Iran criticizes America: ईरान के नये राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने अमेरिका द्वारा देश पर लगाए गए प्रतिबंधों की आलोचना करते हुए मंगलवार को कहा कि यह ‘युद्ध’ का एक तरीका है. संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले सम्बोधन में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने सीधे तौर पर अमेरिका की आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिबंध लगाना दुनिया के देशों के साथ युद्ध का अमेरिका का एक नया तरीका है.’’
रईसी ने की अमेरिकी की आलोचना
रईसी ने तेहरान से डिजिटल माध्यम से महासभा में अपना संबोधन दिया. ईरान के अलावा कुछ अन्य देशों के नेता भी न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में उपस्थित होने की बजाय अपने देश से महासभा की बैठक में शामिल हुए. हालांकि इस हफ्ते न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के नेताओं की बैठक में लगभग 100 राष्ट्राध्यक्ष और सरकार शामिल हो रहे हैं.
अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी हैं रईसी
रईसी को पिछले महीने चुनाव के बाद शपथ दिलाई गई थी. वह एक रूढ़िवादी मौलवी और पूर्व न्यायपालिका प्रमुख हैं. रईसी ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी हैं. उन्होंने दुनिया के नेताओं के सामने अपने समय का इस्तेमाल संयुक्त राज्य अमेरिका की आलोचना करने और ईरान की इस्लामी राजनीतिक पहचान की पुष्टि करने के लिए किया.
अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान से वापस हटने को लेकर रईसी ने कहा कि 'आज, अमेरिका को इराक और अफगानिस्तान से बाहर निकलने का मौका नहीं मिला है, उसे वहां से भगा दिया गया है.' इसके साथ ही पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा इस्तेमाल किए गए नारों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा 'आज दुनिया "अमेरिका फर्स्ट" या "अमेरिका इज बैक" की परवाह नहीं करती है.
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