Iraq Cleric Muqtada al-Sadr: इराकी शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र ने US के खिलाफ खोला मोर्चा, बगदाद में दूतावास बंद करने को लेकर दी धमकी
Iraq: इराक के शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र एक राजनेता और सद्रिस्ट आंदोलन के एक मिलिशिया नेता हैं. उन्होंने इराक युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना के खिलाफ मेहदी सेना का नेतृत्व किया था.
Iraq Cleric Muqtada al-Sadr Warn US: इराक (Iraq) के सद्रिस्ट मूवमेंट के नेता मुक्तदा अल-सद्र (Muqtada al-Sadr) ने संघीय सरकार और संसद से फिलिस्तीनियों के समर्थन में इराक में अमेरिकी दूतावास को बंद करने के प्रस्ताव पर मतदान करने का आह्वान किया. इराकी नेता मुक्तदा अल-सद्र ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा कि मैं इराकी सरकार और इराकी संसद से पहली बार और सामान्य हित के लिए इराक में अमेरिकी दूतावास को बंद करने पर मतदान करने की मांग करता हूं. उन्होंने गाजा में इजरायली हमले में अमेरिकी समर्थन के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की.
आपको बता दें कि मुक्तदा अल सद्र इराक में शिया मुसलमानों के सबसे बड़े नेता हैं. उनकी ईरानी धर्मगुरु अयातुल्लाह अली खामेनेई से भी काफी नजदीकी है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार और संसद अमेरिकी दूतावास को बंद करने को लेकर मतदान का जवाब नहीं देते हैं तो हमारे पास बाद में घोषणा करने के लिए एक और रुख होगा.
अमेरिकी समर्थन पर इराकियों के बीच बढ़ता असंतोष
इराकी प्रमुख शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र ने अपने बयान में अमेरिकी दूतावास में राजनयिकों और कर्मचारियों की सुरक्षा का भी आह्वान किया और सभी इराकियों से व्यक्तिगत रूप से हथियारों का इस्तेमाल न करने का आग्रह किया. विदेशी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार अल-सद्र का अनुरोध इजरायल के लिए अमेरिकी समर्थन पर इराकियों के बीच बढ़ते असंतोष के बीच आया है, जो 7 अक्टूबर को हमास की तरफ से किए गए हमले का जवाब देने के लिए गाजा पट्टी में हमले कर रहा है.
— مقتدى السيد محمد الصدر (@Mu_AlSadr) October 27, 2023
हाल के दिनों में एक मिलिशिया समूह ने देश भर में अमेरिकी बलों के आवास वाले सैन्य ठिकानों पर रॉकेट और ड्रोन हमले शुरू करने का दावा किया है. मिलिशिया समूह ने सीरिया में अमेरिकी सैन्य बलों पर इसी तरह के हमलों की जिम्मेदारी भी ली है.
अमेरिकी सेना के खिलाफ महदी सेना का नेतृत्व
इराक के शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र एक राजनेता और सद्रिस्ट आंदोलन के एक मिलिशिया नेता हैं. उन्होंने इराक युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना के खिलाफ मेहदी सेना का नेतृत्व किया था. इसके अलावा एक और इराकी राजनेता हादी अल अमीरी ने भी अमेरिका को इजरायल के समर्थन करने पर चेतावनी दी. आपको बता दें कि अल अमीरी बद्र संगठन का नेतृत्व करते हैं, जो एक शिया राजनीतिक समूह है जिसे ईरान का पुरजोर समर्थन प्राप्त है.