(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Iran Saudi Arabia: दुश्मनी भूलकर बरसों बाद अब ऐसे करीब आ रहे ये दो शिया-सुन्नी मुल्क, चीन की तारीफ में पढ़े कसीदे
Saudi Arabia Iran News: दुनिया के दो सबसे बड़े इस्लामिक मुल्क सऊदी अरब और ईरान के रिश्ते फिर से बहाल हो रहे हैं. 2016 में इनके राजनयिक रिश्ते टूट गए थे और युद्ध की नौबत आ गई थी.
Saudi Arab And Iran Relations: दुनिया के दो सबसे बड़े शिया और सुन्नी देश अपनी दुश्मनी को भुलाकर करीब सात साल बाद औपचारिक रिश्तों की नई शुरुआत करने जा रहे हैं. इसी क्रम में एक ईरानी दूत सऊदी अरब (Saudi Arab) पहुंचा और अब सऊदी अरब का एक प्रतिनिधिमंडल ईरान (Iran) की यात्रा पर है.
ईरान की ऑफिशियल न्यूज एजेंसी IRNA के मुताबिक, पिछले महीने चीन द्वारा मध्यस्थता किए जाने के बाद ईरान और सऊदी अरब के राजनयिक रिश्ते बहाल हो रहे हैं. बीजिंग में दोनों देशों के बीच हुए समझौते के अनुसार, ईरानी प्रतिनिधिमंडल रियाद स्थित ईरानी दूतावास का दौरा करने और वहां वाणिज्य दूतावास को फिर से खोलने के लिए सऊदी अरब पहुंचा. उधर, सऊदी के किंग सलमान ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी को सऊदी की यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया है.
दो बड़े इस्लामिक मुल्कों में हो रही दोस्ती
नासिर अल-घनौम की अध्यक्षता वाली सऊदी तकनीकी टीम ने हाल ही में तेहरान में विदेश मंत्रालय के मुख्यालय में ईरानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत की. इससे पहले सऊदी अरब और ईरान ने दो महीने की अवधि के भीतर दोनों देशों में राजनयिक मिशनों को फिर से खोलने पर सहमति व्यक्त की थी.
तब एक बयान में कहा गया था कि दोनों देशों की तकनीकी टीमें दोनों पक्षों के बीच सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर समन्वय और चर्चा करना जारी रखेंगी, जिसमें उड़ानों की बहाली, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडलों के द्विपक्षीय दौरे और वीजा जारी करने की सुविधा शामिल है.
चीन को मिल रही वाहावाही
उधर, दोनों देशों में रिश्तों की बहाली कराने वाले चीन की भी खूब तारीफ की जा रही है. ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासेर कनानी ने कहा कि चीन ने ईरान-सऊदी अरब संबंधों को सामान्य रास्ते पर वापस लाने में रचनात्मक भूमिका निभाई है.
उन्होंने कहा कि चीनी सरकार ने सक्रियता से ईरान और सऊदी अरब के संबंधों के रचनात्मक परिवर्तन को बढ़ाया. यह बड़ा सराहनीय कदम रहा. प्रवक्ता के मुताबिक, अब जरूरी तैयारी पूरी करने के बाद ईरान और सऊदी अरब एक-दूसरे देश में राजदूत भेजेंगे.