Iran Israel War Highlights: 'उम्मीद है कि इजरायली सरकार ने सीख लिया होगा सबक', भारत में ईरान के राजदूत का बयान
Iran Israel War: इजरायल ने अपने हाईटेक सिस्टम से अधिकतर मिसाइलों को रोक दिया. देश के दक्षिण में इजरायल सैन्य अड्डे पर मामूली नुकसान पहुंचा है. फिलहाल इन हमलों से किसी इजरायली के मौत की सूचना नहीं है.
अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका ईरान के खिलाफ किसी भी इजरायली जवाबी कार्रवाई में शामिल नहीं होगा. शनिवार की रात ईरान ने इजरायल पर कई मिसाइल दागे.
तुर्की ने ईरान से इजरायल पर अब और हमला करने से बचने का आह्वान किया. तुर्की के विदेश मंत्री हकन फिदान ने रविवार को एक फोन पर अपने ईरानी समकक्ष से कहा कि तुर्की नहीं चाहता है कि इजरायल के खिलाफ ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़े. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार तुर्की के राजनयिक सूत्रों ने कहा कि ईरानी विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दोल्लाहियन ने फदान को बताया कि इजरायल के खिलाफ उनकी जवाबी कार्रवाई समाप्त हो गई है. ईरान तब तक कोई नया अभियान शुरू नहीं करेगा जब तक उस पर हमला नहीं किया जाता.
ईरान की ओर से इजरायल पर किए गए हमले के बाद मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव को देखते हुए एयर इंडिया ने तेल अवीव के लिए उड़ानें अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दी है. भारत ने एक एडवाइजरी जारी कर वहां रहने वाले अपने नागरिकों से शांत रहने और स्थानीय अधिकारियों की ओर से जारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया है.
भारत में ईरान के राजदूत इराज इलाही ने इजरायल पर किए गए हमले को लेकर कहा कि हमें उम्मीद है कि इजरायली सरकार ने सबक सीख लिया होगा. एएनआई की रिपोर्ट के मुतबिक उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि यदि वह दोबारा आकंतवादी गतिविधि करेगा तो ईरान फिर मुंहतोड़ जवाब देगा.
इजरायल पर ईरान के हमले की रविवार को गाजा में कई फिलिस्तीनियों ने सराहना की. हालांकि कुछ फिलिस्तीनियों ने कहा कि उन्हें संदेह है कि तेहरान (ईरान की राजधानी) ने दिखावे के लिए यह हमला किया था. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक 32 वर्षीय अबू अबदुल्ला ने कहा, "पहली बार, हमने कुछ रॉकेट देखे, जो हमारे क्षेत्रों में नहीं गिरे. ये रॉकेट कब्जे वाले फिलिस्तीन में जा रहे थे,"
ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने रविवार (14 अप्रैल) को ईरान और इजरायल को ऐसे काम से बचने का आग्रह किया हो, जिससे दोनों देशों के बीच हिंसा बढ़े. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, "बहुत हुआ युद्ध, बहुत हुए हमले, बहुत हुई हिंसा. अब सिर्फ शांति के लिए बातचीत हो."
इजरायल डिफेंस फोर्स ने कहा, "ईरान का हमला दर्शाता है कि यह न केवल एक क्षेत्रिय खतरा है, बल्कि एक अंतराराष्ट्रीय खतरा भी है. हमने अपने सहयोगियों के साथ रक्षा सौदे के तहत ईरान की ओर से किए गए 99 फीसदी खतरों को रोकने में सफल रहा है. हम ऐसे किसी भी दुश्मन के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं, जो इजरायल और बाकी दुनिया दोनों के लिए खतरा है."
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने दमिश्क दूतावास पर हमले के जवाब में तेहरान के ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद इजरायल और उसके सहयोगियों को चेतावनी दी है. रायसी ने कहा, "अगर इजराइली सरकार या उसके समर्थक किसी भी लापरवाही भरा कदम उठाए तो उन्हें कड़ी प्रतिक्रिया दी जाएगी."
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने अमेरिका को सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी है. रिवोल्यूशनरी गार्ड ने अपने बयान में कहा है कि आतंकवादी अमेरिकी सरकार को चेतावनी दी जाती है कि अगर वह ईरान के हितों को नुकसान पहुंचाने में किसी भी तरह की भागीदारी करेगा या ऐसे लोगों को समर्थन देगा तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. ईरान के सशस्त्र बलों की ओर से अमेरिका को निर्णायक जवाब दिया जाएगा.
इजरायली सेना का कहना है कि फ्रांस ने ईरानी हमले के से बचने में उनकी काफी मदद की. इजराइल के मुख्य सैन्य प्रवक्ता ने रविवार (14 अप्रैल 2024) को कहा कि फ्रांस उन देशों में शामिल था जो इजराइल पर ईरान के रातोंरात हमले के खिलाफ बचाव में शामिल था. उन्होंने कहा कि फ्रांस के पास जेट रडार नाम की बहुत अच्छी तकनीक है.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ओटावा में रविवार (14 अप्रैल, 2024) को मीडिया से बातचीत में ईरान के इजरायल पर हवाई हमलों की निंदा की. उन्होंने कहा, "हम इजरायल के साथ खड़े हैं. 7 अक्टूबर को हुए हमास के क्रूर हमले का समर्थन करने के बाद ईरानी शासन की नई कार्रवाई इस क्षेत्र को और अस्थिर कर देगी और स्थायी शांति को और अधिक कठिन बना देगी."
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने ईरान से स्थिति को सामान्य करने का आह्वान किया है और कहा है कि अमेरिका ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहता है. हम ईरान और उसके प्रतिनिधियों की ओर से किए गए हमलों की निंदा करते हैं और ईरान से आगे के हमलों को तुरंत रोकने का आह्वान करते हैं. हम ईरान के साथ संघर्ष नहीं चाहते हैं लेकिन हम अपनी सेनाओं की रक्षा के लिए कार्रवाई करने और इजरायल की रक्षा का समर्थन करने में संकोच नहीं करेंगे."
जापान के विदेश मंत्री योको कामिकावा ने रविवार (14 अप्रैल) को इजरायल पर ईरान के हमले की निंदा की. उन्होंने कहा, "इजरायल पर ईरान के हमले ने मध्य पूर्व की मौजूदा स्थिति को खराब कर दिया है और इस हमले की जापान सरकार निंदा करती है.
इजरायल के खिलाफ ईरान के हमलों पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि मैं मध्य पूर्व में उभरती मौजूदा स्थिति के बारे में गहराई से चिंतित हू. इमें ईरान की ओर से इजरायल के खिलाफ ड्रोन और मिसाइलों का हमला शामिल है. मैं दृढ़ता से क्षेत्र में तनाव को और बढ़ने से रोकने के लिए सभी पक्षों से अत्यधिक संयम बरतने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा क्षण है जो बुद्धिमानी और विवेकपूर्ण निर्णय की मांग करता है, जिसमें जोखिमों और विस्तारित जोखिमों पर बहुत सावधानी से विचार करने की जरूरत है. मुझे उम्मीद है कि ईरानी अधिकारी अपनी कही बात का पालन करेंगे और इस कार्रवाई से मामले को समाप्त माना जा सकता है."
इजरायल पर हुए ईरान के हमलों के बाद भारत की भी प्रतिक्रिया आई है. भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि हम इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती दुश्मनी से गंभीर रूप से चिंतित हैं. इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा है. हम तत्काल तनाव कम करने, संयम बरतने, हिंसा से पीछे हटने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान करते हैं. हम मौजूदा स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. वहां हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के साथ लगातार संपर्क में हैं. यह महत्वपूर्ण है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे.
इजरायल पर 200 मिसाइल दागने के बाद ईरान ने अमेरिका को भी कड़ी चेतावनी दी है. ईरान ने कहा है कि हमारा संघर्ष इजरायल से है, अमेरिका इससे दूर रहे.
इजराइल पर ईरानी हमले के जवाब में ब्रिटेन ने कई जेट, जेट में ईंधन भरने वाले टैंकर तैनात किए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल पर ईरान के हमले के बाद एक बैठक बुलाई. इसके बाद उन्होंने एक्स पर लिखा, "मैं इजरायल के खिलाफ ईरान के हमलों पर अपडेट के लिए अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से मिला. ईरान और उसके प्रतिनिधियों से खतरों के खिलाफ इजरायल की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है."
संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने एक्स पर लिखा, "मैंने सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष को एक लेटर भेजकर परिषद की तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है. लेटर में ये मांग भी की गई है कि परिषद स्पष्ट रूप से इजरायल पर ईरान के हमले की निंदा करे और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को एक आतंकवादी संगठन घोषित करे. ईरान का हमला विश्व शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है और मैं उम्मीद करता हूं कि सुरक्षा परिषद हर तरह से ईरान के खिलाफ कार्रवाई करेगी."
यूरोपीय यूनियन ने ईरान के हमले की निंदा की है. ईयू का कहना है कि ईरान का हमला क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है. यूरोपीय संघ के विदेशी मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल ने एक्स पर हमले की निंदा करते हुए इसे क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया.
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने ईरान के हमले का विरोध किया है. उन्होंने एक्स पर लिखा, "कल रात ईरान की ओर से इजरायली क्षेत्र पर किया गया हवाई हमला गैर-जिम्मेदाराना है और इसे किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता है. हम इजरायल के पक्ष में खड़े हैं और हम अपने सहयोगियों के साथ आगे की हर बात पर चर्चा करेंगे."
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ईरान के हमले की निंदा करते हुए एक्स पर लिखा, "मैं ईरान की ओर से इजरायल पर बड़े पैमाने पर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. मैं दोनों देशों से दुश्मनी को तत्काल समाप्त करने का आह्वान करता हूं. न तो यह क्षेत्र और न ही दुनिया एक और युद्ध बर्दाश्त कर सकती है."
ईरान के हमले पर इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने सख्त प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "हम रक्षात्मक और आक्रामक दोनों तरह से किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं."
इजरायल पर ईरान की ओर से किए गए जवाबी हमले के बीच जॉर्डन, इराक ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है.
ईरानी हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच बेशक अमेरिका ने इजरायल की सुरक्षा को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति इजरायल के पीएम नेतन्याहू के एक कदम से खुश नहीं हैं. एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडन ने निजी तौर पर चिंता व्यक्त की है कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इस व्यापक संघर्ष में अमेरिका को व्यापक अधिक गहराई से घसीटने की कोशिश कर रहे हैं.
ईरान से जुड़े Permanent Mission of I.R.Iran to UN, NY नाम के एक्स हैंडल ने इजरायल पर मिसाइल हमले के बाद एक्स पर लिखा, "वैध रक्षा से संबंधित संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के बल पर ईरान की सैन्य कार्रवाई दमिश्क में हमारे राजनयिक परिसर के खिलाफ जायोनी शासन की आक्रामकता के जवाब में थी. मामले को समाप्त माना जा सकता है. हालांकि, अगर इज़रायली शासन एक और गलती करता है, तो ईरान की प्रतिक्रिया काफी गंभीर होगी. यह ईरान और इजरायल के बीच का संघर्ष है, जिससे अमेरिका को दूर रहना चाहिए."
व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की आधिकारिक प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने ईरान के हमले के बाद एक्स पर लिखा, "ईरान ने इजरायल के खिलाफ हवाई हमला शुरू कर दिया है. राष्ट्रपति जो बाइडन को उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम की ओर से स्थिति पर नियमित रूप से अपडेट किया जा रहा है और राष्ट्रपति आज दोपहर व्हाइट हाउस में उनके साथ मुलाकात करेंगे. अमेरिकी टीम इजरायली अधिकारियों के साथ-साथ अन्य साझेदारों और सहयोगियों के साथ लगातार संपर्क में है. राष्ट्रपति बाइडन ने स्पष्ट किया है कि अमेरिका इजरायल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.''
अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने ईरान के हमले के बाद अपने इजरायली समकक्ष से बात की. उन्होंने एक्स पर लिखा, "आज सुबह मैंने मध्य पूर्व की घटनाओं पर चर्चा करने के लिए अपने इजरायली समकक्ष और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हानेग्बी से बात की. इस दौरान मैंने इजरायल की सुरक्षा के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई."
ईरान के मौजूदा हमलों के बाद आईडीएफ प्रवक्ता आरएडीएम. डैनियल हागारी ने कहा, “आईडीएफ इजरायल और इजरायल के नागरिकों की रक्षा के लिए पूरी ताकत से काम कर रहा है. यह एक मिशन है जिसे पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध और तैयार हैं.”
ईरान के हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बातचीत की. नेतन्याहू ने एक्स पर लिखा, "डिफेंस कैबिनेट और वॉर कैबिनेट के विचार-विमर्श के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ बात की."
ईरान के हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तेल अवीव के किरया में वॉर कैबिनेट की बैठक बुलाई.
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने ईरान के मिसाइल अटैक के बाद एक्स पर लिखा, "ईरान ने कुछ समय पहले अपने क्षेत्र के अंदर से इजरायल की ओर यूएवी लॉन्च किया था. आईडीएफ हाई अलर्ट पर है और लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है।. आईएएफ के साथ-साथ आईडीएफ एरियल डिफेंस एरे भी हाई अलर्ट पर हैं. लड़ाकू जेट और इजरायली नौसेना के जहाज इजरायली वायु और नौसैनिक क्षेत्र में रक्षा मिशन पर हैं, आईडीएफ हर गतिविधि पर नजर रख रहा है."
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इजरायल पर ईरान के हमले की निंदा की है. उन्होंने एक बयान जारी करते हुए इसकी आलोचना की. उन्होंने कहा कि यह हमला तनाव भड़कने और क्षेत्र को अस्थिर करने का जोखिम है. ईरान ने एक बार फिर दिखाया है कि वह अपने ही आसपास अराजकता बोने पर आमादा है.
ईरानी की ओर से किए गए ड्रोन हमले को इजरायल के आयरन डोम ने रोक लिया. रिपोर्ट के मुताबिक अधिकतर मिसाइल और ड्रोन को इजरायल के अंदर नहीं जाने दिया गया. हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
बैकग्राउंड
Iran Israel War Latest News: इजरायल और ईरान के बीच कई महीनों से चला आ रहा तनाव आखिरकार युद्ध की स्थिति में पहुंच गया है. ईरान ने आखिरकार अपने दूतावास पर हुए हवाई हमले की जवाबी कार्रवाई की आशंका के बीच शनिवार (13 अप्रैल, 2024) देर रात इजरायल पर कई हमलावर ड्रोन और मिसाइलें लॉन्च कीं. ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने कहा कि दुर्भावनापूर्ण जायोनी शासन को दंडित किया जाएगा.
दशकों की दुश्मनी और युद्ध की बात के बाद यह पहली बार है कि ईरान ने सीधे अपने क्षेत्र से इजरायल पर हमला किया है. हालांकि इजरायल ने अपने हाईटेक सिस्टम से अधिकतर मिसाइलों को रोक दिया. देश के दक्षिण में इजरायल सैन्य अड्डे पर मामूली नुकसान पहुंचा है. फिलहाल इन हमलों से किसी इजरायली के मौत की सूचना नहीं है.
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