Iran Child Torture: राइट्स ग्रुप एमनेस्टी इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के मुताबिक ईरान (Iran) में हुए हाल के विरोध प्रदर्शनों के दौरान पकड़े गए लोगों पर कार्रवाई की जा रही है. ईरान में कैद किए गए बच्चों को यौन हिंसा सहित दूसरे तरीकों का इस्तेमाल करके कड़ी यातना दे रहे हैं.
राइट्स ग्रुप एमनेस्टी इंटरनेशनल के रिपोर्ट में ईरान के क्रांतिकारी गार्ड, अर्धसैनिक बासिज, सार्वजनिक सुरक्षा पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों की ओर से किए जा रहे क्रूर तरीके का खुलासा किया गया है.
जुर्म कबूल करने के लिए अत्याचार
रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चों के साथ मारपीट के अलावा बिजली के झटके भी दिए जाते है और बलात्कार जैसे यौन हिंसा किए जाते है. रिपोर्ट में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये निकलकर आयी कि इन बच्चों की उम्र 12 साल से भी कम है, जिनमें लड़के और लड़कियां दोनो शामिल है. हाल के कुछ महीनों में ईरान में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हुआ था, जिसके वजह से इन छोटे बच्चो को पकड़ कर जेल में डाला गया.
इनसे जबरदस्ती जुर्म कबूल करने के लिए अत्याचार किया जा रहा है. पिछले सितंबर में ईरान की मोरल पुलिस की हिरासत में एक युवा ईरानी कुर्द महिला की मौत हिजाब न पहने को लेकर हो गई थी, जिसके बाद से ईरान में एंटी-हिजाब विरोध प्रदर्शनों से शुरू हो गया था. इस दौरान देश में साल 1979 की क्रांति के बाद से इस्लामिक गणराज्य के लिए सबसे साहसिक चुनौतियों में से एक में सभी क्षेत्रों के ईरानियों ने भाग लिया.
बेरहमी से प्रताड़ित किया जा रहा है
ईरान में प्रदर्शनकारियों को बेरहमी से प्रताड़ित किया जा रहा है. कई लोगों ने नाबालिग प्रदर्शनकारियों पर यातना होते देखा गया, जिनमें दो वकील और 17 वयस्क बंदी थे, जिन्हें बच्चों के साथ रखा गया था. मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के एमनेस्टी इंटरनेशनल के उप क्षेत्रीय निदेशक डायना एल्टाहावी ने सीएनएन के हवाले से कहा कि बच्चों के खिलाफ हिंसा देश के युवाओं की भावना को कुचलने और उन्हें स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की मांग करने से रोकने के लिए किया गया है.
ये एक सोची समझी रणनीति को उजागर करती है. पुलिस अधिकारी बच्चों को चाबुक से मारते है. स्टन गन का इस्तेमाल करके बिजली के झटके देते है. बच्चों के सिर को पानी के अंदर रखते है. वहीं ईरान में अब तक 82 हजार लोगों को अन्य तरह के मामले में माफी मिल चुकी है, जिनमें 22 हजार वैसे लोग शामिल है, जो विरोध प्रदर्शनों में थे.