Iran Helicopter Crash : ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ तो उसको लेकर काफी सवाल उठने लगे, जिस हेलीकॉप्टर में वह सवार थे, वह 'बेल 212' हेलीकॉप्टर बताई जा रही है. यह 1960 के दशक का था, जिसे अमेरिका की कंपनी बेल टेक्सट्रॉन इंक ने बनाया था. बेल 212 हेलीकॉप्टर कंपनी के आइकॉनिक मॉडलों में से एक था.


सैन्य विश्लेषक सेड्रिक लीटन ने बताया कि ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम संभवत बेल 212 हेलीकॉप्टर में ही यात्रा कर रहे थे, जिसका संचालन 1960 के दशक के अंत में शुरू हुआ था. वहीं, अलजजीरा का दावा है कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी 15 सीटों वाले बेल 212 हेलीकॉप्टर में सवार थे. बेल 212 एक मीडियम आकार का 2 इंजन वाला हेलीकॉप्टर है. इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल सिविलियन, कमर्शियल और सेना के लिए किया जाता है. यह मीडियम साइज का हेलीकॉप्टर है और इसमें एक पायलट और 14 लोगों के बैठने की जगह होती है. इस हेलीकॉप्टर में 2 ही ब्लेड होते हैं. इसलिए इसे टू ब्लेड हेलीकॉप्टर भी कहा जाता है. 


क्या है बेल 212 की कमजोरी?
बेल 212 हेलीकॉप्टर पहली बार 1960 के दशक में अस्तित्व में आया. बेल 212 हेलीकॉप्टर बेल 205 का अपग्रेड वर्जन है. बेल 212 हेलीकॉप्टर पहले की तुलना में और शक्तिशाली और विश्वसनीय माना गया. मजबूती और विश्वसनीयता के दावों के बावजूद बेल 212 हेलीकॉप्टर दुर्भाग्य से पिछले कुछ सालों में कई अहम दुर्घटनाओं में शामिल रहा है. साल 1997 में भी बेल 212 हेलीकॉप्टर लुइसियाना के तट पर क्रैश हो गया था, जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, साल 2009 में बेल 212 हेलीकॉप्टर कनाडा में क्रैश हो गया था, जिसमें 17 से 18 लोगों की मौत हो गई थी.


स्पेयर पार्ट्स की थी दिक्कत
काफी पुराना हेलीकॉप्टर होने की वजह से उसके स्पेयर पार्ट्स मिलने में कठिनाई होती थी. अमेरिकी वायु सेना के सेवानिवृत्त कर्नल लीटन ने कहा कि हेलीकॉप्टर का उत्पादन पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में और फिर कनाडा में किया गया था. इसे पहली बार 1976 में शाह के शासन में व्यावसायिक रूप में पेश किया गया था. इसलिए ईरानियों को स्पेयर पार्ट्स मिलने में काफी दिक्कत रही होगी. वहीं, खराब मौसम भी इस हादसे का एक कारण रहा होगा.