Iran: ईरान में अज़रबैजान दूतावास पर गोलीबारी, सुरक्षा प्रमुख की मौत, 2 सुरक्षा गार्ड भी घायल
In Tehran Azerbaijan's Embassy Is Attacked: ईरान की राजधानी तेहरान में अज़रबैजान के दूतावास पर आतंकवादी हमला किया गया है. इस हमले में दूतावास के सुरक्षा प्रमुख की गोली लगने से मौत हो गई है.
Azerbaijan's Embassy Head Of Security Died: ईरान की राजधानी तेहरान में शुक्रवार को अज़रबैजान के दूतावास पर हमला किया गया. इस हमले के दौरान एक शख्स ने कलाशनिकोव स्टाइल राइफल से हमले को अंजाम दिया. इस वारदात में अज़रबैजान दूतावास में राजनयिक पद पर तैनात सुरक्षा प्रमुख की मौत हो गई, जबकि दो गार्ड घायल हो गए. ये जानकारी अज़रबैजान के अधिकारियों ने दी. अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, न ही इसके पीछे का मकसद साफ हो पाया है.
अजरबैजान के राष्ट्रपति ने की निंदा
अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलियेव ने ट्वीट कर इस हमले की निंदा की है. राष्ट्रपति इल्हाम अलियेव ने कहा" हम तेहरान में आज हमारे दूतावास पर किए गए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं. मैं फर्स्ट लेफ्टिनेंट ओरखान रिजवान ओगलू असगारोव के परिवार के लिए गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने दूतावास और उसके स्टाफ को बचाने के लिए अपनी जान दे दी."
— Ilham Aliyev (@presidentaz) January 27, 2023
ईरानी मीडिया ने तुरंत नहीं दी जानकारी
तेहरान में अज़रबैजान दूतावास में हमले के घटनास्थल के कथित वीडियो में दूतावास के अंदर मेटल डिटेक्टर के पास एक शव पड़ा हुआ नजर आ रहा है. ईरान के सरकारी मीडिया ने हमले के संबंध में तत्काल कोई खबर नहीं दी है. अज़रबैजान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि “अभी इस हमले की जांच की जा रही है.”
बयान के मुताबिक, हमलावर ने गोलीबारी कर एक सुरक्षा चौकी को भी नष्ट कर दिया. अज़रबैजान की उत्तर-पश्चिमी सीमा ईरान से लगती है. नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र को लेकर अज़रबैजान और आर्मेनिया में संघर्ष के बाद से दोनों देशों (ईरान और अज़बैजान) के बीच तनाव है. इस्लामी गणतंत्र को हिला देने वाले राष्ट्रव्यापी विरोध के बीच ईरान ने अक्टूबर में अज़रबैजान सीमा के पास एक सैन्य अभ्यास शुरू किया था. यही नहीं, अज़रबैजान के इज़रायल के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, जिसे तेहरान क्षेत्र में अपने प्रमुख दुश्मनों में से एक के रूप में देखता है.
दरअसल अज़रबैजान ईरान के मुकाबले में इजरायल के ज़्यादा नजदीक है. दरअसल इसराइल और अज़रबैजान में 1992 से ही कूटनीतिक रिश्ते हैं. सोवियत संघ से आजाद होने के ऐलान के सिर्फ छह महीने बाद ही अज़रबैजान और इसराइल में ये रिश्ते बन गए थे. इसकी वजह इन दोनों देशों के एक ही मकसद होना है. ये दोनों देश ईरान और राजनीतिक इस्लाम पर नजर रखने के मकसद से साथ हैं.
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