Iran-Pakistan Conflict: ईरान और पाकिस्तान ने पिछले दिनों एक दूसरे के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, हालांकि अब दोनों देश रिश्तों में आई तल्खी को कम करने में लग गए हैं. ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन सोमवार (29 जनवरी) को पाकिस्तान के समकक्ष जलील अब्बास जिलानी के निमंत्रण पर इस्लामाबाद पहुंचे. इस दौरान वो दोनों देशों के बीच के चल रहें तनाव पर बात करेंगे. विदेश मंत्री होसैन के पाकिस्तान पहुंचने पर उन्हें अफगानिस्तान और एशिया के अतिरिक्त विदेश सचिव रहीम हयात कुरैशी,नुर खान हवाई अड्डे पर लेने पहुंचे.


यात्रा के दौरान अब्दुल्लाहियन पाकिस्तानी समकक्ष जिलानी और प्रधानमंत्री अनवर उल-हक-काकर से ईरान और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के चलते बिगड़े संबंधो पर बात करेंगे.


मुमताज जहरा बलोच ने क्या कहा 



पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने अपने सोशल मीडिया एक्स एक पोस्ट शेयर कर लिखा, "ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन पाकिस्तान के समकक्ष जलील अब्बास जिलानी के निमंत्रण पर इस्लामाबाद पहुंचे. अतिरिक्त विदेश सचिव हयात कुरैशी उन्हें नुर खान हवाई अड्डे पर लेने पहुंचे.


क्या है पूरा मामला?


बता दें कि 16 जनवरी को तेहरान ने दक्षिण पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों पर मिसाइल हमला किया था. जिसके जवाब में पाकिस्तान ने 18 जनवरी को ईरान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया. इस दौरान पाकिस्तानी सेना ने कहा कि आतंकवादी संगठन, बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी और बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट को इंटेलिजेंस ऑपरेशन मार्गबार सरमाचार के तहत निशाना बनाया गया था. सात अक्टूबर को हुए इजरायल-हमास जंग के बाद दोनों देशों के बीच हुए इस हमले ने विश्व के मध्य-पूर्व हिस्सों में अस्थिरता पैदा कर दी हैं. 


मिलकर काम करने की जताई सहमती


हालही में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने सहमती जताई थी कि दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करेंगे. पाकिस्तान के एक मंत्री ने ईरान के विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन से दोनों देशों की अखंडता और संप्रभुता बनाए रखने पर बात की. मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने ईरान के मंत्री अब्दुल्लाहियन से बात की. इस दौरान जिलानी ने पाकिस्तान और ईरान के बीच करीब संबंधो को रेखांकित कर कहा कि दोनों देशों के बीच भाईचारें का संबंध है और साथ ही ईरान के साथ मिलकर काम करने की सहमती जताई.


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