एंजलिना जोली की सबसे बड़ी फैन और Instagram स्टार सहर तबर ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार
हॉलीवुड एक्ट्रेस एंजलीना जोली की ईरानी फैन सहर तबर को ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. उनपर हिंसा भड़काने, अनुचित साधनों के माध्यम से आय हासिल करने जैसे गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं.
तेहरान: जब पूरी दुनिया में महिलाओं के हक़ की आवाज उठाई जा रही है, हर जगह महिलाओं को बराबर का दर्जा दिया जा रहा तब भी दुनिया के कई ऐसे मुल्क हैं जो महिलाओं को लेकर चौंकाने वाले फैसले सुना रहे हैं. ऐसा ही एक देश ईरान भी है. ईरान में कॉस्मेटिक सर्जरी के माध्यम से अपने चेहरे की स्थिति को बदलने के लिए प्रसिद्ध एक इंस्टाग्राम सेलिब्रिटी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
सोशल मीडिया स्टार सहर तबर को तेहरान की एक अदालत के आदेश पर हिरासत में लिया गया है. समाचार एजेंसी के मुताबिक सहर तबर पर ईशनिंदा, हिंसा भड़काने, अनुचित साधनों के माध्यम से आय हासिल करने और युवाओं को भ्रष्टाचार के लिए प्रोत्साहित करने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
ईरान की 19 वर्षीय सहर तबर उस वक्त लाइमलाइट में आई जब उनके एंजलीना जोली की तरह दिखने की चाहत में 50 सर्जरियां कराने की खबर आई. अपने इस ट्रांसफॉर्मेशन की तस्वीरें सहर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की है. जिसके बाद से हर मिनट सहर के फॉलोअर्स की लिस्ट में तेजी से बढ़ोतरी होने लगी.
सहर का मामला एकलौता मामला नहीं है, अब एक और घटना को याद करते हैं. यह घटना भी इसी साल की है. ईरान में कानून है कि महिलाएं खेल के मैदान में नहीं जा सकती हैं. लेकिन ख्वाहिशें कब समझौता करती है. ईरान की 29 साल की फुटबॉल प्रशंसक सहर खोडयारी भी अपनी ख्वाहिशों के आगे मजबूर थी. वह स्टेडियम में फुटबॉल मैच देखना चाहती थी, लेकिन उसकी इस ख्वाहिश ने सहर खोडयारी की जान ले ली. महिलाओं का मैदान खेल स्टेडियम में जाना मना था इसलिए सहर पुरुषों की पोशाक में अदंर जाने की कोशिश की, लेकिन वह पकड़ी गई . इसके बाद कोर्ट ने उनको इस जुर्म के लिए समन भेजा जिस के बाद उन्होंने कोर्ट के बाहर ही आत्मदाह कर ली थी. सहर खोडयारी की मौत के बाद एक बड़ा कैंपेन चला और इसके बाद वहीं की सरकार झुकी और उसने वादा किया कि आगे होने वाले मैच में 3,500 महिला प्रशंसकों को स्टेडियम में मैच देखने की अनुमति देगा.
सहर तबर की बात करें या सहर खोडयारी की दोनों के साथ ईरान सरकार के रवैये ने उसके रूढ़िवादी सोच को दर्शाया है. बता दें कि ईरान एक शिया मुस्लिम देश है. यहां कई ऐसे कानून है जो महिला विरोधी हैं. उनके साथ भेदभाव करने वाले प्रतीत होते हैं. ,स्टेडियम में महिलाओं के जाने पर ईरान ने साल 1979 में प्रतिबंध लगा दिया था. इसके पीछे तर्क दिया गया था कि महिलाओं को आधे-अधूरे कपड़े पहने मर्दों' को देखने से बचना चाहिए.
निश्चित तौर पर ईरान आधुनिक मूल्यों के समय में रूढ़िवादि विचारधारा के साथ चल रहा है. जहां वैश्विक स्तर महिलाएं अपना लोहा मनवा रही हैं वहीं ईरान की महिलाओं को खेल के स्टेडियम में जाने और इंस्टाग्राम चलाने पर भी इतनी जुल्मों का सामना करना पड़ा रहा है.
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