नसरल्लाह के जनाजा को लेकर सस्पेंस बरकरार! इजरायल के खौफ से मातम भी नहीं बना रहा हिजबुल्लाह, इस तरीके से कर सकता अंतिम संस्कार
Iran Israel War: इजरायल के लगातार हमलों की वजह से हिजबुल्लाह यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि उनके जनाजे का आयोजन सार्वजनिक रूप से किया जाए या नहीं.
Iran Israel War: हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद आज यानी शुक्रवार का दिन काफी अहम माना जा रहा है. हसन नसरल्लाह, जो कि हिजबुल्लाह के नेता थे उन्हें हाल ही में एक इजरायली सेना ने हवाई हमले में मार गिराया था. आज उनका अंतिम संस्कार किया जाना है. इस बीच ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई का पहला सार्वजनिक संबोधन भी होना है. नसरल्लाह के जनाजे को लेकर हिजबुल्लाह को डर है, क्योंकि उन्हें इस दौरान भी इजरायल के हमलों का डर सता रहा है.
इजरायल के लगातार हमलों की वजह से हिजबुल्लाह यह तय नहीं कर पा रहा है कि नसरल्लाह के जनाजे का आयोजन सार्वजनिक रूप से किया जाए या नहीं. इसी वजह से पहले भी कई हिजबुल्लाह कमांडरों को गुप्त रूप से दफना दिया गया है. आशंका जताई जा रही है कि नसरल्लाह के मामले में भी ऐसा देखने को मिल सकता है.
हसन नसरल्लाह के अंतिम संस्कार के बीच तशरीह शब्द की चर्चा क्यों
हसन नसरल्लाह के अंतिम संस्कार के बीच एक शब्द 'तशरीह' काफी चर्चा में है. ये एक उर्दू का शब्द है, जिसका मतलब 'किसी को सम्मान देना, पद ऊंचा करना या श्रेष्ठ बनाना होता है. तशरीह उस धार्मिक प्रक्रिया को कहते हैं जो मृत शरीर के अंतिम संस्कार से पहले की जाती है. यह प्रक्रिया वास्तविक शरीर के साथ हो सकती है या फिर प्रतीकात्मक शरीर (Symbolic Body) के साथ भी की जा सकती है.
इसमें एक इमाम मृतक के लिए प्रार्थना करता है और यह मृत शरीर की उपस्थिति के बिना भी की जा सकती है. उदाहरण के तौर पर ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद भी यही प्रक्रिया तेहरान में की गई थी, जबकि उनका शव बाद में उनके गृह नगर केरमान में दफनाया गया था.
हिजबुल्लाह के नए चीफ और डर का माहौल
इजरायल के हमलों के चलते हिजबुल्लाह अब कोई भी कदम फूंक-फूंक कर उठा रहा है. हिजबुल्लाह के सूत्रों के मुताबिक, इजरायल के डर से वे नसरल्लाह को उचित सम्मान देने में असमर्थ हैं. हिजबुल्लाह के भीतर यह चर्चा है कि नसरल्लाह को गुपचुप तरीके से दफनाया जा सकता है.
नसरल्लाह का शव कहां दफनाया जाएगा?
नसरल्लाह को दफनाए जाने को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें लेबनान में दफनाया जा सकता है, जबकि कुछ रिपोर्ट्स में इराक के कर्बला में इमाम हुसैन के बगल में दफनाने की बात की जा रही है. हालांकि, इस बारे में हिजबुल्लाह या ईरान की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
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