Chemical Attack On School Girls In Iran: पश्चिम एशियाई देश ईरान में स्‍कूली लड़कियों पर एक बार फिर घातक हमला हुआ है. यहां राजधानी तेहरान और उत्तर-पश्चिमी शहर अर्दबील के कम से कम 10 स्कूलों को संदिग्ध केमिकल-गैस अटैक से निशाना बनाया गया. इससे सैकड़ों छात्राओं की तबियत बिगड़ गई. 100 से ज्‍यादा छात्राओं को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है.


ईरानी स्‍कूलों के कई वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर सामने आए हैं. जिनमें स्‍कूली लड़कियों की चीख-चिल्‍लाहट देखी जा सकती है. लड़कियों को निशाना बनाए जाने की खबरें ईरान की कई न्‍यूज वेबसाइट्स पर भी हैं. फ़ार्स न्‍यूज एजेंसी ने कई पीड़िताओं के माता-पिता के हवाले से बताया कि ईरान की राजधानी तेहरान के पश्चिमी इलाके तेहरानसर के एक हाई स्कूल में छात्राओं पर जहरीला स्प्रे छिड़क दिया गया, जिससे कई छात्राओं की हालात खराब हो गई.


सैकड़ों छात्राओं की जिंदगी खतरे में पड़ी


बता दें कि ईरान की गिनती कट्टर इस्लामिक कायदे-कानून वाले मुल्‍क के रूप में की जाती है. यहां पिछले कुछ महीनों से हिजाब का विरोध हो रहा है. वहीं, महिला अधिकारों का विरोध करने वाले कट्टरपंथियों के हमले की घटनाओं में तेजी आई है.


एक सांसद ने बुधवार को कहा कि यहां नवंबर में भी छात्राओं पर एक विषैली गैस से हमला किया गया था, उस प्रकोप के चलते लगभग 1,200 छात्राओं को सांस लेने में कठिनाई हुई और उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया. ईरानी संसद की स्वास्थ्य समिति प्रवक्‍ता ज़हरा शेखी ने कहा कि 1,200 में से लगभग 800 स्‍कूली छात्राएं तेहरान के दक्षिण में क़ोम शहर से और 400 बोरुजर्ड के पश्चिमी शहर से थीं.


ईरानी संसद की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट


संदिग्‍ध पदार्थ से लड़कियों को निशाना बनाए जाने की रिपोर्ट ईरानी संसद की वेबसाइट पर भी दिखाई गई, जिसमें बताया गया कि क़ोम शहर के स्कूलों में स्वास्थ्य मंत्रालय के परीक्षणों में नाइट्रोजन के निशान पाए गए, जिसका मुख्य रूप से उर्वरकों में उपयोग किया जाता है. कई दफा हुए ऐसे हमलों ने देश में गुस्से की लहर पैदा कर दी है, ऐसे में प्रभावित स्कूलों की बढ़ती संख्या के मुद्दे पर अधिकारियों की चुप्पी की आलोचकों ने निंदा की है.


राजधानी तेहरान में कई जगहों पर हमले


बुधवार को हुए ताजा संदिग्ध हमलों में 7 स्‍कूल ईरान के उत्तर-पश्चिमी शहर अर्दबील के और तीन राजधानी तेहरान के बताए गए हैं. तसनीम न्‍यूज एजेंसी ने कहा कि अर्दबील की घटना में 108 छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया, बहरहाल उन सभी की हालत स्थिर बताई जा रही है. इसके अलावा तेहरान के भी तीन स्कूलों में ऐसे ही हमले की खबर है.




गर्ल्‍स स्कूलों को बंद करने की कोशिश


पिछले तीन महीनों में पूरे ईरान में स्कूली छात्राओं पर इस तरह के संकट के सैकड़ों मामले सामने आए हैं. एक सरकारी अधिकारी ने डर जाहिर करते हुए कहा कि यह लड़कियों के स्कूलों को बंद करने का प्रयास हो सकता है. कई सोशल एक्टिविस्‍ट ने स्कूलों पर हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों की तुलना अफगानिस्तान में तालिबान और साहेल में बोको हरम से की है, जो लड़कियों की शिक्षा का विरोध करते हैं.


कई आरोपी हिरासत में लिए गए


खबरों के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने लड़कियों के स्कूलों पर संदिग्ध ज़हरीले हमलों के बाद पहली गिरफ़्तारी में तीन लोगों को हिरासत में लिया.


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