Gunmen kill Pak Nationals: इस्लामाबाद और तेहरान के बीच तनाव कम करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के दरमियान शनिवार (27 जनवरी) को ईरान के अशांत दक्षिणपूर्वी सीमा क्षेत्र में अज्ञात बंदूकधारियों ने नौ पाकिस्तानी श्रमिकों की हत्या कर दी.


इस घटना के करीब हफ्तेभर पहले दोनों पड़ोंसियों ने एक-दूसरे के क्षेत्रों में मिसाइलें दागी थीं, जिसमें कथित तौर पर कम से कम दो बच्चों समेत लगभग एक दर्जन लोग मारे गए थे.


पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा है कि वह ईरान में आतंकवादियों की ओर से भयावह और घृणित हत्याओं को लेकर ईरानी अधिकारियों के संपर्क में है.


ईरान की समाचार एजेंसी ने दी ये रिपोर्ट


ईरान की मेहर न्यूज एजेंसी ने बताया कि सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में अज्ञात हथियारबंद लोगों ने सरवन शहर के सिरकन पड़ोस में एक घर में नौ गैर-ईरानी लोगों की हत्या कर दी.


ईरानी आंतरिक मंत्री अहमद वाहिदी ने केवल इतना कहा कि सभी मारे गए लोग विदेशी नागरिक थे. हालांकि, तेहरान में पाकिस्तान के राजदूत मुद्दसिर टीपू ने बाद में पुष्टि की कि सभी मृतक पाकिस्तानी नागरिक थे.


मुद्दसिर टीपू ने कहा, ''सरवन में 9 पाकिस्तानियों की भयावह हत्या से गहरा सदमा पहुंचा है. दूतावास शोक संतप्त परिवारों को पूरी सहायता देगा.'' उन्होंने आगे कहा, ''हमने ईरान से इस मामले में पूर्ण सहयोग देने का आह्वान किया.'' 


ऑटो मरम्मत की दुकान पर काम करते थे मारे गए लोग


बलूच अधिकार समूह हलवाश ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि मारे गए लोग पाकिस्तानी श्रमिक थे, जो एक ऑटो मरम्मत की दुकान पर रहते थे जहां वे काम करते थे. तीन अन्य घायल हो गए.


यह एक भयावह और घृणित घटना- पाकिस्तान विदेश कार्यालय


पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा, ''यह एक भयावह और घृणित घटना है और हम इसकी स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं. हम ईरानी अधिकारियों के संपर्क में हैं और हमने घटना की तुरंत जांच करने और इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने की जरूरत पर जोर दिया है.'' 


उन्होंने कहा कि जाहेदान में पाकिस्तान के वाणिज्य दूत अस्पताल जा रहे हैं, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है. मुमताज जहरा बलूच ने कहा, ''इस तरह के कायरतापूर्ण हमले पाकिस्तान को आतंकवाद से लड़ने के उसके दृढ़ संकल्प से नहीं डिगा सकते.''


पाकिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री ये बोले


पाकिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने कहा कि वह ईरान में आतंकी हमले में पाकिस्तानियों की मौत से दुखी हैं. जिलानी ने कहा, ''यह जघन्य हमला हमारे आम दुश्मनों की ओर से पाकिस्तान और ईरान के बीच संबंधों को खराब करने का एक प्रयास है. पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ईरानी सरकार से कार्रवाई का आग्रह किया.''






बढ़ता तनाव के बीच यह घटना तब हुई जब पाकिस्तानी और ईरानी राजदूत वापस बुलाए जाने के बाद अपनी पोस्टिंग पर लौट रहे थे. ईरान और पाकिस्तान ने पिछले हफ्ते एक दूसरे के क्षेत्रों में मिसाइल हमले किए थे. दोनों देशों ने कहा था कि उनका निशाना आतंकवादी थे.


ईरान ने पाकिस्तान में जैश अल-अदल के ठिकानों पर किया था हमला


ईरान ने 16 जनवरी को पाकिस्तान में बलूचिस्तान के सीमावर्ती शहर पंजगुर में आतंकी समूह जैश अल-अदल के ठिकानों को निशाना बनाकर हमले किए थे, जिसकी इस्लामाबाद ने कड़ी निंदा की थी और राजनयिक संबंधों को कम कर दिया था.


48 घंटे से भी कम समय के बाद पाकिस्तान ने एक खुफिया ऑपरेशन में ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में आतंकवादी संगठनों बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) की ओर से इस्तेमाल किए गए ठिकानों पर हमला किया था.


रविवार को इस्लामाबाद का दौरा कर सकते हैं ईरानी विदेश मंत्री


ईरान में पाकिस्तानी नागरिकों के मारे जाने की यह घटना ऐसे समय हुई जब अगले ही दिन यानी रविवार (29 जनवरी) को ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन का पाकिस्तान का दौरा करने का कार्यक्रम है. पिछले हफ्ते दोनों देशों ने कहा था कि वे तनाव को करने के लिए कदम उठा रहे हैं.


यह भी पढ़ें- Protest in Gilgit: चुनाव से पहले पाकिस्तान पर डबल मार, गेहूं की बढ़ती कीमत और बिजली कटौती से मचा हाहाकार, सड़कों पर उतरे लोग