Iran Israel Conflict: ईरान ने मंगलवार रात (2 अक्टूबर 2024) को इजरायल पर कई मिसाइलें दागीं. ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने कहा कि उसने गाजा और लेबनान में लोगों के खिलाफ घातक इजराइली हमलों के साथ-साथ शीर्ष IRGC, हमास और हिजबुल्लाह नेताओं की हत्याओं के जवाब में इजरायल पर यह हमला किया है.


वहीं, इस हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी. यही नहीं, अमेरिका ने इजरायल का साथ देने की बात कही है. वहीं दुनिया के कई देश ईरान के इस हमले के खिलाफ बोल रहे हैं. उन सबको देखकर कहा जा सकता है कि आने वाला समय काफी तनावपूर्ण रह सकता है.


क्षेत्रीय युद्ध में जा सकता है मध्य पूर्व


DAWN के एडवोकेसी डायरेक्टर राएड जरार ने अल जजीरा को बताया कि मध्य पूर्व अब एक पूर्ण पैमाने पर क्षेत्रीय युद्ध में है जो अमेरिकी नीति में बदलाव के बिना समाप्त नहीं होगा. उन्होंने कहा, "यह तब तक नहीं रुकेगा जब तक कि संयुक्त राज्य अमेरिका अपना पैर न जमा ले और कहे कि हम इजरायल को और हथियार नहीं भेजेंगे. हम इजरायली अपराधों को वित्तपोषित और सहायता नहीं करेंगे.


बड़े स्तर पर जवाब दे सकता है इजरायल


मिडिल ईस्ट काउंसिल ऑन ग्लोबल अफेयर्स के फेलो उमर रहमान का कहना है कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि इजरायल जवाब देगा. अब यह इस तरह की जवाबी कार्रवाई होगी, जो एक बड़े युद्ध को जन्म दे सकती है. इजरायल बड़े पैमाने पर विनाश करने में सक्षम है, जैसा कि हम लेबनान में देख रहे हैं. वह बड़ी खुफिया जानकारियां हासिल करने और वास्तव में विनाशकारी युद्ध छेड़ने में सक्षम है.


किसका पलड़ा रह सकता है भारी


एक्सपर्ट की मानें तो अगर इजरायल ईरान पर हमला करता है और युद्ध छिड़ता है तो इसमें कई और देश शामिल हो सकते हैं. अमेरिका इजरायल के साथ उतर सकता है, वहीं कुछ मुस्लिम देश ईरान के समर्थन में उतर सकते हैं. अमेरिका के उतरने के बाद ब्रिटेन और फ्रांस भी इस युद्ध में इजरायल का साथ दे सकता है. ऐसे में इजरायल ईरान पर भारी पड़ सकता है.


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