Iran: ईरान भी अफगानिस्तान के नक्शेकदम पर चल रहा है. ईरान महिलाओं को लेकर सख्ती बरत रहा है. यहां महिलाओं को हिजाब पहनने के सख्त आदेश हैं. अनिवार्य ड्रेस कोड के तहत हिजाब को ईरान में लागू किया गया है. हालांकि अनिवार्य ड्रेस कोड की अवहेलना करने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ रही है. इस बात से चिंतित ईरान सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने का फैसला किया है.
ईरानी अधिकारी के अनुसार, सीसीटीवी के जरिये उन महिलाओं को चिन्हित कर सजा दी जाएगी, जो अनिवार्य ड्रेस कोड की अवहेलना कर रहीं हैं. इसके लिए ईरान के सार्वजनिक स्थानों और सड़कों पर कैमरे लग रहे हैं. पुलिस ने एक बयान में कहा कि उनकी पहचान होने के बाद नियम का उल्लंघन करने वालों को चेतावनी दी जाएगी.
प्रतिरोध को रोकना है मकसद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान सरकार का मकसद हिजाब कानून के खिलाफ प्रतिरोध को रोकना है. बताते चलें कि ईरान में हिजाब को लेकर बीते कई महीनों से विवाद चल रहा है. दरअसल यह पूरा विवाद शुरू हुआ 22 साल की ईरानी लड़की महसा की मौत से. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान की पुलिस ने महसा को इसलिए हिरासत में लिया क्योंकि उसने ठीक तरह से हिजाब नहीं पहना था. महसा की पुलिस कस्टडी में ही रहस्यमय तरीके से मौत हो गई.
इसके बाद पूरे ईरान में महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा. सड़कों पर प्रदर्शन शुरू हुए और देखते ही देखते ही है एक बड़े आंदोलन में तब्दील हो गया. अब देश में उन महिलाओं की तादाद बढ़ गई है जो हिजाब का विरोध कर रही हैं. ऐसे में सरकार ने सीसीटीवी के जरिये उन पर लगाम लगाने का प्रयास किया है.
गौरतलब है कि हाल के दिनों ईरान से ऐसे कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें महिलाएं बिना हिजाब के घूमती दिख रही हैं. अभी हाल ही में दो महिलाओं पर सिर्फ इस लिए हमला हुआ क्योंकि उन्होंने हिजाब नहीं पहनी थी. घटना की वीडियो जमकर वायरल हुआ. शनिवार के पुलिस ने अपने बयान में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के मालिकों से सामाजिक मानदंडों के पालन की गंभीरता से निगरानी’ करने का आह्वान किया गया है.