ट्रंप ने मारे गए ईरानी कमांडर सुलेमानी को बताया 'राक्षस', कहा-मारकर कई बेगुनाहों की जान बचाई
डोनाल्ड ट्रंप ने मारे गए ईरानी कमांडर सुलेमानी को 'राक्षस', कहा है और साथ ही कहा है कि सुलेमानी को अमेरिका ने मारकर कई लोगों की जान बचाई है.
नई दिल्ली: अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को राक्षस कहा है. ट्रंप का मानना है कि अमेरिका ने कासिम सुलेमानी को मार कर कई बेगुनाहों की जान बचाई है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा,'' वो एक राक्षस था, वो मर गया. वो हमारे ख़िलाफ़ एक बड़ा और बुरा हमला करने की तैयारी कर रहा था. मुझे नहीं लगता इस बारे में कोई शिकायत कर सकता है." इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी सैनिक अगर ईरान से निकल जाते हैं तो उस देश के लिए काफी बुरा होगा.
Soleimani was a monster.
"And he's no longer a monster. He's dead." pic.twitter.com/iSntYi71KI — The White House (@WhiteHouse) January 7, 2020
ईरान का इराक में अमेरिकी सेना पर बड़ा हमला
वहीं आज सुबह ईरान ने इराक में अमेरिकी सैनिकों की तुकड़ियों पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइल से हमला किया है. अबरिल और अल असद सैन्य बेस पर ईरान ने मिसाइल से हमला बोला है. ये मिसाइलें सतह से सतह पर अटैक करती हैं. हमले के बाद ईरान ने अमेरिका और अमेरिकी सैनिक को जवाबी कार्रवाई न करने की चेतावनी भी दी है. खुद अमेरिका ने इस बात की पुष्टि की है कि ईरान की ओर से मिसाइलों के जरिए सैनिकों के ट्रेनिंग बेस पर हमला किया गया है. ईरान की ओर से हुए हमले में फिलहाल कितने अमेरिकी सैनिक घायल हुए हैं, इसकी जानकारी नहीं है.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले भी कहा था-आतंकवाद का शासनकाल खत्म हो गया
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की ‘‘नई दिल्ली और लंदन तक में आतंकवादी षडयंत्रों’’ को रचने में भूमिका थी. ट्रंप ने सुलेमानी को निशाना बनाकर हमला करने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि आतंकवाद का शासनकाल खत्म हो गया.
बता दें कि ईरान के मिलिट्री कमांडर कासिम सुलेमानी की अमेरिकी हमले के बाद मौत हो गई थी. जिसके बाद मिडिल ईस्ट में भी तनाव देखा जा रहा है. अमेरिका के इस कदम से अब इराक भी सहमा हुआ है. अमेरिका की इस कार्रवाई के बाद इराक में संसद का विशेष सत्र बुलाया गया. जिसमें पीएम अबदुल मेहदी ने कहा कि देश में मौजूद विदेशी सेना को बाहर निकालने का प्रस्ताव सदन में रखा जाए. उन्होंने सुलेमानी की मौत को राजनीतिक हत्या करार दी. साथ ही कहा कि अमेरिकी सेना को इराक में किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि अगर इराक ने अमेरिकी सेना को वापस भेजा तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कमांडर सुलेमानी के जनाजे में 40 की मौत
बता दें कि इससे पहले ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी का जनाजा मंगलवार निकला था. जनाजे में मची भगदड़ में 40 लोगों की मौत हो गई और 213 अन्य घायल हो गए थे. भगदड़ रिवॉल्यूशनरी गार्ड के जनरल सुलेमानी के गृह नगर करमान में मची है. सैन्य कमांडर शुक्रवार को इराक में हुए अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे.
कमांडर कासिम सुलेमानी के जनाजे जुलूस में सोमवार को करीब 10 लाख लोग शामिल हुए थे. सुलेमानी की मौत के बाद पूरे पश्चिम एशिया में हालात तनावपूर्ण हैं और ईरान में अमेरिका से बदला लेने की मांग जोर पकड़ चुकी है.