Ancient Temple Found In Iraq: इराक में प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं. ब्रिटिश म्यूजियम के पुरातत्वविदों ने 4500 साल पुराने मंदिर के अवशेषों को पता लगाया है. ये मंदिर गिरसू के प्राचीन शहर में मिला है. जानकारी के मुताबिक ये बेहद ही पुराना सुमेरियन मंदिर (Sumerian Temple) है. बताया जाता है कि गिरसू (Girsu) मेसोपोटामिया (Mesopotamia) के केंद्र में एक हलचल भरा सांस्कृतिक केंद्र था.
पुरातत्वविद सेबेस्टियन रे (Sebastien Rey) ने इस परियोजना का नेतृत्व किया था. प्राचीन मंदिर की खोज अज्ञात सभ्यताओं को जानने में अहम भूमिका निभा सकता है.
इराक में मिला प्राचीन मंदिर के अवशेष
पुरातत्वविदों ने दक्षिणपूर्वी इराक के प्राचीन शहर गिरसू के केंद्र में 4,500 साल पुराने सुमेरियन मंदिर के अवशेषों की खोज की है. ब्रिटिश संग्रहालय ने बताया है कि ये प्राचीन मंदिर मेसोपोटामिया के देवता निंगिरसु को समर्पित है. रिपोर्ट के मुताबिक मंदिर मिट्टी की ईंट से बनाया गया था और प्राचीन शहर गिरसू का केंद्रबिंदु था. ये अब पुरातात्विक स्थल है, जिसे टेल्लो के नाम से जाना जाता है.
गिरसू के मुख्य देवता को समर्पित मंदिर
लंदन में ब्रिटिश संग्रहालय में प्राचीन मेसोपोटामिया के एक क्यूरेटर और प्रमुख पुरातत्वविद् सेबस्टियन रे ने निष्कर्षों की एक प्रस्तुति में कहा, "गिरसू शहर के केंद्र में हमने मंदिर के अवशेषों को खोजा है. अभी भी खुदाई कर रहे हैं. प्राचीन मेसोपोटामिया के सबसे महत्वपूर्ण पवित्र स्थानों में से एक है. ये मंदिर गिरसू के मुख्य देवता को समर्पित था''.
कभी सांस्कृतिक केंद्र था प्राचीन शहर गिरसू
गिरसू मेसोपोटामिया के केंद्र में एक हलचल भरा सांस्कृतिक केंद्र था. इराक, पूर्वी सीरिया, दक्षिणपूर्वी तुर्की, पश्चिमी ईरान और कुवैत का हिस्सा है. ये टाइग्रिस नदियों के बीच एक व्यापक क्षेत्र है. सुमेरियन संभवतः दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यता थे और सबसे पहले धर्म और कानून की एक संहिता स्थापित करने वाले थे.
गिरसू के अवशेषों की पहली बार कब हुई खोज?
फ्रांसीसी पुरातत्वविद् अर्नेस्ट डी सरज़ेक ने पहली बार 1877 में गिरसू के अवशेषों की खोज की थी और वो यहां से मिली सभी कलाकृतियों को ले गए थे. इसमें सुमेरियन राजा गुडिया की 4,000 साल पुरानी मूर्ति भी शामिल थी. ज्यादातर लोगों ने सोचा कि खुदाई करने के लिए कुछ भी नहीं बचा था. कई सालों तक संघर्ष ने वैज्ञानिकों को दक्षिणी इराक के धी कर प्रांत में साइट तक पहुंचने से भी रोका था. हालांकि सेबेस्टियन रे और उनकी टीम को भरोसा था कि यहां धरती के नीचे कुछ रहस्य जरूर है.
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