ईरान विमान हादसाः टिकट कैंसिल होने के कारण पति की बच गई जान, पत्नी के लिए बनी आखिरी उड़ान
ईरान ने आखिरकार ये मान लिया कि उसकी सेना ने ही यूक्रेन के यात्री विमान को मार गिराया था. इस क्रैश में 176 यात्रियों की मौत हो गई थी.
तेहरानः ईरान में हुए विमान हादसे में मोहसेन अहमदीपोर नाम के व्यक्ति की टिकट कैंसिल होने के कारण जान बच गई. हालांकि मोहसेन की पत्नी रोजा इस विमान में सवार थी. यह उड़ान रोजा के लिए लिए आखिरी उड़ान साबित हुई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोहसेन कनाडा के ओटावा में रहता है. मोहसेन अपनी पत्नी के साथ पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ईरान पहुंचे थे.
जिस दिन प्लेन हादसा हुआ था उस दिन उन्हें अपनी पत्नी के साथ कनाडा लौटना था. इसी बीच पति का टिकट कैंसिल हो गया. पत्नी को लगा कि वह दूसरी फ्लाइट से कीव आ जाएगा.
मोहसिन एयरपोर्ट टर्मिनल के अंदर ही था तो उसे पता चला कि कीव जाने वाली फ्लाइट उड़ान भरते ही परांड इलाके में क्रैश हो गई. इस हादसे में क्रू मेंबर समेत सभी 176 लोग मारे गए.
ईरान की सेना ने जारी किया बयान
ईरान की सेना ने बयान जारी कर कहा है कि मानवीय चूक से यूक्रेन का यात्री विमान मार गिराया था. बता दें कि 8 जनवरी को ईरान में यूक्रेन का विमान क्रैश हुआ था.
बोइंग 737-800 ने ईरान में तेहरान के इमाम खुमैनी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सुबह 6 बजकर 12 मिनट पर उड़ान भरी थी. यात्री विमान को तेहरान से यूक्रेन के कीव जाना था लेकिन उड़ान भरने के सिर्फ दो मिनट बाद विमान ने सिग्नल खो दिया था.
ईरानी सेना का कबूलनामा- गलती से मार गिराया यूक्रेन का यात्री विमान, 176 की हुई थी मौत