Iran Hijab Protest: ईरान में 22 साल की लड़की महसा अमिनी को ठीक से हिजाब न पहनने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था. ये पिछले साल 2022 में सितंबर के महीने में हुआ था. पुलिस हिरासत के ही दौरान महसा अमिनी की मौत हो गई थी. इसके बाद से ईरान में एंटी-हिजाब प्रदर्शन अपने चरम पर है. कई लोगों को वहां कि सरकार ने प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार करके फांसी पर लटका दिया है. 


अब ईरान के सुप्रीम लीडर अली ख़ामेनेई ने बड़ा फैसला लेते हुए पुराने पुलिस चीफ हुसैन अश्तरी को हटा दिया. उनकी जगह ब्रिगेडियर-जनरल अहमदरेज़ा रादान को नया पुलिस चीफ नियुक्त किया गया है. पिछले आठ साल से हुसैन अश्तरी पुलिस चीफ रहे थे. इससे पहले नए पुलिस चीफ अहमदरेज़ा रादान पुलिस रिसर्च टीम के हेड भी रह चुके हैं. 


ईरान के सुप्रीम लीडर ने दिए निर्देश 


ईरान के सुप्रीम लीडर अली ख़ामेनेई ने नए पुलिस चीफ अहमदरेज़ा रादान को निर्देश दिया कि वो ईरान के सुरक्षा करें, वहां के लोगों की सुरक्षा पर ध्यान दें और पुलिस महकमे की देखभाल करें. ईरान में आए दिन अलग-अलग गंभीर मुद्दों को लेकर आंदोलन होते रहे हैं. इस दौरान ईरान की पुलिस व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाती है. अब भी ईरान में जो हालात बने हुए है, उस पर पूरी दुनिया की नजरें हैं. दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से एंटी-हिजाब के सपोर्ट में लोग अपनी मौजूदगी पेश कर चुके हैं.


दो लोगों को फांसी भी दी गई


इन पुलिस महकमे में बदलाव के बीच भी ईरान में 7 जनवरी की सुबह दो लोगों को प्रदर्शन के दौरान ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड के सदस्य रुहोल्लाह अजामियन की हत्या करने के आरोप में फांसी दे दी गई. दोनों अज्ञात आरोपियों को पिछले साल दिसंबर की शुरुआत में ही मौत की सजा सुनाई गई थी. इस सप्ताह ईरान की उच्च अदालत ने उनकी सजा को बरकरार रखा था.


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