Death Penalty in Iran: फांसी की सजा देने के मामले में ईरान काफी तेजी से ऊपर आ रहा है. पिछले महीने ईरान में मृत्युदंड की बढ़ी संख्याओं पर यूएन के विशेषज्ञों ने चिंता जाहिर की है. संयुक्त राष्ट्र के 11 स्वतंत्र अधिकार विशेषज्ञों के एक समूह ने सोमवार को बताया कि ईरान में सिर्फ अगस्त महीने में कम से कम 81 लोगों को फांसी की सजा दी गई. यह संख्या जुलाई महीने में 45 लोगों को दी गई फांसी की सजा से काफी अधिक है. उन्होंने बताया कि साल 2024 की शुरुआत से अभी तक ईरान में 400 से अधिक लोगों को फांसी दी जा चुकी है.
ईरान में दी गई फांसी की सजा में 15 महिलाएं भी शामिल हैं. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की तरफ से नियुक्त किए गए विशेषज्ञों ने कहा कि 'हम मृत्युदंड की सजा में इतनी अधिक वृद्धि से चिंतत हैं.' एमनेस्टी इंटरनेशनल अधिकार समूहों के मुताबिक चीन के बाद ईरान फांसी देने के मामले में सबसे ऊपर है, वहीं ईरान में फांसी देने की संख्या में काफी तेजी से वृद्धि देखी गई है. संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने बताया कि पिछले महीने ईरान में नशीली दवाओं से जुड़े अपराध के मामले में 41 लोगों को दोषी ठहराया गया था. साल 2021 के बाद ईरान में नशीली दावाओं से जुड़े अपराधों में फांसी की सजा अधिक होने पर विशेषज्ञों ने दुख जताया है.
सिर्फ नशीली दवा के मामले में 400 फांसी
विशेषज्ञों ने बताया कि ईरान पिछले साल सिर्फ नशीली दवाओं से जुड़े अपराध के मामले में 400 से अधिक लोगों को फांसी का सजा दी गई थी. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें ऐसी रिपोर्ट मिली हैं, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि ईरान मृत्युदंड के ज्यादातर मुकदमे उचित प्रक्रिया की गारंटी को पूरा करने में विफल रहते हैं. उन्होंने कुर्द प्रदर्शनकारी रेजा रसाई के मामले की तरफ इशारा किया, जिसे एक इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स सदस्य की हत्या के लिए 6 अगस्त को फांसी दी गई थी.
ईरान में निर्दोष लोगों को दी जा रही फांसी- संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि जिस तरह से इस्लामी गणराज्य ईरान में निष्पक्ष सुनवाई के बगैर फांसी की सजा दी जा रही है, वह गैर कानूनी निष्पादन की तरह है. विशेषज्ञों ने इस बात पर चिंता जताई कि निर्दोश व्यक्तियों को फांसी की सजा दी जा रही है, इसके साथ ही उन्होंने फांसी की सजा पर रोक लगाने की अपील की.
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