Iran Hijab News Today: कट्टर इस्लामिक कायदे-कानून वाले मुल्‍क ईरान (Iran) में महिलाएं अपने अधिकारों के लिए जूझ रही हैं. वहां हिजाब विरोधी आंदोलन (Iran Hijab Protest) के 8 महीने बाद एक बार फिर महिलाओं पर जुल्म ढहाये जा रहे हैं. हिजाब न पहनने पर वहां अब महिलाओं पर 49 लाख रुपये तक का जुर्माना लगेगा. इसके अलावा उनका पासपोर्ट भी जब्‍त किया जा सकता है.


हजारों महिलाएं कैद कर जेलों में डालीं
खबरों के अनुसार, ईरानी हुकूमत ने 17 हजार लोगों को जेल में डाल दिया है, जिनमें 9,000 महिलाएं हैं. वहिजाब के मामले पर हां मौलवी, कट्टरपंथी और सरकार सब एक सुर में हैं. वहां अब तक कई ऐसे फैसले ​लिए जा चुके हैं, जिन्होंने महिलाओं का जीना दुश्वार कर रखा है. जनता की आवाज उठाने वाले सांसदों के सुर भी ऐसे हैं कि वो संसद में कहते हैं कि हिजाब पहनना अल्लाह का आदेश है लोगों को इसे मानना ही होगा. इसे नहीं मानने वालों को कड़ी सजा मिलेगी.




1. हिजाब नहीं पहना तो दुकानों पर सामान नहीं मिलेगा
ईरान की राजधानी तेहरान के उत्तरी इलाके में बने 23 मंजिला ओपल शॉपिंग माॉल को बंद करा दिया गया है, क्योंकि वहां बिना हिजाब वाली महिलाओं को अनुमति दी गई थी. इस फैसले का सीधा मतलब है कि यदि हिजाब नहीं पहना तो दुकानों पर महिलाओं को सामान नहीं मिलेगा.


2. पुस्तक मेलों को भी बंद कराया
ईरान के इस्फाहान में राष्ट्रीय पुस्तक मेले (बुक फेयर) को बंद करा दिया गया है. बताया जा रहा है कि बुक सेलरों को ये कसम खिलाई जा रही है कि वे बिना सिर ढकी महिलाओं को किताबें नहीं बेचेंगे.


3. सिने-कलाकारों पर भी पाबंदी
ईरान में एक्ट्रेस बारान कोसारी अपने एक करीबी के अंतिम संस्कार में पहुंची थीं, उस दौरान वो बिना हिजाब के थीं. उन पर हिजाब कानून तोड़ने का आरोप लगाया गया, और उन्हें समन भेज दिया गया.


4. पब्लिक सर्विस और मेट्रो में भी हिजाब 
ईरान में मॉरल पुलिस हिजाब नहीं पहनने वाली महिलाओं को पकड़ती है. यदि कोई महिला सरकारी ऑफिस और मेट्रो या रेलवे स्टेशन पर बिना हिजाब दिखती है तो उसे सफर करने से रोक दिया जाता है.




5. यूनिवर्सिटी में लड़कियां हिजाब जरूर पहनेंगी
ईरानी यूनिवर्सिटी में लड़कियों पर हिजाब, बुर्के पहनने का दबाव बनाया है. ईरानी गार्ड्स चलती क्लास में भी ये देखने घुस जाते हैं कि लड़कियों ने हिजाब पहना कि नहीं. बता दें कि वहां यूनिवर्सिटी में हजारों लड़कियों पर विषैले रसायन से हमले भी किए गए थे. जिनमें कई लड़कियों की जानें गईं.


यह भी पढ़ें: Iran Execution Case: फांसी देने के मामले में मशीन बना ईरान, एक साल में करीब 600 लोगों को फंदे पर लटकाया