Iran-Israel War LIVE: इजरायल ने हमास के एक और कमांडर को किया ढेर, IDF ने फिलिस्तीन और लेबनान पर फिर बरसाए बम
Iran-Israel War Live Hezbollah News LIVE Updates: मिडिल ईस्ट में जारी भीषण युद्ध की लाइव कवरेज के लिए एबीपी न्यूज के रिपोर्टर ग्राउंड जीरो पर पहुंचे हैं.
कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत फ्रांसेस्का अल्बानीज का कहना है कि फिलिस्तीन और लेबनान प्रभावी रूप से ऐसे स्थान बन गए हैं जहां इजरायली सेना की नजर में कोई नागरिक नहीं है.
इजरायल सेना ने शनिवार को कहा कि उसके सुरक्षा बलों ने रात भर दक्षिणी लेबनान की एक मस्जिद में हिजबुल्लाह के लड़ाकों पर हमला किया. पिछले साल इजरायल और आतंकवादियों के बीच झड़पों के बाद से यह पहला ऐसा हमला है. सेना ने एक बयान में कहा,आईडीएफ ने खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी पर हिजबुल्लाह के आतंकवादियों पर हमला किया, जो दक्षिणी लेबनान में सलाह घंडौर अस्पताल से सटे एक मस्जिद के अंदर स्थित एक कमांड सेंटर के भीतर काम कर रहे थे.
हमास ने इस बात की पुष्टि की है कि उत्तरी लेबनान में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के शिविर पर इजरायल ने ड्रोन से हमला किया, जिसमें उसका एक सैन्य अधिकारी, सईद अताल्लाह अली, अपनी पत्नी और दो छोटी बेटियों के साथ मारा गया. हमास ने इजरायल ने बदला लेने की कसम भी खाई. सईद अताल्लाह अली अल कसम ब्रिगेड का नेता था.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने कहा कि इजरायल कभी भी हिजबुल्लाह और हमास पर जीत दर्ज नहीं कर सकेगा. शुक्रवार की नमाज के दौरान एक एक संबोधन में खामेनेई ने ईरान के हमलों को कानून सही बताया है. उन्होंने कहा कि ईरान इजरायल का सामना करने में न ही कोी संकोच करेगा और न ही जल्दबाजी करेगा.
लेबनान में इजरायली सेना का एयरस्ट्राइक शनिवार को भी जारी रहा. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक हिजबुल्लाह ने शनिवार को कहा कि इजरायली सेना लेबनान के दक्षिणी शहर ओदैसेह में घुसपैठ करने की कोशिश कर रही है, जिस वजह से दोनों में झड़पें जारी है.
इजरायली हवाई हमले हमास के आर्म विंग के नेता सईद अताल्लाह अली की मौत हो गई. इजरायल ने लेबनान में शनिवार की सुबह-सुबह बेरूत समेत कई क्षेत्रों में भी बम बरसाए.
आईडीएफ का दावा है कि दक्षिणी लेबनान में चार दिनों तक चली उनकी कार्रवाई में हिजबुल्लाह के 20 कमांडर सहित 250 आतंकवादियों को मार गिराया गया है.
हमास की आर्म्ड विंग अल-क़स्साम ब्रिगेड ने अपने कमांडर जही यासर औफी की मौत की पुष्टि की है. औफी तुलकरम में एक इज़रायली हमले में सात अन्य लड़ाकों के साथ मारा गया है. इजरायली सेना ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि औफी इस क्षेत्र में हमास नेटवर्क का प्रमुख था.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दक्षिणी बेरूत में शनिवार सुबह भी कई विस्फोटों की आवाजें सुनी गई हैं.
इजरायल डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) ने शुक्रवार (चार अक्टूबर, 2024) को बताया, "चार दिनों में हमने 2000 से अधिक मिलिट्री टारगेट्स को ढेर किया है, जबकि हिज्बुल्लाह के 250 आतंकियों को मार गिराया है, जिनमें पांच बटालियन कमांडर, 10 कंपनी कमांडर और छह प्लाटून कमांडर थे. इजरायली वायु सेना दक्षिणी लेबनान में इन खुफिया-आधारित अभियानों के दौरान एहतियाती हमले भी कर रही है."
हिज्बुल्लाह और ईरान के साथ जारी तनातनी के बीच इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट का बड़ा बयान आया है. शुक्रवार (चार अक्टूबर, 2024) को उत्तरी बॉर्डर से उन्होंने कहा कि अभी और सरप्राइज (उनकी सेना और देश के वे कदम, जो दुनिया को चौंकाएंगे) आने वाले हैं. लेबनान में मिलिट्री ऑपरेशन तब तक चलता रहेगा, जबतक युद्ध के साधनों को हटा नहीं दिया जाता.
हिज्बुल्लाह और ईरान के साथ तनातनी के बीच इजरायल फुल एक्शन मोड में है. शुक्रवार (चार अक्टूबर, 2024) को खबर आई कि उसने लेबनान में बमबारी के दौरान हाशिम सफीद्दीन (हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के वारिस) को भी मार गिराया है. इस बीच, इजरायली हमले के डर से हसन नसरल्लाह की लाश को गुप्त जगह दफनाया गया है. हिज्बुल्लाह को उनके जनाजे पर इजरायली हमले की आशंका थी.
हिजबुल्लाह प्रमुख नसरल्लाह को अस्थायी रूप से गुप्त रूप से दफनाया गया क्योंकि ग्रुप को इजरायली हमले का डर था.
जम्मू-कश्मीर के बडगाम में इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन. शिया नेता आगा सैयद हसन ने कहा कि फिलिस्तीन और हिजबुल्लाह के वास्तविक संघर्ष को आतंकवाद बताने के सभी प्रयासों की निंदा की जानी चाहिए.
IDF ने कहा कि कल बेरूत में एक सटीक, खुफिया-आधारित हमले के दौरान हिजबुल्लाह की संचार इकाई के कमांडर मोहम्मद राशिद सकाफी को ढेर कर दिया गया. आईडीएफ के मुताबिक, सकाफी हिजबुल्लाह का एक सीनियर आतंकवादी था, जो 2000 से संचार इकाई देख रहा था. सकाफी ने हिजबुल्लाह की सभी इकाइयों के बीच संचार क्षमताओं को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए.
अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि ईरान के मिसाइल हमले इजरायल के कम सजा के बराबर था.जरूरत पड़ने पर ईरान फिर से इजरायल पर हमला करेगा.
इजरायल पर हमास द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए हमलों की पहली बरसी से कुछ दिन पहले ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई का कहना है कि हमले तार्किक और कानूनी थे.
तेहरान ग्रैंड मस्जिद में शुक्रवार (4 अक्टूबर) को संबोधन के दौरान ईरान के सर्वोच्च नेता ने कहा कि अगर मुसलमान एकजुट हो जाएं तो सभी दुश्मन हार जाएंगे, क्योंकि हमें ऊपर वाले का साथ मिलेगा. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अलग-अलग तरीकों के बावजूद, इस्लामी राष्ट्र का दुश्मन एकमात्र है और अहंकारी मुसलमानों के बीच विभाजन और कलह का कारण बनते हैं.
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने कहा कि इजरायल में मिसाइल हमला कानूनी और वैध था. उन्होंने यह भी कहा कि, "हर एक राष्ट्र, हर एक देश को अपने घर और अपने हितों की रक्षा करने का अधिकार है." फिलिस्तीन और लेबनान में मुसलमानों पर हमले हो रहे थे, इसलिए ईरान ने मिसाइलों से जवाब दिया.
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने तेहरान ग्रैंड मस्जिद में लोगों को संबोधित करते हुए और कहा कि इजरायल के साथ युद्ध जैसी स्थितियों के मद्देनजर ईरान अपने सभी दुश्मनों को नाकाम कर देगा.
खामेनेई ने कहा कि हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत हमारे लिए अपूरणीय क्षति है. ईरान से लेबनान तक मुसलमान एकजुट होने चाहिए.
खामेनेई ने अपने संबोधन में कहा कि हम दुश्मनों के मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे. वो मुसलमानों से दुश्मनी बढ़ाना चाहते हैं. दुश्मन अपनी शैतानी सियासत बढ़ाना चाहते हैं. वो फिलिस्तीन पर भी जुल्म कर रहे हैं.
ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई का संबोधन शुरू हो गया है. उन्होंने कहा है कि ये वक्त सभी मुसलमानों के एकजुट रहने का है. ये वक्त अल्लाह के बताए रास्ते पर चलने का है. दुश्मनों के मंसूबे नाकाम होंगे.
तेहरान में नसरउल्लाह के लिए जुमे की नमाज पढ़ी जा रही है. ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई भी मौजूद हैं. बता दें कि इजराइल ने एयरस्ट्राइक में नसरउल्लाह को मार गिराया था.
मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के लिए यूनिसेफ के क्षेत्रीय निदेशक एडेल खोदर ने कहा है कि पिछले छह हफ्तों में लेबनान में 690 से अधिक बच्चे कथित तौर पर घायल हुए हैं. उन्होंने तत्काल युद्धविराम की अपील की है.
ईरान के विदेश मंत्री आज कर सकते हैं लेबनान का दौरा.
इजरायल ने शुक्रवार को लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को नष्ट करने के लिए दक्षिणी बेरूत पर सबसे ज्यादा हमले किए. यहां इजरायल ने ड्रोन की मदद से बम गिराकर करीब 5 इमारतों को खंडहर बना दिया.
ईरान के आधिकारिक मीडिया के मुताबिक ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची शुक्रवार (4 अक्टूबर, 2024) को लेबनान की राजधानी बेरूत पहुंच गए हैं. इज़राइल ने लेबनान में तेहरान समर्थित हिजबुल्लाह समूह के खिलाफ अपने हवाई हमले तेज कर दिए हैं.
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली सेना ने संयुक्त राष्ट्र के एक बफर जोन के उत्तर में स्थित दक्षिण लेबनान के इलाकों को खाली करने की चेतावनी जारी की. अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण में घायलों को निकालते समय इजराइली हमले में चार स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए और एक लेबनानी सैनिक की मौत हो गई.
लेबनान में हिज्बुल्लाह पर इजरायली सेना लगातार हमले कर रही है. जानकारी के मुताबिक ताजा हमले में हिज्बुल्लाह के 37 लोगों की मौत हो गई है. वहीं 151 घायल हुए हैं.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने बेरूत में हाशिम सफीद्दीन को निशाना बनाकर हमला किया. इजरायली सेना का कहना है कि उन्होंने इस हमले में हिज्बुल्लाह के एक और बड़े नेता महमूद यूसुफ अनीसी को भी मार गिराया है.
पूर्व राजनयिक दीपक वोहरा ने एबीपी न्यूज़ से कहा है कि इजराइल अब रुकने वाला नहीं है. अमेरिका ने भी कहा कि जो करना है करो लेकिन न्यूक्लर हमला न करें. अब इजराइल फिनिश के मूड में है.
इस वक्त मिडिल ईस्ट युद्ध के मुहाने पर है. ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ा बयान दिया है. उनसे पूछा गया कि क्या मिडिल ईस्ट में ऑल आउट वॉर होने वाला है. इस पर उन्होंने कहा मुझे इस बात के ज्यादा आसार नहीं दिखते कि मिडिल ईस्ट में कोई ऑल आउट वॉर होने जा रही है. इस तरह की जंग को टाला जा सकता है.'
Abp न्यूज के रिपोर्टर जगविंदर पटियाल जब लेबनान की राजधानी बेरूत में रिपोर्टिंग कर रहे थे तो तभी एक धमाका हुआ. हालांकि वो साहसी रिपोर्टिंग जारी रखते हुए आपतक पल-पल की जानकारी पहुंचा रहे हैं. इस बीच इजराइल ने बड़ा दावा किया है कि लेबनान ने उत्तरी इजराइल में 20 रॉकेट दागे हैं. इसके बाद अब तनाव और बढ़ सकता है.
Abp न्यूज के रिपोर्टर जगविंदर पटियाल जब लेबनान की राजधानी बेरूत में रिपोर्टिंग कर रहे थे तो तभी एक धमाका हुआ. हालांकि वो साहसी रिपोर्टिंग जारी रखते हुए आपतक पल-पल की जानकारी पहुंचा रहे हैं. इस बीच इजराइल ने बड़ा दावा किया है कि लेबनान ने उत्तरी इजराइल में 20 रॉकेट दागे हैं. इसके बाद अब तनाव और बढ़ सकता है.
लेबनान में हसना बॉर्डर के पास हमला हुआ है. इस वक्त सीरिया-लेबनान का संपर्क पूरी तरह टूट गया है. हिजबुल्लाह के गढ़ में घुसकर इजराइल ने हमला किया है. इसी बीच लेबनान ने भी 20 रॉकेट दागे हैं.
इजरायली हमले में लेबनान की एक इमारत पूरी तरह से जमींदोज हो गई. जिस इमारत पर इजरायल ने हमला किया है वो हिजबुल्लाह का हेडक्वार्टर था. Abp न्यूज के रिपोर्टर जगविंदर पटियाल ने ग्राउंड जीरो से बताया कि हमले के पास वाला ज्यादातर हिस्सा मलवे में तब्दील हो गया है.
हिजबुल्लाह के नए चीफ हाशेम सैफुद्दीन की इजरायली हवाई हमले में मारे जाने की खबर है. हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की गई है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि सैफुद्दीन की मौत हो गई है. जिस जगह पर उसे मारे जाने की खबर है वहां पर Abp के न्यूज रिपोर्टर जगविंदर पटियाल पहुंच गए हैं. वो युद्ध क्षेत्र से पल-पल की जानकारी दे रहे हैं. एबीपी न्यूज़ देश का पहला चैनल है जो युद्ध क्षेत्र में पहुंचा है.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई आज (4 अक्टूबर 2024) तेहरान में एक उपदेश कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे. यह पांच साल बाद पहली बार होगा. सार्वजनिक प्रार्थना के बाद, सुबह 10:30 बजे हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह को समर्पित एक स्मृति समारोह भी होगा. खामेनेई ने नसरल्लाह के लिए ईरान में सार्वजनिक शोक की घोषणा की थी और बुधवार को कहा था कि हिजबुल्लाह प्रमुख की मौत कोई छोटी बात नहीं है.
बेरूत में शुक्रवार को इजरायल की ओर से हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर किए गए हमले में हिजबुल्लाह नेता अनीसी की मौत की खबर है. इजरायली सेना ने अनीसी की मौत की पुष्टि की है. इस सप्ताह की शुरुआत में हसन नसरल्लाह की मौत के बाद, इजरायली हमलों में हिजबुल्लाह के कई प्रमुख कमांडर मारे गए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल से ईरान के तेल या परमाणु भंडार पर हमला न करने का आग्रह करते हुए कहा कि वह इस मोर्चे पर बातचीत करने के लिए तैयार नहीं है. अमेरिका जो इजरायल का एक प्रमुख सहयोगी होने के साथ-साथ हथियारों का आपूर्तिकर्ता भी है, ने मंगलवार को ईरान पर दागी गई 200 मिसाइलों के जवाब में ईरान पर हमला करने के देश के अधिकार का समर्थन किया है.
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष माइकल मैककॉल ने गुरुवार को राष्ट्रपति जो बाइडन से आग्रह किया कि वे इजरायल को हथियारों की खेप देने में तेजी लाएं, जिसमें 2000 पाउंड (907 किलोग्राम) के बम भी शामिल हैं, जिन्हें मानवाधिकार संबंधी चिंताओं के कारण महीनों से रोक कर रखा गया है. उन्होंने बाइडन को भेजे गए एक पत्र में कहा, "मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप आज ही कार्रवाई करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इजरायल को 2,000 पाउंड के बम सहित सभी हथियारों की खेप हमारे सहयोगी का समर्थन करने के लिए तेजी से भेजी जाए."
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया कि इजरायल के हमलों में लेबनान में अब तक 28 स्वास्थ्यकर्मी मारे गए हैं. दक्षिण में 36 से अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं बंद होने और बेरूत में पांच अस्पतालों को आंशिक रूप से या पूरी तरह से खाली कराए जाने के कारण मेडिकल केयर तक पहुंच एक बड़ी समस्या बन गई है. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने कहा कि इजरायल ने नौ अस्पतालों और 45 स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों पर हमले किए हैं. यह अंतरराष्ट्रीय कानून और संधियों का उल्लंघन करते हैं. वहीं लेबनान के रेड क्रॉस का कहना है कि इजरायली हमले में उसके चार पैरामेडिक्स घायल हो गए और लेबनानी सेना का एक सैनिक मारा गया.
फिलिस्तीनी सूचना केंद्र और कुद्स न्यूज नेटवर्क के अनुसार, इजरायल ने सेंट्रल गाजा के डेर अल-बलाह में अल-तरजी स्ट्रीट पर जाबेर परिवार के घर पर हमला किया, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
इजरायल की मीडिया के मुताबिक हिजबुल्लाह के बड़े नेताओं की बैठक के दौरान बंकर पर हमला किया गया है, इसमें हिजबुल्लाह के नए प्रमुख और हसन नसरल्लाह के भाई हाशेम सैफिद्दीन के मारे जाने की भी खबरें हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है.
एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना के प्रमुख ने गुरुवार को लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाना जारी रखने का संकल्प लिया, साथ ही इस बात पर जोर दिया कि इस आतंकवादी ग्रुप को फिर से अपने पारंपरिक गढ़ों में स्थापित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इजरायली सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ हर्ज़ी हलेवी ने एक टेलीविज़न संबोधन में कहा, "हम भविष्य में हिजबुल्लाह को इन जगहों पर खुद को स्थापित करने की अनुमति नहीं देंगे. सभी क्षेत्रों में हिजबुल्लाह के खिलाफ गंभीर हमले जारी रहेंगे.
लेबनान के परिवहन और लोक निर्माण मंत्रालय के एक सूत्र के अनुसार, शुक्रवार सुबह एक इजरायली हमले ने बेरूत के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहरी एरिया को निशाना बनाया.
बेरूत में इजरायली हमले का लक्ष्य वरिष्ठ हिजबुल्लाह अधिकारी हाशेम सफीदीन था. इस बात की पुष्टि इजरायली अधिकारियों की ओर से शुक्रवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में की गई.
मध्य पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच गया है. मंगलवार को ईरान ने इजरायल पर बड़ा हमला किया जिसके बाद यहूदी राष्ट्र ने तेहरान से बदला लेने की कसम खाई. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इन दोनों के बीच अगर युद्ध छिड़ता है तो वह एक बड़े क्षेत्रीय संघर्ष का रुप ले लेगा जो पूरे मध्य पूर्व को अपनी चपेट में ले सकता है. इस गहराते संकट के बीच भारत समेत दुनिया भर में तेल की कीमतों में उछाल की आशंका जताई जा रही है. आखिर क्या कारण हैं कि इजरायल और ईरान के बीच टकराव बढ़ा तो पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी बढ़ेंगी. रूसी आपूर्ति बढ़ने के बावजूद मध्य पूर्व, भारत के एनर्जी इम्पोर्ट के लिए एक प्रमुख क्षेत्र बना हुआ है.
भारत तेल और गैस का एक बड़ा हिस्सा इस क्षेत्र से आयात करता है. भारत के लिए इराक, सऊदी अरब, यूएई और कुवैत, तेल के मुख्य मध्य पूर्वी आपूर्तिकर्ता हैं. इंडिया लिक्विफाइड नेचुरल गैस (एलएनजी) का लगभग आधा हिस्सा कतर से आयात करता है. फरवरी में भारत ने कतर के साथ एलएनजी आयात को अगले 20 वर्षों तक बढ़ाने के लिए 78 बिलियन डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस संभावना को लेकर अंतरराष्ट्रीय बाजार में आशंकाएं बढ़ रही हैं कि इजरायल ईरानी तेल इनफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बना सकता है.
एक्सपर्ट्स चिंता व्यक्त कर रहे हैं कि अगर इजरायल ने कोई एक्शन लिया तो ईरान होर्मुज स्ट्रेट को ब्लॉक करने या सऊदी इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमला करने जैसी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे सकता है.यहां यह जानना जरूरी है कि होर्मुज स्ट्रेट रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण चॉक प्वाइंट है, जहां से दैनिक ऑयल सप्लाई का पांचवां हिस्सा गुजरता है. जानकार मानते हैं कि तेल के जहाज के किसी प्रमुख चोकपॉइंट से गुजरने में अस्थाई बाधा भी सप्लाई में काफी देरी पैदा कर सकती है, शिपिंग लागत बढ़ सकती है, जिसकी वजह से दुनिया भर में तेल की कीमतों में इजाफा हो सकता है.ईरान और इजरायल के बीच अगर युद्ध भड़का तो तेहरान के सहयोगी हिजबुल्लाह और हूती विद्रोही भी हमले बढ़ाएंगे.
हूती लाल सागर में बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकते हैं. इस तरह होर्मुज स्ट्रेट और लाल सागर जैसे अहम तेल शिपिंग रूट पूरी तरह से ब्लॉक हो सकते हैं. भारत का रूसी तेल लाल सागर से ही आता है. युद्ध छिड़ने की सूरत में तेल के जहाज केप ऑफ गुड होप का रास्ता अपनाएंगे जो कि काफी लंबा रूट है.भारत को कतर से एलएनजी, इराक और सऊदी अरब से तेल, होर्मुज स्ट्रेट के जरिए मिलता है. इसका ब्लॉक होना भारत के लिए महंगा साबित हो सकता है.
मध्य-पूर्व एशिया में इजरायल और ईरान के बीच का तनाव पूरे विश्व में देखने को मिल रहा है. उत्तर प्रदेश का बाराबंकी जिला भी इससे अछूता नहीं रहा, यहां के कुछ लोग इजरायल में काम करते हैं, लेकिन युद्ध की तनावपूर्ण स्थिति में परिवार वाले परेशान हैं. वो बार-बार वीडियो कॉल कर इजरायल में काम कर रहे अपने परिजनों का हाल-चाल ले रहे हैं. दरअसल, एक अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर एक के बाद एक कई मिसाइलें दागीं. इससे वहां पर काम कर लोगों में दहशत का माहौल है. हालांकि भारतीय प्रवासी भारतीय दूतावास के संपर्क हैं.बाराबंकी जिले के देवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव क्षेत्र से जितेंद्र, रंजीत और अखिलेश सहित अनेक लोग इजरायल में काम करते हैं.
परिजनों से बात करने के दौरान उन्होंने बताया कि ईरान के हमले के बाद इजरायल में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है. रात में सोते वक्त भी हमला होता है, तो सायरन के बजते ही हमें बंकर की ओर भागना पड़ता है. अपने काम के बारे में बताते हुए एक प्रवासी भारतीय ने बताया कि इजरायल में वो ठेकेदार के संपर्क है, ठेकेदार जो काम दिलाते हैं, उसको करना पड़ता है. वो अभी तक तीन-चार काम बदल चुके हैं. पहले गाड़ी चलाने का काम करते थे, फिर सीमेंट फैक्ट्री में काम किया.उन्होंने बताया कि सरकार ने हमे भारतीय दूतावास के संपर्क में रहने के लिए कहा है. सरकार जैसा कहेगी, हम वैसा करेंगे.
अन्य प्रवासी भारतीय बबलू ने बताया कि ईरान की तरफ से इजरायल पर एक साथ कई मिसाइलों से हमले किए जा रहे हैं. मेरे गांव से मैं अकेला यहां पर आया हूं. उन्होंने बताया कि राजस्थान, दिल्ली और अन्य जगहों से आए हुए लोग यहां काम कर रहे हैं. सैलरी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने पर कहा अभी सैलरी का समय नहीं हुआ है, 10 तारीख को उसका समय है.बता दें कि इससे पहले हमास के समर्थक ईरान ने मंगलवार रात इजरायल पर बड़ा मिसाइल हमला किया था. इजरायल के चैनल 13 टीवी समाचार के अनुसार ईरान की तरफ से कम से कम 200 जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें दागी गई थीं. इससे पूरे देश में सायरन बजने लगे और लाखों लोगों ने शेल्टर्स में जाकर अपनी जान बचाई.
पश्चिम एशिया में नए सिरे से पैदा हुए तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की. समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को इस बारे में देर रात को सूत्रों ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पश्चिम एशिया में तनाव और पेट्रोलियम उत्पादों के व्यापार और आपूर्ति पर पड़ने वाले प्रभाव पर बैठक में चर्चा की गई. भारत ने पश्चिम एशिया में सुरक्षा स्थिति बिगड़ने पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि संघर्ष को व्यापक रूप नहीं लेना चाहिए. भारत ने सभी मुद्दों को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से सुलझाने का भी आह्वान किया है.
इजरायल के साथ तनातनी के बीच लेबनान लहू से लाल हो रहा है. गुरुवार (तीन अक्टूबर, 2024) को इस बात के स्पष्ट संकेत वहां के हेल्थ मिनिस्टर फिरास अबैद ने दिए. उन्होंने बताया कि अब तक लेबनान में 1974 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें 127 बच्चे शामिल हैं. ये सारी जानें पिछले साल हुए इजरायली हमलों के दौरान गईं, जबकि 9384 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका और इजरायल को मिडिल ईस्ट में शांति के लिए "कैंसर जैसा" खतरा करार दिया है.
ईरान के राजदूत डॉ इराज इलाही के गुरुवार को एबीपी न्यूज के साथ इंटरव्यू के दौरान बताया कि वे लोग इजरायल को देश नहीं मानते हैं. पढ़ें, पूरी खबर.
ईरान के राजदूत डॉ इराज इलाही ने एबीपी न्यूज को दिए इंटरव्यू को बताया, "हम हर तरह की जंग के लिए तैयार हैं. हालांकि, ईरान जंग नहीं चाहता है." उन्होंने इसके अलावा यह भी साफ किया कि हिज्बुल्लाह आतंकी संगठन नहीं है. हमास भी विरोध करने वाला संगठन है, वह कोई टेररिस्ट ऑर्गनाइजेशन नहीं है, जबकि इजरायल अमेरिका की कठपुतली है."
यूएन अधिकारी फिलिप लाजारिनी ने चेतावनी दी कि इजरायल के लगातार हमलों के बीच गाजा में भुखमरी फैल रही है. उन्होंने बुधवार को एक्स पर लिखा, अगस्त में गाजा में 10 लाख से अधिक लोगों को खाद्यान्न राशन नहीं मिला और सितंबर तक यह संख्या बढ़कर 14 लाख से अधिक हो गई.लाजारिनी, नियर ईस्ट में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूनाइटेड नेशन रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के कमिश्नर जनरल हैं. उन्होंने कहा कि असुरक्षा, क्षतिग्रस्त सड़कों और कानून-व्यवस्था के टूटने की वजह से गाजा में 100,000 मीट्रिक टन से अधिक खाद्य आपूर्ति बाधित हो गई है.लाज़ारिनी ने कहा कि गाजा में भूख पूरी तरह से मानव निर्मित है लगभग 70 प्रतिशत फसलें नष्ट हो गई हैं. पूरी आबादी को केवल मानवीय सहायता पर निर्भर रहना पड़ता है.
इजराइल की सेना ने गुरुवार (तीन अक्टूबर, 2024) को बताया कि उसने दक्षिणी लेबनान पर हवाई हमले में 15 हिज्बुल्लाह आतंकवादियों को मार डाला है, जबकि ईरान समर्थित आंदोलन ने कहा कि उसने सीमा पर इजरायल की बढ़त को विफल कर दिया.
बेरूत में गुरुवार (तीन अक्टूबर, 2024) को तीन बड़े धमाके हुए हैं. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ये तीनों धमाके एक के बाद एक सुनाई दिए.
हिज्बुल्लाह की ओर से गुरुवार (तीन अक्टूबर, 2024) को जानकारी दी गई कि उसने दक्षिणी लेबनान के गांव में घुसपैठ कर रही इजरायली सेना के खिलाफ बम विस्फोट किया है.
इजरायल एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों ने आतंकवादियों पर तब हमला किया और उन्हें मार गिराया जब वे उत्तरी गाजा में जमीन के अंदर बंकर में छिपे थे. यह परिसर हमास कमांड और नियंत्रण केंद्र के रूप में कार्य करता था और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को लंबे समय तक इसके अंदर रहने में सक्षम बनाता था. आईडीएफ ने बताया, इसमें गाजा में हमास सरकार के प्रमुख रावी मुश्तहा, समेह अल-सिराज, जिन्होंने हमास के राजनीतिक ब्यूरो और हमास की श्रम समिति में सुरक्षा विभाग संभाला था और सामी औदेह, हमास के सामान्य सुरक्षा तंत्र के कमांडर मारा गया.
इजरायली सेना ने गुरुवार (3 अक्टूबर 2024) को कहा कि उसने लगभग तीन महीने पहले गाजा पट्टी में हवाई हमले में हमास के एक वरिष्ठ नेता को मार डाला था. इसमें कहा गया है कि उत्तरी गाजा में एक बंकर पर किए हमले में रावी मुश्तहा और दो अन्य हमास कमांडर, समेह सिराज और समेह औदेह की मौत हो गई थी. आईडीएफ ने कहा कि रावी मुश्तहा हमास के शीर्ष नेता याह्या सिनवार का करीबी था, जिसने 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले की साजिश रचने में मदद की थी, जिससे युद्ध शुरू हुआ था.
इजरायली सेना का कहना है कि उसने दक्षिणी लेबनान के बिंट जेबिल शहर में नगर पालिका की इमारत पर हमला किया, जिसमें 15 लोग मारे गए. सेना ने दावा किया कि मारे गए लोग हिजबुल्लाह लड़ाके थे और इमारत का इस्तेमाल हथियार रखने के लिए किया जाता था.
मिडिल ईस्ट में इजरायल-ईरान के बीच तनातनी का असर मार्कट पर भी देखने का मिला है. आज शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला. BSE में करीब 1200 अंकों की तो NSE 228 अंकों की गिरावट के साथ खुला.
चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से मध्य पूर्व में हिंसा को रोकने और मध्यस्थता करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आह्वान किया है. चीन का यह बयान तब आया है जब इजरायल ने बुधवार तड़के लेबनान में नए हवाई हमले शुरू किए. संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू कांग ने बुधवार को सुरक्षा परिषद की ब्रीफिंग के दौरान कहा कि इजरायल-लेबनान संघर्ष पर हिंसा के चक्र को रोकने के लिए उसे स्पष्ट और स्पष्ट मांग करने की आवश्यकता है.
ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी इरना के अनुसार, इराकी स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की है कि इराक में लगभग सौ परिवारों ने लेबनानी हिजबुल्लाह की मौत के बाद अपने बच्चों का नाम नसरल्लाह रखा है.
लेबनान में हिजबुल्लाह के गुर्गों को जड़ से उखाड़ने के लिए किए गए हमलों के बाद इजरायली सेना पश्चिमी सीरिया के तटीय शहरों में स्थित ठिकानों को निशाना बना रही है. इजरायल ने गुरुवार को होने वाले हमलों से पहले दक्षिणी बेरूत और दक्षिणी लेबनान के लिए निकासी आदेश भी जारी किया है.
ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने गुरुवार को लेबनान में रह रहे हजारों ऑस्ट्रेलियाई लोगों से आग्रह किया कि वे अभी भी देश छोड़ दें. ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार और शनिवार को रवाना होने वाली उड़ानों में 580 सीटें सुरक्षित कर ली हैं, ये सीटें उन ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों के लिए हैं जो लेबनान छोड़ना चाहते हैं. वोंग ने कहा कि करीब 1,700 ऑस्ट्रेलियाई और उनके परिवारों ने सरकार के पास लेबनान छोड़ने की इच्छा दर्ज कराई है.
मिशिगन के एक अमेरिकी नागरिक अमेल अहमद जवाद की लेबनान में इजरायली हवाई हमले में मौत हो गई, यह जानकारी उनकी बेटी, मित्र और उनके निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली अमेरिकी कांग्रेस की महिला सदस्य ने दी. डेमोक्रेटिक अमेरिकी प्रतिनिधि रशीदा तलीब के कार्यालय ने बुधवार को कहा कि वह कामेल अहमद जवाद के परिवार के संपर्क में है. उनकी बेटी नादिन जवाद ने एक बयान में कहा कि मंगलवार को लेबनान में इजरायली हमले में उनके पिता की मौत हो गई यह तब हुआ जब वह निर्दोष लोगों की जान बचाने की कोशिश कर रहे थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ किया है कि अमेरिका इजरायल की रक्षा के लिए उसके साथ खड़ा रहेगा. बाइडन ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "आज सुबह, मैंने जी-7 नेताओं के साथ इजरायल के खिलाफ ईरान के अस्वीकार्य हमले पर चर्चा की. इस दौरान ईरान पर नए प्रतिबंधों सहित इस हमले की प्रतिक्रिया को लेकर भी चर्चा की. मैंने इजरायल की सुरक्षा के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की है."
मध्य बेरूत में एक अपार्टमेंट पर बुधवार तड़के इजरायल ने हवाई हमला किया. यह हमला लेबनान की राजधानी के केंद्र के पास आवासीय बशौरा जिले में एक इमारत को निशाना बनाते हुए किया गया. यह हवाई हमला संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय, प्रधानमंत्री कार्यालय और संसद के पास हुआ है.
इजरायली सेना का कहना है कि उसने मंगलवार रात तेल अवीव के तट पर एक संदिग्ध और बड़े हवाई हमले को समय रहते रोक दिया.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमले की निंदा की. उन्होंने मिडिल ईस्ट में बढ़ती स्थिति पर चिंता व्यक्त की है.
मध्य बेरूत पर इजरायली हवाई हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है. इसके अलावा कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. इजरायल ने यह हमला मंगलवार देर रात किया था.
उधर, लेबनान ने इजरायल पर बड़ा हमला किया है. लेबनान ने इजरायल पर 100 से ज्यादा रॉकेट दागे हैं. हालांकि, इजरायल का दावा है कि ज्यादातर रॉकेट खुली जगह पर गिरे.
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान ने कहा, ईरान जंग नहीं चाहता. लेकिन इजरायल ने अगर हमले किए तो हम जवाब जरूर देंगे. इजरायल से तनाव के बीच ईरान के राष्ट्रपति कतर पहुंच रहे हैं. यहां वे कतर के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.
लेबनान में हिज्बुल्लाह के खिलाफ जमीनी ऑपरेशन में इजरायल के 8 सैनिकों की मौत हुई है. उधर, हिज्बुल्लाह ने दावा किया है कि उसने इजरायली सेना के 3 टैंकों को भी तबाह कर दिया है.
दक्षिण लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ जंग में इजरायल के 14 सैनिकों की मौत हुई है. स्काई न्यूज अरेबिया ने यह जानकारी दी. हालांकि, इजरायली सेना ने 8 सैनिकों की मौत की बात कबूली है.
इजरायल के नए साल के मौक पर पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायली लोगों को बधाई दी है. नेतन्याहू ने कहा कि यह संपूर्ण विजय का साल होगा.
मिडिल ईस्ट में जारी जंग के बीच अमेरिका ने ईरान को खुली चेतावनी दे दी है. अमेरिका ने इजरायल पर ईरान के हमले की निंदा करते हुए दो टूक कहा कि ईरान अब इजरायल पर हमले न करे. इतना ही नहीं अमेरिका ने कहा कि ईरान अपने प्रोक्सी आतंकी संगठनों को भी हमला करने से रोके. अमेरिका की ओर से कहा गया है कि मिडिल ईस्ट में अपने हितों और सैनिकों की सुरक्षा करने मे अमेरिका हिचकेगा नहीं. इजरायल की रक्षा के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध है.
ईरान-इजरायल तनाव के बीच ईरान के राष्ट्रपति पेजेश्कियान कतर के लिए रवाना हो गए. कतर के अमीर के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.
इजरायल के राजदूत रूविन अजार ने एबीपी से खास बातचीत में कहा, ईरान ने इजरायल पर हमला किया है. ईरान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. इजरायल ईरान को माकूल जवाब देगा. ईरान ने 181 मिसाइलें दागी, ईरान को करारा जवाब मिलेगा. हम अपने लोगों के लिए जवाबदेह हैं. हम पर नरसंहार के आरोप गलत है. UN ने ईरान के हमले की निंदा नहीं की. हमने 30 साल सहा लेकिन अब नहीं सहेंगे. ईरान के साथ मध्यस्थता का कोई स्कोप नहीं है.
हिजबुल्लाह का दावा है कि उसके लड़ाकों ने लेबनान में झड़पों में अज्ञात संख्या में इजरायली सैनिकों को मार गिराया और घायल कर दिया. लेबनानी संगठन हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि बुधवार रात को इजरायली सैनिकों ने लेबनान के दक्षिणी गांव यारून में घुसने की कोशिश की, इसके बाद हिजबुल्लाह द्वारा एक विस्फोटक उपकरण में विस्फोट किया गया. इस हमले की चपेट में कई इजरायली सैनिक आ गए. हिजबुल्लाह ने ये दावा इजरायली सेना द्वारा अपने एक सैनिक की मौत की घोषणा के तुरंत बाद किया.
इजरायल की सेना ने बताया कि लेबनान में इजरायली सेना के टीम कमांडर की हत्या कर दी गई. यह लेबनान में घुसपैठ के बाद इजरायल द्वारा घोषित युद्ध में पहली मौत है. दरअसल, इजरायल लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर लगातार हवाई हमले कर रहा है. इसके साथ ही सीमावर्ती इलाकों में इजरायली सेना और हिजबुल्लाह के लड़ाकों में झड़पों की भी खबरें आ रही हैं. इन सबके बीच इजरायली सेना ने बताया कि उसकी यूगोज यूनिट में एक स्क्वाड कमांडर ईटन इत्जाक (22 साल) की मौत हो गई.
उधर, इजरायल में ईरान के हमले के बाद जर्मनी ने ईरानी राजदूत को समन भेजा है. जर्मनी सरकार के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सेबेस्टियन फिशर ने बताया, हमने ईरानी राजदूत को बुलाया है. उन्होंने कहा कि राजदूत खुद बर्लिन में नहीं थे और उनके स्थान पर प्रभारी अधिकारी उपस्थित हुए.
इजरायल पर हमले के बाद अब ईरान ने अमेरिका को खुली धमकी दी है. ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने बुधवार को कहा कि तेहरान ने इजरायल पर ईरान के हमले के बाद अमेरिका के हस्तक्षेप करने के खिलाफ चेतावनी दी है. अराघची ने बताया, हमने अमेरिकी सेना को इस मामले से हटने और हस्तक्षेप न करने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि यह संदेश तेहरान में स्विस दूतावास के माध्यम से भेजा गया.
जॉर्डन सरकार का कहना है कि वह देश को युद्ध का मैदान नहीं बनने देंगे. सरकार के प्रवक्ता मोहम्मद मोमानी ने स्थानीय मीडिया को बताया, "जॉर्डन और जॉर्डनवासियों की सुरक्षा करना हमारी पहली जिम्मेदारी है." उनकी यह प्रतिक्रिया इजरायल पर ईरान के हमले के बाद आई है. जॉर्डन ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया, जबकि राज्य के सार्वजनिक सुरक्षा निदेशालय ने एएफपी के हवाले से एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि रॉयल जॉर्डनियन वायु सेना और वायु रक्षा प्रणालियों ने जॉर्डन के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाली कई मिसाइलों और ड्रोनों का जवाब दिया.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल पर मिसाइल हमले के बाद मध्यपूर्व में अमेरिकी उपस्थिति की आलोचना की. ईरान लंबे समय से मध्य पूर्व में अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी को एक खतरे के रूप में देखता रहा है.
ईरान के मिसाइल हमले के बाद इजरायल और अमेरिका ने जवाबी हमले की बात कही. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल ने हिजबुल्लाह पर दबाव बनाए रखने के लिए लेबनान में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा दी है, क्योंकि वह ईरानी मिसाइल हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है.
ब्रिटेन के विदेश सचिव ने कहा कि उन्होंने अपने इजरायली समकक्ष से बात की है. ब्रिटेन के विदेश सचिव ने कहा ने कहा, "हम इजरायल पर ईरान के हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. हमें इस संघर्ष को कम करने और लेबनान-गाजा में युद्धविराम सुरक्षित करने के लिए एक रास्ता खोजना पड़ेगा."
इजराइल के विदेश मंत्री का कहना है कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को इजराइल में प्रवेश करने से रोक दिया है. उन्होंने कहा, "जो व्यक्ति इजरायल पर ईरान के आपराधिक हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करने में असमर्थ है, वह इजरायल की धरती पर पैर रखने के लायक नहीं है. यह इजराइल से नफरत करने वाला महासचिव है, जो आतंकवादियों, बलात्कारियों और हत्यारों को समर्थन देता है. गुटेरेस को संयुक्त राष्ट्र के इतिहास पर एक दाग के रूप में याद किया जाएगा."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल के पीएम को रोश हशानाह की बधाई दी. पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "मेरे मित्र प्रधान मंत्री नेतन्याहू, इजरायल के लोगों और दुनिया भर के यहूदी समुदाय को बधाई. नया साल हर किसी के जीवन में शांति, आशा और अच्छा स्वास्थ्य लाए."
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई ने कहा, "हम इन दिनों शोक मना रहे हैं. मैं विशेष रूप से बहुत दुःखी हूं. जो त्रासदी हुई वह कोई छोटी-मोटी घटना नहीं थी. हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह का निधन बहुत महत्वपूर्ण घटना थी."
हिजबुल्लाह ने दावा किया कि मिसाइलों ने सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य पर हमला किया. यमन के हौथिस का दावा है कि उन्होंने फिलिस्तीनी और लेबनानी लोगों के समर्थन में इजरायल के अंदर तक गोले दागे हैं.
हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसने इजरायली शहर हाइफा के उत्तरी इलाकों को निशाना बनाया है. हालांकि इसे लेकर अभी तक इजरायल ने कोई बयान नहीं दिया है. इजरायली मीडिया ने इससे पहले बताया था कि हाइफ़ा के कई उपनगरों के साथ-साथ लेबनान सीमा से सटे इलाकों में रॉकेट हमले को लेकर चेतावनी जारी की गई थी.
इजराइल की सेना दक्षिणी लेबनान में 24 गांवों को खाली करने के लिए लोगों को चेतावनी दी है. इजरायली सेना जमीन के जरीए सीमा के पार अन्य सेनाओं को भेजना चाहती है.
ईरान ने अपना एयरप्लेस बंद कर दिया है. वहीं स्पेन अपने लोगों को लेबनान से निकालने के लिए सैन्य विमान भेजेगा.
दिल्ली में इजरायली दूतावास की सुरक्षा बढ़ाई गई है. अब्दुल कलाम रोड को बैरिकेट लगाकर बंद कर दिया गया है. दिल्ली पुलिस गाड़ियों की सुरक्षा बढ़ाई गई है.
यमन के हूती विद्रोहियों और इजरायल के बीच संघर्ष जारी है. इस बीच हौथिस ने इजराइल में सैन्य चौकियों को निशाना बनाया. यमन के हौथिस ने कुद्स 5 रॉकेटों से इजरायल पर हमला किया.
इजरायल पर हमले के बाद फ्रंटफर्ड से मुंबई और हैदराबाद आने वाली फ्लाइट्स की जर्मनी में लैंडिंग करानी पड़ी. इस बीच इजराली सेना प्रमुख और अमेरिकी सेंट्रल कमांड में बाचतीच हुई.
ब्रिटेन के रक्षा प्रमुख का कहना है कि ब्रिटेन की सेना ने ईरान के मिसाइल हमले को विफल करने में इजराइल की मदद की. एक्स पर लिखते हुए रक्षा सचिव जॉन हीली ने कहा कि ब्रिटिश सेना ने मिडिल ईस्ट में मध्य पूर्व में अपनी भूमिकी निभाई है. प्रधान मंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि ब्रिटेन इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है. उन्होंने कहा कि ईरान ने बहुत लंबे समय से मध्य पूर्व को खतरे में डाल दिया है.
इजरायल के एयर स्ट्राइक में फिलिस्तीन के कई लोगों की मौत हो गई. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मताबिक आधिकारिक फिलिस्तीनी रेडियो वॉयस ऑफ फिलिस्तीन ने बताया कि गाजा में विस्थापित लोगों के आवास वाले एक स्कूल और संस्थान पर इजरायली हवाई हमले में 30 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए.
इजरायल पर हमले के बाद ईरान की प्रतिक्रिया सामने आई है. ईरान ने कहा, "हमें आत्मरक्षा का अधिकार है. हमने बेगुनाहों पर हमला नहीं किया. हमने सिर्फ सैन्य ठिकानों पर हमला किया."
डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेन में इजरायली दूतावास के बाहर बम विस्फोट हुआ. डेनमार्क पुलिस ने बताया कि वह मामलों की जांच कर रही हैं. कोपेनहेन पुलिस ने कहा कि इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ है.
मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने की आशंका के कारण बुधवार को तेल की कीमतों में एक डॉलर से अधिक की बढ़ोतरी हुई, जिससे क्षेत्र से कच्चे तेल का उत्पादन बाधित हो सकता है. मंगलवार को कारोबार के दौरान दोनों कच्चे तेल बेंचमार्क में 5 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई.
इजरायल कुछ ही दिनों में ईरान के हमले का बदला लेगा. एक्सियोस की रिपोर्ट के अनुसार इजरायल के अधिकारी ने कहा कि वह ऑयल प्रोडक्शन फैसिलिटी को निशाना बना सकता है.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में लेबनान में हुए इजरायली हवाई हमलों में 55 लोग मारे गए हैं और 156 अन्य घायल हुए हैं. मंत्रालय के अनुसार, बालबेक-हर्मेल जिले में 11 मौतें, नबातीह गवर्नरेट में 22, बेरूत और माउंट लेबनान में तीन-तीन और दक्षिण गवर्नरेट में 16 लोगों की मौतें हुई हैं.
मीडिल में बढ़ते तनाव के बीच चीनी नागरिकों से लेबनान से निकाला गया. चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि 146 चीनी नागरिक और उनके परिवार के पांच सदस्य चार्टर विमान से लेबनान से निकाले जाने के बाद बुधवार को बीजिंग पहुंचे. रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी चीनी नागरिक जो देश छोड़ना चाहते थे, वे देश छोड़ चुके हैं, जबकि लेबनान में चीनी दूतावास अपना काम जारी रखेगा.
ईरान के विदेश मंत्री का कहना है कि तेहरान ने इजराइल-तस्नीम समाचार एजेंसी पर मिसाइल हमले के बाद अमेरिका को इसमें शामिल न होने की चेतावनी दी थी.
ईरान हमले के बाद इजरायल ने मुंहतोड़ जवाब देने की बात कह है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने बुधवार तड़के लेबनानी शहर अदैसेह में घुसपैठ कर रही इजरायली सेना का सामना किया और उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर किया.
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानी ने इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमले की निंदा की और तनाव कम करने का आह्वान किया. न्यूज एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, "हम ईरान की हरकतों से बहुत चिंतित हैं. इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है."
ईरान हमले के बाद इजरायल ने गाजा में बम बरसाए. फिलिस्तीन समाचार एजेंसी के मुताबिक गाजा में विस्थापित लोगों के स्कूल और संस्थान पर इजरायली हवाई हमले में कम से कम 9 फिलिस्तीनी मारे गए तो वहीं 20 घायल हो गए.
ईरान हमले के बाद फ्लाईदुबई ने कई 2 और 3 अक्टूबर को जॉर्डन, इराक, इजरायल और ईरान के लिए उड़ानें अस्थायी रूप से बंद कर दी है.
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि अमेरिका लेबनान से अमेरिकियों को निकालने के लिए काम कर रहा है. नसरल्लाह की मौत के बाद मिडिल ईस्ट में हालात खराब होते जा रहे हैं.
इजरायल पर ईरान के हमले के बाद कई फ्लाइट को डायवर्ट करना पड़ा. ट्रैकिंग सेवा फ्लाइटरडार24 के प्रवक्ता ने कहा, "अमीरात, ब्रिटिश एयरवेज, लुफ्थांसा, कतर एयरवेज जैसी एयरलाइन्स द्वारा संचालित और दुबई, दोहा और अबू धाबी जैसे प्रमुख मध्य पूर्व केन्द्रों के लिए जाने वाली लगभग 80 उड़ानों को काहिरा और यूरोपीय शहरों की ओर मोड़ दिया गया."
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि उन्होंने ईरान हमले के बाद इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट से बात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने मंगलवार को हुए हमलों पर बात की.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ईरान की ओर से इजरायल पर किए गए हमले की निंदा की. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि हिजबुल्लाह इजरायल और उसके लोगों के खिलाफ अपनी आतंकवादी गतिविधियां बंद करे.
मिडिल ईस्ट में एक और जंग को देखते हुए यूएन सिक्योरिटी काउंसिलल की इमरजेंसी बैठक हो रही है. मंगलवाल के ईरान ने इजरायल ने 200 मिसाइलें दागी, जिसके बाद इजारयली पीएम ने जवाब देने की कसम खाई है.
ईरान के चीफ ऑफ स्टाफ ने धमकी दी कि अगर इजराल ने हमला हुआ तो उसके के सभी इंफ्रास्ट्रक्चर को तबाह कर दिया जाएगा.
बैकग्राउंड
Iran-Israel War Live Hezbollah News LIVE: इजरायल-हमास के बीच शुरू हुई जंग में हिजबुल्ला के बाद अब आधिकारिक रूप से ईरान भी कूद पड़ा है. ईरान ने हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों से अटैक किया. हालांकि, इजरायली सेना ने अधिकतर मिसाइलों को आयरन डोम की मदद से नष्ट कर दिया था मगर ईरान का दावा है कि उसकी अधिकतर मिसाइलें लक्ष्य पर गिरीं.
सबसे रोचक बात है कि इजरायल और ईरान भले ही फिलहाल एक-दूसरे के खिलाफ हमले कर रहे हैं पर कभी दोनों बहुत अच्छी दोस्ते थे. दरअसल, ईरान और यहूदियों की दुश्मनी तो पुरानी है पर एक वक्त ऐसा भी आया था, जब दोनों देशों के बीच बहुत अच्छे संबंध स्थापित हो गए थे. साल 1953 में ईरान में मोहम्मद रजा शाह का राज स्थापित हुआ. इस दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों ने भी नया मोड़ लिया. इसी के साथ ही ईरान और इजरायल के बीच आर्थिक, सैन्य व अन्य क्षेत्रों में आदान-प्रदान होने लगा.
इतना ही नहीं, ईरान से इजरायल को तेल दिया जाता था, जिसके बदले में ईरान को आधुनिक हथियार मिलते थे पर दोनों देशों के रिश्तों में गिरावट आई. साल था 1979, ईरान में इस्लामिक क्रांति की वजह से राजशाही का अंत हुआ और ईरान में सब कुछ बदल गया. इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान ने इजरायल से सारे संबंधों को तोड़ दिया और उनके बीच दुश्मनी पनपने लगी.
ईरान एक इस्लामिक देश बन गया और अयातुल्ला अली खामेनेई ईरान के सर्वोच्च नेता बन गए.इस्लामिक क्रांति का परिणाम यह हुआ कि ईरान में इस्लामी कानून (शरिया) लागू हो गया और ईरान ने अमेरिका तथा पश्चिमी देशों के साथ अपने संबंधों को सीमित कर दिया. यही नहीं, ईरान ने हमास का समर्थन करना भी शुरू कर दिया. यहीं से ही ईरान की उसकी दोस्ती दुश्मनी में तब्दील हो गई. चार दशक से अधिक समय के बाद भी दोनों देशों के बीच संबंध दुरुस्त नहीं हो पाए हैं.
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