के बाद इस हादसे में सभी लोगों की जान चली गई. ईरान की स्टेट न्यूज एजेंसी आईआरआईएनएन और सेमी ऑफीशियल न्यूज एजेंसी मेहर न्यूज के हवाले से 'सीएनएन' की रिपोर्ट में सोमवार सुबह बताया गया कि जिस जगह हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ, वहां पर 'कोई भी जीवित नहीं' मिला है.
दुर्घटनास्थल से चॉपर का मलबा मिलने के बाद रेड क्रीसेंट के चीफ पीर होसैन कोलीवांद ने ईरान के सरकारी टीवी को जानकारी दी, "हम मलबा देख सकते हैं और वहां पर स्थिति अच्छी नहीं नजर आ रही है." इस बीच, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ईरान के अफसरों के हवाले से कहा गया कि हादसे के बाद राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के जीवित होने की उम्मीद कम ही है.
हादसे के बाद ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर मिल गया है. रेड क्रीसेंट के चीफ ने सोमवार सुबह बताया कि चॉपर तो मिल गया है पर स्थिति फिलहाल ठीक नहीं है.
ईरान के राष्ट्रपति को ले जा रहा चॉपर जिस जगह क्रैश हुआ था, रेक्स्यू टीम ने सोमवार सुबह (भारतीय समयानुसार) उस लोकेशन का पता लगा लिया है. ईरान की स्टेट न्यूज एजेंसी आईआरएनए और सेमी-ऑफीशियल न्यूज आउटलेट आईएसएन ने इस बात की जानकारी दी. आईएसएन ने ईरान रेड क्रीसेंट के चीफ पीर होसैन कोलिवंद के हवाले से बताया, "राहत और बचाव कार्य में जुटी टीम मौके पर पहुंच रही है." हालांकि, लोकेशन की असल जानकारी नहीं दी गई है.
ईरान के राष्ट्रपति के चॉपर के क्रैश होने के बाद आईआरजीसी कमांडर के हवाले से 'प्रेस टीवी' ने सोमवार सुबह जानकारी दी कि रेस्क्यू टीम ने इब्राहिम रइसी के क्रैश हुए विमान की पहचान कर ली है. सैन्य बल दुर्घटनास्थल की ओर रवाना हो रहे हैं. उनका चॉपर मिल गया है.
एविएशन एक्सपर्ट और हेलीकॉप्टर के पूर्व पायलट पॉल बीवर ने 'अल-जजीरा' को बताया, "बादलों की घनी चादर, कोहरे, धुंध और कम तापमान की वजह से ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश हो सकता है." उन्होंने यह भी कहा कि गड़बड़ मौसम में चॉपर आसानी से नहीं उड़ सकते हैं. उनके मुताबिक, "हेलीकॉप्टर्स के पास यह लग्जरी नहीं होती है."
ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश होने के बाद कई मुल्कों की ओर से ईरान को मदद की पेशकश की गई है. समाचार एजेंसी एएफपी की ओर से सोमवार को बताया गया कि सऊदी अरब, रूस और खाड़ी देशों ने ईरान को सहायता की पेशकश की है.
63 साल के इब्राहिम रईसी का एयरक्राफ्ट ऐसे समय पर क्रैश हुआ है, जब ईरान में विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक संकटों को लेकर असंतोष बढ़ रहा है. ईरान के मौलवी शासकों को तेहरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम और यूक्रेन में युद्ध के दौरान रूस के साथ उसके गहराते सैन्य संबंधों को लेकर अंतर्राष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ रहा है.
समाचार एजेंसी 'रॉयटर्स' की रिपोर्ट में ईरान के एक अफसर के हवाले से बताया गया कि भयंकर कोहरे के बीच रविवार (19 मई, 2024) को ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ले जा रहा चॉपर पहाड़ी इलाके को पार करने के दौरान क्रैश हो गया. हादसे के बाद रेस्क्यू टीम असल लोकेशन (जहां क्रैश हुआ) का पता नहीं लगा पाई है. नाम न बताने की शर्त पर एक अन्य अधिकारी ने कहा, "राष्ट्रपति और विदेश मंत्री की जिंदगी जोखिम में है. फिर भी हमें उम्मीद है. हालांकि, क्रैश साइट से जो जानकारियां आ रही हैं, वे चिंताजनक हैं."
ईरानी राष्ट्रपति के चॉपर के क्रैश होने की पुष्टि होने के पहले खबर आई थी कि इब्राहिम रायसी को ले जा रहे हेलीकॉप्टर को रविवार को देश के पूर्वी अजरबैजान में कोहरे के चलते अचानक उतारना पड़ा था. ईरानी न्यूज एजेंसी 'तस्नीम' की ओर से बताया गया कि इस काफिले में तीन हेलीकॉप्टर थे, जिनमें से दो मंत्रियों और अधिकारियों को लेकर गंतव्य पर सुरक्षित पहुंच गए. कथित तौर पर इब्राहिम रायसी के साथ ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियान भी हेलीकॉप्टर में थे.
इब्राहिम रईसी और उनके एयरक्राफ्ट को लेकर मीडिया में आई खबरों के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले टि्वटर) पर रविवार को पोस्ट के जरिए कहा, "ईरान के राष्ट्रपति की हेलीकॉप्टर उड़ान से जुड़ी खबरों को लेकर मैं बेहद चिंतित हूं. हम संकट की इस घड़ी में ईरानी लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं. हम वहां के राष्ट्रपति और उनके साथियों की सलामती की प्रार्थना करते हैं."
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी समेत नौ लोगों को ले जा रहा हेलीकॉप्टर रविवार को देश के उत्तर पश्चिमी हिस्से में पहाड़ी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे की जानकारी के बाद बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया.
बैकग्राउंड
Iran Helicopter Crash Highlights: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और वहां के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियान समेत नौ लोगों की हेलीकॉप्टर हादसे में रविवार (19 मई, 2024) को मौत हो गई है. उत्तरी क्षेत्र में सोमवार (20 मई, 2024) सुबह क्रैश साइट (पहाड़ियों वाले घने क्षेत्र) से एयरक्राफ्ट का मलबा मिलने के कुछ देर बाद यह पुष्टि हो सकी. समाचार एजेंसी 'रॉयटर्स' से बातचीत के दौरान नाम न बताने की शर्त पर ईरान के एक अधिकारी ने बताया, "ईरान के राष्ट्रपति, विदेश मंत्री और बाकी सभी लोग इस चॉपर हादसे में मारे गए हैं."
देश की 'तसनीम' न्यूज एजेंसी के मुताबिक, नौ लोगों में तीन अफसर, एक इमाम और कुछ सिक्योरिटी टीम के सदस्य थे. इस बीच, आईआरजीसी की ओर से चलाए जाने वाले मीडिया आउटलेट 'सेपाह' के हवाले से सीएनएन ने बताया कि नौ लोगों में ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियान, पूर्वी अजरबाइजान प्रांत के गवर्नर मालिक रहमती, इमाम मोहम्मद अली अलेहशाम, पायलट, को-पायलट, क्रू-चीफ, हेड ऑफ सिक्योरिटी और एक अन्य बॉडी गार्ड थे.
63 साल के इब्राहिम रईसी और उनके एयरक्राफ्ट को लेकर मीडिया में आई खबरों के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई थी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले टि्वटर) पर रविवार को पोस्ट के जरिए कहा था, "ईरान के राष्ट्रपति की हेलीकॉप्टर उड़ान से जुड़ी खबरों को लेकर मैं बेहद चिंतित हूं. हम संकट की इस घड़ी में ईरानी लोगों के साथ एकजुटता से खड़े हैं. हम वहां के राष्ट्रपति और उनके साथियों की सलामती की प्रार्थना करते हैं."
इब्राहिम रईसी का एयरक्राफ्ट ऐसे समय पर क्रैश हुआ, जब ईरान में विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक संकटों को लेकर असंतोष बढ़ रहा है. ईरान के मौलवी शासकों को तेहरान के विवादित परमाणु कार्यक्रम और यूक्रेन में युद्ध के दौरान रूस के साथ उसके गहराते सैन्य संबंधों को लेकर अंतर्राष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ रहा है. कार्ड सेक्शन में जानिए पल-पल के अपडेट्स:
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