तेहरान: ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने बुधवार को कहा कि जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए ईरान का मिसाइल हमला दिखाता है कि ‘‘हम अमेरिका से डरते नहीं हैं.’’ इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमलों के कुछ घंटों बाद रूहानी ने टेलीविजन पर प्रसारित अपने संबोधन में कहा, ‘‘यदि अमेरिका ने अपराध किया है...तो उसे पता होना चाहिए कि उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा.’’


रूहानी ने कहा, ‘‘यदि उसमें अक्ल होगी तो इस समय वह कोई दूसरी कार्रवाई नहीं करेगा.’’ उनकी इस टिप्पणी से चंद घंटे पहले ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमलों की झड़ी लगा दी. ईरान ने ये हमले अमेरिका के ड्रोन हमले में अपने जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए किए.


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लेकिन रूहानी ने कहा कि अमेरिका की किसी दूसरी कार्रवाई पर यदि ईरान के सशस्त्र बल जवाबी हमला करें तो यह पर्याप्त नहीं होगा, बल्कि अमेरिका को क्षेत्र के देशों की ओर से जवाब मिलना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि अमेरिका को क्षेत्र के देशों की ओर से मुख्य जवाब मिलना चाहिए.’’


रूहानी ने कहा, ‘‘उन्होंने (अमेरिका) हमारे प्रिय सुलेमानी के हाथ काट दिए. उनके लिए बदला यह होगा कि क्षेत्र से अमेरिका के पैर काट दिए जाएं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस क्षेत्र से यदि अमेरिका के पैर काट दिए जाते हैं, आक्रमण की खातिर उठे उसके हाथ काट दिए जाते हैं तो यह क्षेत्र के देशों का अमेरिका को सच्चा और अंतिम जवाब होगा.’’