Iranian Satellites Successfully launched: ईरान ने रविवार (28 जनवरी) को 3 उपग्रहों को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में लॉन्च किया. सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने कहा कि प्रक्षेपण में ईरान के सिमोर्ग (फीनिक्स) रॉकेट का सफल उपयोग देखा गया जोक‍ि पहले कई बार विफल हो चुका है. ईरानियों ने दावा क‍िया क‍ि सिमोर्ग, दो चरणों वाला तरल-ईंधन वाला रॉकेट है ज‍िसके उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित करने के लिए डिजाइन किया गया है.  


स्टेट टीवी के मुताब‍िक, "ईरान ने इन तीनों उपग्रहों को करीब 450 किलोमीटर (280 मील) की कक्षा में लॉन्च किया है. 
 
मीड‍िया र‍िपोर्ट के मुताब‍िक, ईरान की अंतरिक्ष एजेंसी की ओर से एडवांस सैटेलाइट सबस‍िस्‍टम के परीक्षण करने के लिए व‍िकस‍ित क‍िए गए महदा सैटेलाइट (Mahda Satellite) का वजन करीब 32 किलोग्राम है. 


इन दो सैटेलाइट का वजन 10 किलोग्राम से कम 


वहीं, बाकी दो उपग्रहों केहान 2 (Kayhan 2) और हत्‍फ (Hatef) में प्रत्येक का वजन 10 किलोग्राम से कम है. इनका लक्ष्‍य स्‍पेस बेस्‍ड पोजिशनिंग टेक्‍नॉलोजी और नैरोबैंड कम्‍युन‍िकेशन का परीक्षण करना है. 


र‍िसर्च सैटेलाइट सोराया को अंतरिक्ष में भेजने की आलोचना  


ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स की ओर से हाल में र‍िसर्च सैटेलाइट सोराया को अंतरिक्ष में भेजा गया था. हालांकि, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने इस लॉन्‍च की कड़ी न‍िंदा की थी. खासतौर पर पश्चिमी देशों ने ईरान के कार्यक्रम की आलोचना करते हुए यह भी आशंका जताई थी क‍ि इससे ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों में और इजाफा होगा.  






ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर प्रतिबंध खत्‍म 


ईरान की ओर से साल 2020 में पहला सैन्‍य उपग्रह नूर-1 लॉन्‍च क‍िया गया था, ज‍िसे लेकर अमेर‍िका ने कड़ी आलोचना की थी. अमेर‍िका ने कहा था क‍ि ईरान के सैटेलाइट लॉन्‍च कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का उल्‍लंघन करते हैं. साथ ही कहा था क‍ि तेहरान से परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों से जुड़ी कोई गतिविधि नहीं की जाए. वहीं, ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से संबंधित संयुक्त राष्ट्र की ओर से लगाए गए प्रतिबंध अक्‍टूबर, 2023 में खत्‍म हो गए हैं.


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