सीरिया स्थित विद्रोही समूह अल नुशरा फ्रंट ने देश की राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया है और दावा किया है कि उनकी तरफ से बशर अल-असद की सत्ता गिरा दी गई है. वहीं ईरानी सरकारी टेलीविजन ने आज रविवार (8 दिसंबर, 2024) को जानकारी देते हुए बताया कि सीरिया में उनके दूतावास पर हमला हुआ है. ईरानी टीवी चैनल के माध्यम से बताया गया कि कुछ अज्ञात हमलावरों ने ये हमला किया है.
सीरिया के विद्रोही समूह अल-नुशरा फ्रंट को हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) भी कहा जाता है. इस विद्रोही समूह ने सबसे पहले अलेप्पो शहर पर कब्जा किया. इसके बाद होम्स और दारा शहरों पर कब्जा करने का दावा किया. अंत में राजधानी दमिश्क पर नियंत्रण करने का ऐलान किया.
अल असद के शहर से जाने के बाद रिपोर्ट जारी
न्यूज एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी आईआरएनए ने बताया कि आर्मी कमांड ने रविवार को सुबह दमिश्क में विद्रोही सशस्त्र समूहों के घुसने और असद के शहर से चले जाने की रिपोर्ट्स के बाद यह बयान जारी किया. कई मीडिया आउटलेट्स ने विद्रोही ताकतों का हवाला देते हुए बताया कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर चले गए हैं.
वीडियो जारी कर क्या बोले पीएम अल जलाली
आईआरएनए के मुताबिक सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल-जलाली ने कहा कि वह अरब देश का प्रशासन एक संक्रमणकालीन सरकार को सौंपने के लिए तैयार हैं. उन्होंने एक वीडियो में कहा, मैं अपने घर में हूं और मैंने इसे नहीं छोड़ा है और यह इस देश से मेरे जुड़ाव की वजह से है. अल-जलाली ने आगे कहा कि वह सीरियाई लोगों की ओर से चुने गए किसी भी नेतृत्व के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं और जब तक 'शांतिपूर्ण परिवर्तन' हासिल नहीं हो जाता तब तक वह अपना घर नहीं छोड़ेंगे. अल-जलाली ने सभी दलों से 'तर्कसंगत' तरीके से सोचने की अपील की और कहा कि वह विपक्ष के सदस्यों सहित सभी के प्रति सहयोग का हाथ बढ़ाते हैं.
इदलिब में असद सरकार के खिलाफ आक्रामक अभियान शुरू
रिपोर्ट के अनुसार हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) के नेतृत्व में सशस्त्र समूहों ने 27 नवंबर को पश्चिमी प्रांत इदलिब में असद सरकार के खिलाफ एक आक्रामक अभियान शुरू किया. उन्होंने शुरू में इदलिब और पड़ोसी अलेप्पो के आसपास के ग्रामीण इलाकों को निशाना बनाया और इसके तुरंत बाद कई सीरियाई शहरों पर कब्जा कर लिया. एचटीएस जिसे पहले नुसरा फ्रंट के नाम से जाना जाता था, को कई देश आतंकवादी संगठन मानते हैं.
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