iran helicopter crash : ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत के बाद नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं. अब कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान मौसम सही था. वहां कोहरा भी नहीं था. ये जानकारी ईरान के राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ ने दी. भयानक कोहरे के कारण कई घंटों बाद क्रैश हुए गए हेलीकॉप्टर को खोजा जा सका.सोमवार को घोलमहोसिन इस्माइली ने एक इंटरव्यू में कहा कि राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान मौसम की स्थिति एकदम सही थी.
राष्ट्रपति के काफिले में 3 हेलीकॉप्टर थे. उनमें से एक में इस्माइली खुद मौजूद थे. अजरबैजान की सीमा के करीब से वह उड़े थे. उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टरों ने दोपहर करीब एक बजे उड़ान भरी थी, तब मौसम सही था. उन्होंने कहा, कोहरा जमीन तक ही था, लेकिन जिस ऊंचाई पर वह उड़ रहे थे, वहां नहीं था. यात्रा के दौरान कुछ दूर तक बादल आ गए. राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर का पायलट काफिले का प्रभारी था. उसने अन्य हेलीकॉप्टरों को बादल से बचने के लिए ऊंचाई बढ़ाने का आदेश दिया. दोनों हेलीकॉप्टरों के बीच में उड़ रहा राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर अचानक हवा में गायब हो गया.
बस 30 सेकेंड में ही गायब हो गया राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर
राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा, हमारे 2 हेलीकॉप्टर तो बादलों के ऊपर उड़ रहे थे. हमारा हेलीकॉप्टर सबसे पीछे था, लेकिन करीब 30 सेकंड बाद हमारे पायलट ने महसूस किया कि राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर गायब हो गया है. हमारे पायलट ने राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर को खोजने के लिए लौटने का फैसला किया. इस्माइली के मुताबिक, रेडियो उपकरणों से राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर से संपर्क की कोशिश हुई, लेकिन बादलों के कारण ऊंचाई को कम नहीं किया जा सका.
उनके हेलीकॉप्टर ने उड़ान जारी रखी और पास में एक खदान पर उतरा. वहां पहुंचकर राष्ट्रपति के पायलट के सेलफोन पर फोन किया गया तो किसी ने फोन उठाया। किसी ने फोन उठाया और कहा हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है. क्रैश कैसे हुए इसे लेकर वह कुछ भी नहीं बता सके. जैसे उन्होंने कहा कि वह पेड़ों से घिरे हैं. इस्माइली ने आगे कहा कि जब हमें क्रैश साइट मिली तो शवों की स्थिति देखकर यह साफ था कि राष्ट्रपति और अन्य लोग क्रैश के तुरंत बाद ही मर गए थे, वहीं इमाम कई घंटों बाद शहीद हुए. दरअसल, इमाम ने ही फोन पर क्रैश होने की जानकारी दी थी.